मंदसौर

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 19 दिसंबर 2025 शुक्रवार

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दो दिन से लापता युवक ने पुराने मकान मे फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली

इंदौर मेट्रो मे काम करता था युवक

(मगराना)नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के बोरखेड़ी चारण मे दो दिन से लापता युवक का शव उसी के पुराने मकान मे फांसी पर लटका मिला युवक इंदौर मेट्रो मे काम कर रहा था कुछ दिन पहले ही गांव आया था थाना प्रभारी वरुण तिवारी द्वारा बताया गया की दिनेश पिता गणपत लाल मालवीय उम्र 23 वर्ष ने उसी के गांव मे स्थित पुराने मकान मे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली हालांकि फांसी लगाने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है अस्पताल मे पीएम कराकर पुलिस ने मर्ग कायम जाँच शुरू कर दी है

वही कुछ दिन पहले हिंगोरिया बड़ा निवासी युवती ने भी जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी जिसमे गांव के ही युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने वाले के खिलाफ थाना पुलिस ने 306 धारा मे मामला दर्ज कर लिया गया है

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पिपलियामंडी में चोरों का हल्ला, एक ही रात में कई स्थानों पर वारदात के प्रयास

पिपलियामंडी -नगर में बीती रात चोरों ने जमकर हल्ला मचाया। अलग–अलग क्षेत्रों में सक्रिय अज्ञात बदमाशों ने चोरी की कई वारदातों को अंजाम देने का प्रयास किया, जिससे पूरे नगर में दहशत का माहौल बन गया। रात के समय घरों के बाहर खड़े वाहनों और अन्य सामान को निशाना बनाया गया।

जानकारी के अनुसार नगर के एक क्षेत्र में चोरों ने घर के सामने खड़ी कार को धक्का देकर ले जाने की कोशिश की। काफी दूर तक कार को धकेलने के बाद भी चोर उसे स्टार्ट नहीं कर पाए। इसी दौरान आसपास हलचल बढ़ने और पकड़े जाने के डर से चोर कार को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। यह पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें चोरों की गतिविधियां स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं।

इसके अलावा नगर के अन्य हिस्सों में भी संदिग्ध लोगों के घूमने और घरों व वाहनों की रेकी करने की शिकायतें सामने आई हैं। कल शाम को थाना क्षेत्र से एक बाइक चोरी हो गई, वहीं बीती रात एक अन्य बाइक भी अज्ञात बदमाश चुरा ले गए। दोनों मामलों में फरियादियों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

सुबह होते ही स्थानीय रहवासी एकत्र होकर पुलिस चौकी पिपलियामंडी पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज करवाई। रहवासियों ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंपे हैं, ताकि चोरों की पहचान कर शीघ्र गिरफ्तारी की जा सके।

नगरवासियों का कहना है कि लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने रात्रि गश्त बढ़ाने, संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने और सीसीटीवी निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग प्रशासन से की है।

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बेहतर कार्य करने वाली बैंकों का भारत पर्व पर होगा सम्मा

सभी बैंक अपने-अपने लक्ष्यों की मासिक समीक्षा करें

फसल बीमा शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु रिव्यू मैकेनिज्म बनाने के निर्देश

जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक संपन्न

मंदसौर 18 दिसंबर 25/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक सुशासन भवन स्थित सभागृह में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जो बैंक शासकीय योजनाओं के लक्ष्यों को समय-सीमा से पूर्व पूर्ण कर जनता को लाभ दिलाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, उन्हें भारत पर्व के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। बैठक में सेंट्रल बैंक, शामगढ़ द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य की सराहना की गई।

कलेक्टर ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने विभागीय लक्ष्यों की प्रत्येक माह समीक्षा करें तथा 31 दिसंबर तक वित्तीय वर्ष के समस्त लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण करें। अत्यधिक कम उपलब्धि एवं बैठक में अनुपस्थित रहने पर एक्सिस बैंक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही कहा गया कि दिसंबर अंत तक लक्ष्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में जनवरी माह में शत-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित की जाए, अन्यथा संबंधित बैंकों के विरुद्ध नोटिस जारी किए जाएंगे। ग्रामीण बैंक को अगली बैठक से पूर्व लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए।

