वर्षा ऋतु में सावधानी ही सुरक्षा : दूषित जल एवं मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से करें बचाव

वर्षा ऋतु में सावधानी ही सुरक्षा : दूषित जल एवं मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से करें बचाव
मंदसौर08 सितंबर 25/जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चौहान ने बताया कि वर्षा ऋतु में सबसे अधिक जलजनित व मच्छरजनित बीमारियाँ फैलने का खतरा रहता है। दूषित जल एवं अस्वच्छ आदतें टाइफाइड, पीलिया, डायरिया, पैचिस, हैजा जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म देती हैं।
दस्त रोग, आँखों का संक्रमण तथा मलेरिया/डेंगू जैसी बीमारियाँ बरसात में अधिक होती हैं।
दस्त रोग : शुद्ध पेयजल का सेवन करें, खाने से पहले और शौच के बाद हाथ अवश्य धोएँ, सड़े-गले फलों से बचें तथा मक्खियों से भोजन को सुरक्षित रखें। दस्त होने पर ओआरएस व जिंक सल्फेट का उपयोग चिकित्सक की सलाह अनुसार करें।
आँखों का रोग (कंजक्टिवाइटिस/आई फ्लू) : संक्रमित व्यक्ति की वस्तुओं का उपयोग न करें, ठंडे पानी से बार-बार चेहरा धोएँ, अलग रूमाल-तौलिया रखें तथा धूप का चश्मा लगाएँ।
मलेरिया/डेंगू : घर व आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमले, फ्रिज ट्रे सप्ताह में एक बार साफ करें। मच्छरदानी का उपयोग करें तथा आवश्यकता अनुसार कीटनाशक का छिड़काव करवाएँ।
उन्होंने अपील की कि “स्वच्छता और सतर्कता ही वर्षा ऋतु की बीमारियों से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या चिकित्सक से संपर्क करें।”