मंदसौरमध्यप्रदेश

गनेड़ीवाल ट्रस्ट द्वारा वितरित, ई-रिक्शा की कीर्ति वैश्विक स्तर पर पहुंची

ब्रिटिश के लार्ड लुंबा, चेरी  ब्लेयर ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री  स्मृति ईरानी ने सराहा  

गनेड़ीवाल चेरिटेबल को किया वैश्विक   प्लेटफार्म पर किया आमंत्रित
मंदसौर। गनेड़ीवाल चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे सिंगल  मदर व विधवाओं के शक्तिकरण  के उल्लेखनीय कार्यों ने वैश्विक पटल पर दस्तक दी है, उल्लेखनीय है ब्रिटेन से संचालित लॉर्ड लुम्बा फाउण्डेशन विधवा महिलाओं और सिंगल मदर के जीवन को बेहतर बनाने के लिये पिछले 26 वर्षों से जागरूकता अभियान जारी किये हुए है  जिसके चलते संयुक्त राष्ट्र  ने 23 जून को  विश्व विधवा दिवस (वल्र्ड विंडो डे) के रूप में मान्यता दी। इस अंतरराष्ट्रीय संगठन को जब गनेड़ीवाल चेरिटेबल ट्रस्ट की जानकारी मिली तो ट्रस्ट के संस्थापक प्रदीप गनेड़ीवाल को दिल्ली के एक वृहद आयोजन में अपने अनुभव साझा करने हेतु विशेष रूप से आमंत्रित किया इस आयोजन में उन्हें सम्मानित भी  किया गया, यहीं नहीं लॉर्ड लुम्बा फाउण्डेशन ने श्री गनेड़ीवाल को संयुक्त रूप से कार्य करने हेतु आमंत्रित  किया है,  समाज सेवा की यह साझेदारी समाज उत्थान के लिये बड़ी मुहिम के रूप में आकार लेगी जो मंदसौर, मालवांचल और मध्यप्रदेश को वैश्विक पटल पर  नई पहचान देगी।दिल्ली के ओबेरॉय होटल में  लॉर्ड लुम्बा फेडरेशन की अध्यक्ष चेरी ब्लेअर, उपाध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, हिरो मोटो कॉप के चेयरमेन सुनील कांत मुंजाल सहित औद्योगिक एवं सियासी जगत की हस्तियों के बीच ‘हर सील फ्यूचर’ प्रोजेक्ट का शुभारम्भ किया गया, जहां प्रदीप गनेड़ीवाल द्वारा सिंगल मदर एवं विधवाओं  हेतु किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना कर उन्हे सम्मानित किया गया।  ज्ञातव्य है गनेडीवाल  ट्रस्ट  द्वारा 80 सिंगल मदर एवं विधवाओं को ई रिक्शा प्रदान किए जा चुके जिससे समाज की अंतिम पंक्ति में खडी इन महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई हैं
पशुपतिनाथ की स्मृति देकर  आमंत्रित किया
इस अवसर पर श्री  प्रदीप गनेड़ीवाल ने सभी अतिथिगण को पशुपतिनाथ की प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट कर सभी को मंदसौर आने के लिये आमंत्रित किया,
महत्वपूर्ण कदम
‘यह पहल विधवा महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘हर सील, हर फ्यूचर’ पहल के तहत, विधवा महिलाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे रोजगार के नए अवसर प्राप्त कर सकेंगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है।’
-श्रीमती स्मृति ईरानी

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