प्रधानमंत्री आवास शहरी 2.0 योजना अंतर्गत स्वीकृत सभी आवास आवेदनों का जियो-टैगिंग शीघ्र पूर्ण करने तथा इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश बैंकों को दिए गए। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक को अपने लक्ष्य पुनरीक्षित करने के निर्देश दिए गए। “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” अभियान अंतर्गत सभी बैंकों को बंद खातों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए।

पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत जिन नगरीय निकायों द्वारा 50 प्रतिशत से कम कार्य किया गया है, उन्हें नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही 31 दिसंबर तक 70 प्रतिशत प्रकरण बैंक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। बैंकों को पीएम स्वनिधि के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने एवं प्रकरण लंबित न रखने के निर्देश दिए गए। मत्स्य विभाग को किसान क्रेडिट कार्ड के 1395 प्रकरणों का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूर्ण करने तथा किसी भी तकनीकी समस्या का समाधान एक दिवस में करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में अटल पेंशन योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास शहरी 2.0 योजना, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, संत रविदास योजना, टंट्या मामा, बिरसा मुंडा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, आचार्य विद्यासागर योजना, कामधेनु योजना, पीएमएफएमई योजना, फसल बीमा, सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के वित्तीय लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा की गई।

कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शासन की योजनाओं का लाभ जनता को समय पर प्रदान किया जाए। किसी भी प्रकार की देरी स्वीकार नहीं की जाएगी। बजट सरेंडर करने के स्थान पर योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाया जाए।

फसल बीमा के संबंध में फसल बीमा कंपनी को निर्देशित किया गया कि सभी शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जाए, शिकायतों को प्रक्रिया में लाया जाए तथा समीक्षा हेतु प्रभावी मैकेनिज्म विकसित किया जाए, ताकि किसानों की समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके।

बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन, लीड बैंक मैनेजर श्री संजय मोदी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं बैंकर्स उपस्थित रहे।

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अभिव्यक्ति स्थल पर हर रविवार सजेगा जैविक हाट बाजार

21 दिसंबर से होगी शुरुआत, जैविक उत्पादों को मिलेगा सीधा बाजार

मंदसौर 18 दिसंबर 25 / जिले में प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा किसानों को उनकी उपज के लिए उचित विपणन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा अभिव्यक्ति स्थल, महाराणा प्रताप बस स्टैंड के पास, मंदसौर में जैविक हाट बाजार का आयोजन किया जा रहा है।

उप संचालक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग श्री रविंद्र मोदी ने बताया कि यह जैविक हाट बाजार 21 दिसंबर 2025 से प्रत्येक रविवार, प्रातः 11.00 बजे से नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा। इस हाट बाजार में मंदसौर जिले के जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने वाले कृषक, कृषक समूह तथा स्व-सहायता समूह अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं को विक्रय कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि प्राकृतिक उत्पादों की बिक्री हेतु यह एक सशक्त मंच प्रदान करेगा। साथ ही उपभोक्ताओं को शुद्ध, स्वास्थ्यवर्धक एवं रसायन मुक्त उत्पाद उचित दरों पर उपलब्ध होंगे।

जिले के समस्त जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने वाले कृषकों, उत्पादक समूहों तथा क्रेता-विक्रेताओं से आग्रह किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में जैविक हाट बाजार में सहभागिता करें। अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें: – 9630202379, 6269698309

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सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

मंदसौर 18 दिसंबर 25 / सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. शशी गांधी द्वारा बताया गया कि सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHOs) हेतु तीन दिवसीय आपातकालीन देखभाल एवं सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग हैवीआईए (VIA) स्क्रीनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम 17 दिसंबर 2025 को संपन्न हुआ।

