
इंसान के पास अद्भुत सामर्थ्य है, ऐसी सामर्थ्य किसी और जीव के पास नहीं है- साध्वी कौशल्या दीदी
किशनगढ़ तालठाकुर शंभू सिंह तंवर
सफलता प्राप्त करने एवं ऊंचाईयों को प्राप्त करने हेतु सतत प्रयत्न और जबरदस्त इच्छा रखो ग्राम भीम में अम्बा माता मंदिर प्रांगण में चल रही सप्त दिवसीय भागवत कथा में कथा वाचक साध्वी कौशल्या दीदी ने कथा में बताया ,यह सब स्वयं पर विश्वास से ही संभव हो पायेगा। तुम संसार में बहुत लोगों पर तो विश्वास रखते हो फिर स्वयं के प्रति हीनभाव क्यों ? इस संसार में जो कुछ भी है वो इंसान के लिए है। मै सब कुछ प्राप्त कर सकता हूँ इस बिचार के साथ कड़ा परिश्रम करो। असफलता की चिंता मत करो, वे स्वाभाविक हैं। असफलताएँ ही तो निरन्तर आगे बढ़ने को प्रेरित करती हैं। इंसान के पास अद्भुत सामर्थ्य है। ऐसी सामर्थ्य किसी और जीव के पास नहीं है। तुमने आँखों को बंद कर रखा है और सदियों से अँधेरा-अँधेरा चिल्ला रहे हैं। ये समझ लो कि आँखे खोलते ही प्रकाश हो जायेगा। तुम बिलकुल भी कमजोर नहीं हो , सामर्थ्यवान हो। हिम्मत मत हारो, एक बार जबरदस्त परिश्रम करो, सब कुछ तुम्हारा है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के पुत्र अजीत बौरासी ने एवं साथियों ने भागवत कथा श्रवण की बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे



