सीतामऊ में महालक्ष्मी मंदिर पर धनतेरस के दिन भर लगा रहा भक्तों का तांता

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श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र महालक्ष्मी मंदिर
सीतामऊ-नगर ही नहीं वरन जिले के एकमात्र सीतामऊ स्थित महालक्ष्मी मंदिर पर लक्ष्मी पूजन के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। दिनभर महालक्ष्मी के पूजन- अर्चन व दर्शन का क्रम जारी रहेगा। मंदिर के बारे में ऐसी मान्यता है कि प्राचीन गुप्तकाल में किसी के द्वारा आकाश मार्ग से तीन मंदिर उड़ाकर ले जाए जा रहे थे इन मंदिरों को सीतामऊ क्षेत्र में ही विराजित साधु ने अपनी शक्तियों को उपयोग कर इन्हें यहीं उतार लिया था। इन मंदिरो में व्यास घाटी स्थित महालक्ष्मीजी मंदिर, राधा-बावड़ी मंदिर, नांदिया की बावड़ी स्थित मंदिर शामिल है।
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मंदिर पूजारी प्रमोद मोड़ ने बताया कि तीनो मंदिरों की खासियत यह है कि इनकी साइज व बनावट एक जैसी है। जिले में केवल एकमात्र महालक्ष्मीजी का मंदिर सीतामऊ में ही स्थित है। धनतेरस पर्व पर भी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुबह से देर रात भीड़ लगी रही। महाआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।