चिकित्सा महाविद्यालय में 15 से 17 दिसंबर 2025 तक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHOs) के लिए ‘आपातकालीन देखभाल मॉड्यूल और सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग हेतु वीआईए (VIA) स्क्रीनिंग’ पर आधारित तीन दिवसीय एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में रतलाम, नीमच, आगर मालवा और मंदसौर जिलों के कुल 39 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की अधिष्ठाता (Dean) डॉ. शशि गांधी द्वारा किया गया। अपने प्रेरक संबोधन में डॉ. गांधी ने कहा कि सामुदायिक स्तर पर आपातकालीन सेवाओं को सुदृढ़ करना समय की मांग है। उन्होंने प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का आयोजन प्रशिक्षण नोडल अधिकारी डॉ. सुनील कांत गुलेरी प्राध्यापक एवं विभाग अध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन विभाग तथा उनकी टीम द्वारा किया गया।

तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यशाला में आकस्मिक चिकित्सा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के दायित्व कर्तव्य इमरजेंसी प्रबंधन में मेडिकल एवं सर्जिकल स्पेशलिस्ट द्वारा व्याख्यान तथा स्किल लैब और सुविधा-आधारित अभ्यास , डेमोंसट्रेशन, लाइव हॉस्पिटल कैस अध्ययन शामिल थे।

प्रशिक्षण के प्रथम दिन का विषय आपातकालीन देखभाल था जिसमें डॉ. सुनील कांत गुलेरी, डॉ. नयन सिलावट और डॉ. संजय रावत जैसे विशेषज्ञों ने प्राथमिक मूल्यांकन (ABCDE अप्रोच), श्वास संबंधी आपात स्थिति, आघात (Trauma), सर्पदंश और जहर के मामलों में तत्काल उपचार पर विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण का द्वितीय दिन का विषय मातृ एवं शिशु आपात स्थिति व कैंसर स्क्रीनिंग था जिसमें डॉ. दीपक मकवाना, डॉ. नैकी मिनारे और डॉ. प्रिया बघेल ने वयस्कों, शिशुओं और गर्भवती महिलाओं से जुड़ी आपात स्थितियों पर शैक्षणिक सत्र लिए। साथ ही, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की पहचान के लिए ‘वीआईए (VIA) स्क्रीनिंग’ की प्रक्रिया और महत्व पर सैद्धांतिक चर्चा की गई। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स को सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लाइफ डेमोंसट्रेशन हेतु महाविद्यालय से संबंध जिला चिकित्सालय मंदसौर में प्रत्यक्ष प्रकरण पर अध्ययन सिखाया गया।

प्रशिक्षण के अंतिम एवं तीसरे दिन समस्त प्रतिभागियों को महाविद्यालय की सुसज्जित स्किल लैब में में व्यावहारिक कौशल सिखाया गया: प्रतिभागियों ने सीपीआर (CPR), रक्तस्राव प्रबंधन और वीआईए प्रक्रिया का डमी मॉडल पर व्यावहारिक अभ्यास किया। तीन दिवसीय इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण का सतत अवलोकन एनएचएम (NHM) सलाहकार डॉ. विशाल जायसवाल द्वारा किया गया। उन्होंने प्रशिक्षण की गुणवत्ता की सराहना व्यक्त करते हुए सफल आयोजन के लिए अधिष्ठाता और आयोजक कम्युनिटी मेडिसिन टीम को बधाई दी। समापन के अवसर पर दो प्रतिभागी समिति हेल्थ ऑफिसर्स ने अपना अनुभव साझा करते हुए अत्यंत सकारात्मक फीडबैक दिया और मांग की कि भविष्य के सभी प्रशिक्षण इसी प्रकार महाविद्यालय में आयोजित किए जाएं।

