धमनार में विजय दशमी दशहरा पर्व एक अनूठे अंदाज में मनाया, रावण के नाक पर मुक्का मार कर अपमानिक किया

धमनार में विजय दशमी दशहरा पर्व एक अनूठे अंदाज में मनाया, रावण के नाक पर मुक्का मार कर अपमानिक किया

यहां रावण की 51 फिट ऊंची प्रतिमा निर्मित है जिसे जलाया नहीं जाता बल्कि रावण के नाक पर मुक्का मार कर अपमानिक किया जाता है और जले हुए टोपले फेंके जाते हैं।
इस दृश्य को देखने के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से हजारों लोग शामिल होते हैं।
उल्लेखनीय हैं कि यह परम्परा लगातार 100 वर्षों से अधिक समय से चली आ रही जिसे आज तक इस परम्परा को निर्वाह किया जा रहा।रावण दहन कार्यक्रम में राम सेना ओर रावण सेना रहती है।
राम की सेना ओर रावण की सेना एक दूसरे पर जले हुए टोपले फेंकते हैं इस प्रकार लंबे समय तक शिलशिला चलता रहता है।जिसके बाद राम की सेना रावण के हाथों के सहारे रावण के नाक पर मुक्का मारने के लिए चढ़ाई करती है लेकिन रावण की सेना राम की सेना को चढ़ने नहीं देती है।
इस प्रकार का क्रम 1 घंटा तक चलती रहती है।बड़ी मशक्कत के बाद राम की सेना का एक युवक चढ़ जाता है और रावण की नाक पर मुक्का मार देता है और रावण को अपमानित करता है। मुक्का मारने वाले युवक को राम सेना का विजेता घोषित किया जाता है और ग्राम पंचायत द्वारा विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।