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पोरवाल समाज का अन्नकूट महोत्सव एवं दीपावली मिलन समारोह संपन्न

श्री पशुपतिनाथ पोरवाल सोशल ग्रुप मंदसौर के तत्वावधान में हुआ भव्य आयोजन
मंदसौर। श्री पशुपतिनाथ पोरवाल सोशल ग्रुप, मंदसौर के तत्वावधान में जांगड़ा पोरवाल समाज का अन्नकूट महोत्सव, 56 भोग दर्शन एवं दीपावली मिलन समारोह धार्मिक उल्लास, भक्ति और उत्साहपूर्ण वातावरण में पोरवाल छात्रावास, मंदसौर में भव्य रूप से संपन्न हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री अन्नकूट पूजा-अर्चना, तुलसी पूजन, मंगल आरती एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके पश्चात आयोजित लड्डू गोपाल सजाओ प्रतियोगिता, वंदनवार प्रतियोगिता, पूजा थाली सजाओ प्रतियोगिता एवं बच्चों के मनोरंजक गेम्स प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का सुंदर प्रदर्शन किया।
भक्ति भाव से ओतप्रोत वातावरण में 56 प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों से भगवान श्रीकृष्ण को भोग अर्पित किया गया। भोग के पश्चात सभी समाजजनों का स्नेहभोज आयोजित किया गया, जिसमें सभी ने प्रेम, आनंद और सौहार्द के साथ सहभागिता कर प्रसाद ग्रहण किया।
दीपावली मिलन समारोह के दौरान समाजजनों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं और समाज में एकता, सेवा एवं संस्कृति को बनाए रखने का संकल्प लिया।
इस दौरान आयोजित वंदनवार प्रतियोगिता में प्रथम श्रीमती ज्योति काला, द्वितीय श्रीमती अलका गुप्ता व तृतीय श्रीमती नेहा मुजावादिया रही। लड्डू गोपाल सजावट प्रतियोगिता में प्रथम श्रीमती प्रतीक्षा मुजावादिया, द्वितीय श्रीमती महक चौधरी, तृतीय श्रीमती पूजा मुजावादिया रही, पूजा थाली सजाओ प्रतियोगिता में प्रथम श्रीमती शालिनी गुप्ता, द्वितीय श्रीमती आरती गुप्ता, तृतीय श्रीमती अर्पिता गुप्ता रही। जिन्हें पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम की सफलता में प्रोजेक्ट चेयरपर्सन श्रीमती मंजु महेन्द्र मुजावादिया, श्रीमती कृष्णा कैलाश गुप्ता एवं श्रीमती अनीता जगदीश गुप्ता का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने पूरे आयोजन को अपनी सूझबूझ, निष्ठा और समर्पण से सफल बनाया। महिला वर्ग एवं युवा साथियों की सक्रिय भागीदारी ने भी आयोजन को और अधिक आकर्षक बनाया।
कार्यक्रम का सम्पूर्ण वातावरण भक्ति, उत्साह और आनंद से सराबोर रहा। अंत में श्री पशुपतिनाथ पोरवाल सोशल ग्रुप, मंदसौर के पदाधिकारियों ने सभी उपस्थित समाजजनों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से समाज की एकता और संस्कारों को सुदृढ़ करने का संकल्प लिया।



