
सोयाबीन फसल कटाई को मजबुर मजदुर, जिला प्रशासन से उम्मीद
ताल। अभी हाल ही में इंदौर महानगर मे दुःखद हादसा घटित होने की जानकारी सामने आने के बावजुद भी प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, और यही कारण है कि चाहे बात ताल नगर की हो या फिर जावरा आगर टु लेन मार्ग पर सरपट दोडने वाले वाहन चालकों की हो।
ताल नगर नीम चौक चौराहा हो या नगर के अन्य मुख्य मार्ग समय बे समय बडे बडे वाहन बैखौफ होकर प्रवेश कर दुर्घटनाओं को खुला निमंत्रण देते हे एवं आवागमन मे बाधा उत्पन्न होकर आमजन ,राहगीर आदि को परेशानी होकर जान जोखिम का अंदेशा बना रहता है कि न जाने कब कौन सा वाहन यमराज बनकर दुर्घटना घटित कर दे,जिसे लेकर पुर्व मे कई बार आमजनता ने बडे वाहनों का दिन मे नगर मे दिन के समय प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की परंतु आज तक स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं ली गई।इसी प्रकार वर्तमान मे सोयाबीन की फसल कटाई का समय शुरू हो चुका है जिस फसल को काटने के लिये सरवन,सेलाना, बाजना ,रतलाम आदि क्षेत्रों से मजदुर महिला पुरूष बच्चे बडी संख्या मे मजदुरी कर सोयाबीन फसल काटने आना शुरू हो गये है परंतु वे ओव्हरलोडींग वाहनों मे जान जोखिम मे डालकर अपने परिवार सहित मजदुरी करने के लिये मजबुर हो रहे है ।जबकि इस बीच रतलाम से लेकर ताल आलोट तक बीच मे कई पुलिस थाने लगने के बावजुद भी लम्बे समय से इसी प्रकार आटो, टैम्पो, मैटाडोर, बोलेरो पिकअप वाहन आदि पर छतों पर बैठ बैठ कर अपनी जान जोखिम मे डालकर मजदुरी करने आने को मजबुर है जिसे लेकर पुर्व मे भी कई दुर्घटनाऐं घटित होने की जानकारीयां सामने आ चुकी है जबकि पुलिस प्रशासन द्वारा निरंतर चालानी कार्यवाही की जाती रहती है परंतु चालान इसका स्थाई समाधान नही होकर जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधिक्षक को मामले मे संज्ञान लेकर इस और सुध लेने की आवश्यकता है ताकि किसी गरीब की असमय अकाल मोत घटना दुर्घटना का शिकार न हो सके।