कार्यक्रम का समापन समारोह अधिष्ठाता डॉ. शशि गांधी की अध्यक्षता तथा एचएम कंसलटेंट के मुख्य आतिथ्य में किया गया। अधिष्ठाता डॉक्टर शशी गांधी ने सभी CHOs से आग्रह किया कि वे इस प्रशिक्षण से प्राप्त उन्नत कौशल का उपयोग अपने संबंधित क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने और जीवन बचाने के लिए करें। कार्यक्रम का औपचारिक आभार प्रदर्शन (Vote of Thanks) डॉ. सचिन गुप्ता द्वारा किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश भोपाल से महाविद्यालय में प्रशिक्षण आब्जर्वर के रूप में आए डॉ विशाल जायसवाल के अनुसार कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के लिए आयोजित यह प्रशिक्षण प्रदेश एवं देश में कंप्रिहेंसिव प्रायमरी हेल्थ केयर के उद्देश्य को पूरा करने हेतु आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जिलों के कंट्री हेल्थ ऑफिसर्स को यह प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूर्ण किया जाना है इस प्रक्रिया में चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर को चार जिलों आगर मालवा रतलाम नीमच एवं मंदसौर के समस्त कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स को आगामी वर्ष 2026 में यह प्रशिक्षण कराया जाना है। अधिष्ठाता डॉ. शशि गांधी ने प्रशिक्षण नोडल अधिकारी डॉ सुनील कांत गुलेरी को उक्त कार्य हेतु आगामी कार्य योजना तैयार करने हेतु निर्देशित किया।

सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देशानुसार आयोजित इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के विभाग अध्यक्ष सहित समस्त सदस्य डॉ. सौमित्र सेठिया, डॉ. सचिन गुप्ता, डॉ. कोनिका जैन, डॉ. दुर्गेश शुक्ला, डॉ. अलका असाती, डॉ. रोहित दास, डॉ. अमृता, डॉ. सुनीता विश्वकर्मा, डॉ. हर्षिता, डॉ. पीयूष एवं इंटर्न्स की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने पोषण-वन अंतर्गत विद्यालय क्रमांक-2 में किया फलदार पौधारोपण

पोषण और पर्यावरण को समर्पित सार्थक एनजीओ की सार्थक पहल

मंदसौर 18 दिसंबर 25/ जिले में पर्यावरण संरक्षण, पोषण संवर्धन एवं हरित पहल को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने पोषण-वन अंतर्गत शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-2, मंदसौर परिसर में 25 फलदार पौधों का रोपण किया। यह कार्यक्रम सार्थक संस्था द्वारा डॉ. उर्मिला तोमर के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें कलेक्टर श्रीमती गर्ग मुख्य अतिथि रहीं।

पौधारोपण अवसर पर कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने कहा कि औद्योगीकरण एवं शहरीकरण के कारण फलदार वृक्षों में लगातार कमी आ रही है, ऐसे में पोषण-वन जैसी योजनाएं न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक हैं, बल्कि विद्यार्थियों एवं समाज में पोषण और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी विकसित करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल करने का आह्वान किया।

इस दौरान कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने महारानी जयवंता कंवर उद्यान में पौधों पर लगाए गए क्यूआर कोड आधारित नवाचार की सराहना की। उन्होंने स्वयं क्यूआर कोड स्कैन कर तुलसी एवं अमरूद जैसे पौधों की जानकारी प्राप्त की और इसे पर्यावरणीय जागरूकता की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया।

विद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता निभाई गई। इस अवसर पर कक्षा 9वीं के छात्र नैतिक ने कलेक्टर श्रीमती गर्ग के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में उनका आकर्षक चित्र भेंट किया, वहीं विद्यार्थियों रौनक बड़गुर्जर, लखन प्रजापत एवं हर्षनाथ योगी ने रंगोली के माध्यम से कलेक्टर की आकृति बनाकर अपने सम्मान भाव प्रकट किए। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री टेरेसा मिंज, एडीपीसी श्री लोकेन्द्र डाबी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री आनंद डावर, पोषण-वन योजना की कार्यकारिणी, सार्थक संस्था की टीम, विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। फोटो संलग्न

शासकीय / प्रायवेट कार्यालयों में आंतरिक परिवाद समिति का गठन नहीं किया तो होगा 50 हजार का जुर्माना

मंदसौर 18 दिसंबर 25 / जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री बी.एल. बिश्नोई द्वारा बताया गया कि महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम-2013 द्वारा महिलाओं को कार्यस्थल पर सुगम वातावरण, सुरक्षा प्रदान करते हुए मजबूत शिकायत तंत्र प्रावधानित किया है। अधिनियम की धारा-4 के अंतर्गत प्रत्येक नियोजक आंतरिक समिति का गठन करेगा। प्रत्येक कार्यालय (शासकीय / प्रायवेट) जहां 10 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, ऐसे कार्यालय में एक आंतरिक समिति का गठन होना अनिवार्य है।

