राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा नशा मुक्त शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न

राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा नशा मुक्त शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न
गरोठ। श्री शिवनारायण उदिया शासकीय महाविद्यालय गरोठ में प्राचार्य प्रो. एच.एस. गौड़ के मार्गदर्शन में नशा मुक्त शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वाणी की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद जी के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्राचार्य प्रो. एच.एस. गौड़ ने अपने वक्तव्य में बताया कि नशा मुक्ति केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामाजिक कर्तव्य भी है। नशे की लत से बचकर हम अपने स्वास्थ्य, कॅरियर और संबंधों को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह शपथ केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि जीवन में अनुशासन, आत्मविश्वास और समाज सुधार की दिशा में उठाया गया सार्थक कदम है। इस अवसर पर भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ. जे.आर. झारिया द्वारा स्वयंसेवकों को नशा मुक्ति अभियान की आवश्यकता, उद्देश्य एवं समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को ही नहीं बल्कि परिवार और समाज को भी गहराई तक प्रभावित करता है।
नशा मुक्त कार्यक्रम के तहत हिंदी विभाग के प्राध्यापक एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक बैरागी ने अपने उद्बोधन में बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग 30 लाख लोग सीधे या परोक्ष रूप से नशे के कारण अपनी जान गंवाते हैं। भारत सरकार की राष्ट्रीय सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक देश में 10 में से 1 युवा किसी न किसी प्रकार के नशे की लत से प्रभावित है। यह आँकड़े बताते हैं कि यदि युवाओं को सही मार्गदर्शन न मिले तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है। डॉ. बैरागी ने विद्यार्थियों को समझाया कि आज की युवा पीढ़ी यदि नशे से मुक्त रहे, तो वह अपने जीवन को सुनहरा बना सकती है और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। कार्यक्रम में पधारीं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से पधारी दीदियों ने नशा मुक्त अभियान के तहत अपने सार गर्भित व्याख्यान से सभी छात्रों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि नशे की लत से आर्थिक हानि, सामाजिक अपराध, पारिवारिक कलह, युवाओं में अनुशासनहीनता और राष्ट्र की प्रगति में अवरोध जैसी समस्याएँ जन्म लेती हैं।
अंत में सभी विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवकों ने सामूहिक रूप से नशा मुक्ति की शपथ ग्रहण की और यह संकल्प लिया कि स्वयं नशा मुक्त रहकर समाज को भी इस दिशा में जागरूक करेंगे। कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. अशोक मौर्य द्वारा किया गया तथा आभार इतिहास विभाग के प्राध्यापक प्रो. मनोज सोनगरा ने व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. करण सिंह जाट, डॉ. यशवंत व्यास, प्रो. हरीश यादव, प्रो. नितेश मुजावदिया, प्रो. निर्भय सिंह चंद्रावत, क्रीड़ा अधिकारी डॉ. सतीश पाठेकर, ग्रंथपाल सरिता पोरवाल, डॉ. अखिलेश कुमार, प्रो. मुकेश प्रजापति, प्रो. प्रियंका जांगड़े, खेमराज परमार, निरुप मालवीय, मुन्नालाल निनामा, सुनील परमार, सुनील सोनी, दिनेश वर्मा, विशाल नरवाल एवं राजेश तिवारी उपस्थित रहे। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।