
पुलिस ने बाइक चोरों के बड़े गिरोह का किया पर्दाफाश,8.5 लाख की 9 मोटरसाइकिलें बरामद, 02 अभियुक्त गिरफ्तार
भवानीमंडी। पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में मोटरसाइकिल चोरों के एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर चोरो को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से कुल 9 चोरी की गई मोटरसाइकिलें बरामद की गई । बरामद किए गए वाहनों की कुल कीमत लगभग 8 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि जिले में वाहन चोरी और सेंधमारी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सभी थानाधिकारियों को टीमें गठित कर अपराधियों को पकड़ने का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे। इसी के तहत, भवानी मंडी पुलिस स्टेशन के थानाधिकारी रमेशचंद मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
14 सितंबर 2025 को भारत सिंह नामक एक व्यक्ति ने भवानी मंडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी मोटरसाइकिल (रजि. नं. RJ 17 SJ 7896) मेट्रो हॉस्पिटल के बाहर से चोरी हो गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान, पुलिस टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया। सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी मदद से, पुलिस ने मोटरसाइकिल चुराने वाले दो शातिर चोरो की पहचान की। पुलिस ने दोनों अभियुक्त भरत पुत्र बापुलाल (उम्र 22 साल) और शंभु सिंह पुत्र रामसिंह (उम्र 37 साल) को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान, दोनों ने भवानी मंडी और आसपास के इलाकों से 9 मोटरसाइकिलें चोरी करने की बात स्वीकार की।आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे नशे की लत और अपने शौक पूरे करने के लिए मोटरसाइकिलें चुराते थे। हम अच्छी कंडीशन वाले वाहनों को निशाना बनाते थे। वे पहले वाहन की रेकी करते थे और जैसे ही मालिक वाहन को अकेला छोड़कर जाता था, वे मास्टर चाबी से उसे स्टार्ट कर लेते थे। चोरी के बाद, वे सीसीटीवी कैमरों से बचते हुए वाहन को नदी-नालों के पास झाड़ियों या खड्डों में छिपा देते थे। बाद में, वे वाहनों की नंबर प्लेट और इंजन/चेसिस नंबर बदलकर उन्हें बेच देते थे, जिससे उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता था। अभियुक्त शंभु सिंह का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है। उसके खिलाफ मिश्रोली थाने में आर्म्स एक्ट के दो मामले लंबित हैं। टीम के सदस्यों को प्रशंसा मिली।
इस सफल अभियान में जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिंरजीलाल मीणा के निर्देशन और डीवाईएसपी प्रेम कुमार के सुपरविजन में यह कार्रवाई की गई। टीम का नेतृत्व थानाधिकारी रमेशचंद मीणा ने किया। टीम में हेड कांस्टेबल हरविन्द्र सिंह और कांस्टेबल महेश कुमार (आसूचना अधिकारी), पवन कुमार और तेजेन्द्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।