समिति के पीठासीन अधिकारी एवं सदस्यों की नियुक्ति अधिकतम तीन वर्ष के लिए होती है। तीन वर्ष पश्चात समिति का पुनर्गठन किया जाना होता है। जिले के प्रत्येक 10 से अधिक कर्मचारी कार्यरत शासकीय/ अशासकीय कार्यालय में समिति का गठन पीठासीन अधिकारी कार्यस्थल पर कार्यरत वरिष्ठ महिला कर्मचारी, वरिष्ठ महिला उपलब्ध न होने पर अन्य कार्यालय से किसी अन्य महिला को आमंत्रित किया जाएगा।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने समस्त अशासकीय संस्थाओं में आंतरिक समिति का गठन करें अथवा पूर्व में गठित समितियों का तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के पश्चात नवीन समिति का गठन कर She BOX प्रोर्टल पर रजिस्‍ट्रेशन अनिवार्य रूप से करे, अन्यथा इस स्थिति में कार्यालयीन समिति का सही गठन या गठन न होने पर अधिनियम की धारा-26(1) के अनुसार 50 हजार रुपए की राशि से जुमनि से दंडित करने की कार्रवाई की जाएगी।

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भावांतर योजना में कृषकों को सरसों और मूंगफली का भी लाभ दिया जायेगा

मौसम आधारित बीमा योजना शीघ्र होगी लागू

किसानों को उर्वरक की होम डिलेवरी का भी प्रयास

एमपी चीता बीज ब्रॉण्ड का केवल 6 माह में 200 करोड़ रुपये का टर्नओवर

म.प्र. को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने मंत्री श्री सारंग का वक्तव्य

मंदसौर 18 दिसंबर 25 / मध्यप्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने के लिये विधानसभा में हुई चर्चा के दौरान सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि राज्य सरकार भावांतर योजना में कृषकों को सरसों और मूंगफली का लाभ भी देने की कार्य-योजना बना रही है। प्रदेश में मौसम आधारित बीमा योजना शीघ्र ही प्रारंभ की जायेगी। किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के लिये होम डिलेवरी सेवा भी शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार विकसित राष्ट्र @2047 बनाने में पूरी तरह प्रयासरत है। सभी के प्रयासों से वर्ष 2047 की तस्वीर और तकदीर उन्नत होगी।

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि आजादी से पहले भारतीय कृषि अत्यंत पिछड़ी, निम्न उत्पादकता वाली और मानसून पर निर्भर थी। उस समय 85 प्रतिशत आबादी कृषि पर ही निर्भर थी। आजादी के बाद भी भारत की कृषि स्थिति पिछड़ी और वर्षा पर निर्भर थी। बाद में हरित क्रांति 1960 से उच्च उपज वाले बीज, उर्वरक और सिंचाई के उपयोग से खा‌द्यान्न उत्पादन में वृद्धि हुई, जिससे देश खाद्य सुरक्षा के करीब पहुंचा। हरित क्रांति के जनक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन ने भारत को खा‌द्यान्न आत्मनिर्भर बनाया। श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन व त्रिभुवनदास पटेल (काका पटेल) सहकारिता से दुग्ध क्रांति लाए। नीली क्रांति के जनक डॉ. हिरालाल चैधरी एवं डॉ. अरुण कृष्णन ने मत्स्य उत्पादन को नई दिशा दी।

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि हमारी सरकार ने तीनों क्रांतियों को सिंक्रोनाइज करने का काम किया है। इससे कृषि क्षेत्र का रकबा, जो वर्ष 2002-03 में 199 लाख हैक्टेयर था, वह वर्ष 2024-25 में 297 लाख हैक्टेयर हो गया है। उ‌द्यानिकी फसलों का रकबा वर्ष 2002-03 में 4.67 लाख हैक्टेयर था, जो कि वर्ष 2024-25 में 26.36 लाख हैक्टेयर हो गया है। उन्होंने कहा कि देश का एकमात्र राज्य जहां भावान्तर योजना लागू है, में प्रशासनिक व्यय कम कर 1600 करोड़ रुपये बचाए गए।

