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गरबा आयोजन विभिन्न समाजों के बीच एकता और सौहार्द बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम-कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री गुर्जर

गांधीनगर में नवदुर्गा गरबा समिति द्वारा प्रतिदिन किया जा रहा है आकर्षक गरबों का आयोजन

गुरूवार की संध्या आयोजित आरती में मुख्य अतिथि जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर, विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रवीणसिंह मण्डलोई, जिला धार्मिक उत्सव समिति के अध्यक्ष वरदीचंद कुमावत, विनोद मेहता, बाबूलाल ललोहार, अम्बाबाई लोहार, विनय दुबेला, राजेन्द्र चाष्टा, बंशीलाल टांक, नटवर पारीख, अशोक पालीवाल, राजू नागदा, सुरेन्द्र कुमावत, निरंजन भारद्वाज, कमलेश नागदा, लता मेता, ललिता कुमावत, हेमा कंडारे, अंजली चौहान, अंशीता जायसवाल, रीना राठौर सामाजिक समरसता मंच के रूपनारायण मोदी आदि उपस्थित थे।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री गुर्जर ने कहा कि गांधी नगर में समित द्वारा कई वर्षों से भव्य गरबा पंडाल स्थापित कर माता की आराधना का पर्व मनाया जाता है। यह आयोजन न केवल धार्मिक होता है, बल्कि इस क्षेत्र में विभिन्न समाजों के बीच एकता और सौहार्द बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत नवदुर्गा गरबा समिति संरक्षक श्री कृपालसिंह शक्तावत, श्री राजेन्द्रसिंह राणा, श्री राजेन्द्रसिंह राणावत, श्री गोवर्धन सिंह सोलंकी, श्री मनोहरलाल चौहान, परामर्शदाता श्री धर्मपालसिंह देवड़ा, श्री पृथ्वीराज सिंह देवड़ा, श्री सीएल बसेर, श्री दरबार सिंह सोलंकी, श्री राजेन्द्रसिंह सिसोदिया, श्री श्रवणकुमार श्रीवास्तव, श्री भंवरसिंह पंवार, श्री डी एस शर्मा, श्री के सी शर्मा, श्री बालमुकुंद दुबे, श्री सत्यनारायण राव, श्री अशोक गौड़, श्री मदन लाल मालवीय, श्री जगदीश शर्मा, श्री सुरेश जोशी, अध्यक्ष श्री रामनारायण प्रजापति, उपाध्यक्ष श्री घनश्याम माहेश्वरी, श्री भोला भारती सोनी, श्री आशीष बंसल, कोषाध्यक्ष श्री सुनील बसेर, सह कोषाध्यक्ष श्री पुरनमल प्रजापति, सचिव श्री रतनलाल चौहान, सह सचिव श्री जगदीश मालवीय, संचालक श्री हस्तीमल सांखला, श्री जितेन्द्रसिंह सिसौदिया, व्यवस्थापक श्री बिंदुपालसिंह राठौड़,श्री गोपाल बंसल, श्री विनोद ओझा, सदस्य श्री जितेन्द्र गौड़, श्री सुरेश शर्मा, श्री कमलेश लोहार, श्री विष्णु मालवीय,श्री श्याम चौहान, श्री भेरूलाल सांवरा, श्री सुरेन्द्र सिंह कोटा वाले, श्री नविन तिवारी, श्री विजेन्द्र सिंह चुण्डावत, श्री आर एस श्रीवास्तव आदि ने किया।