मंत्री श्री सारंग ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मुख्यमंत्री कृषि उन्नति योजना, रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना”, ई-विकास (वितरण एवं कृषि उर्वरक आपूर्ति समाधान), परंपरागत कृषि विकास योजना (पी.के.व्ही.वाय.), नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (NMNF) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित एवं बढ़ावा देने हेतु योजना संचालित है। किसानों का भी जैविक खेती के प्रति रुझान बढ़ा है।

राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश उत्पादन में अग्रिम पंक्ति में

श्री सारंग ने कहा कि गेहूं क्षेत्रफल में राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान, मक्का क्षेत्रफल में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान, चना उत्पादन में द्वितीय स्थान, उड़द उत्पादन में ‌द्वितीय स्थान, मसूर क्षेत्रफल में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर रहा है।

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि ई-मंडी प्रांगण की सम्पूर्ण प्रक्रिया का डिजिटाइज़ेशन किया गया है। कृषि अवसंरचना निधि योजना क्रियान्वयन में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर रहा है। सभी 298 उपमंडियों में भी मंडी आरम्भ की गई हैं। उन्होंने कहा कि नमो ड्रोन दीदी योजनांतर्गत आगामी वर्ष में 1066 किसान ड्रोन, महिला स्व-सहायता समूह को प्रदान कर उन्हे स्वावलंबन बनाया जायेगा। नरवाई प्रबंधन अंतर्गत सीबीजी प्लांट के साथ पराली को वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोत के रूप में व्यवसायिक मॉडल विकसित किया जा रहा है। वर्ष 2026 को कृषि वर्ष मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।

मंत्री श्री सारंग ने सहकारी क्षेत्र का सु‌द्धीकरण, कृषि आदान की व्यवस्था, बीज व्यवस्था, सहकारी बैंकों का सुद्धीकरण का जिक्र करते हुए कहा कि 15 कमजोर जिला बैंकों में से 6 बैंकों को शासन द्वारा 300 करोड राशि उपलब्ध कराई गयी। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग में भर्ती प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की गयी है। एम पैक्स का 100 प्रतिशत कम्प्यूटराइजेशन किया जा रहा है। सीपीपीपी मॉडल के जरिये सहकारिता में निजी भागीदारी सुनिश्चित की गयी है।

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि गोपालन से कृषकों की आय और गोसंवर्धन पर सरकार काम कर रही है। दुग्ध समृ‌द्धि अभियान के जरिये दुग्ध उत्पादन को दोगुना किया जा रहा है। पशुपालन को लाभ का धंधा बनाने तथा रोजगार के नये अवसर सृजित करने की दिशा में ठोस कदम उठाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के दुग्ध उत्पादकों के हित में एवं सहकारी प्रणाली और सांची ब्राण्ड को उत्तयन करने के उ‌द्देश्य से एम.पी. स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड तथा संबद्ध दुग्ध संघर्षो के संचालन एवं प्रबंधन के लिए मध्यप्रदेश शासन, एम.पी. स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड एवं संबद्ध दुग्ध संघों तथा राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के मध्य होने वाले सहकार्यता अनुबंध (कोलेबोरेशन एग्रीमेंट) पर सहमति दी गई तथा अनुबंध निष्पादित करने का निर्णय लिया गया। गौ रक्षा केवल संवेदना नहीं, सशक्तिकरण का साधन बननी चाहिए। यह नीति उसी सोच का सशक्त प्रतिबिंब है। इस हेतु मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक, 2024 का अनुमोदन किया गया जिसके तहत प्रदेश में गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 (संशोधित 2010) को और अधिक कठोर करते हुए मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) अधिनियम 2024 में गौवंश के अवैध परिवहन में प्रयुक्त वाहन को राजसात करने का प्रावधान किया गया। उन्होंने कहा कि मत्स्यपालन को उन्नत करने की दिशा में भी लगातार कार्य चल रहा है।

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