निपानिया से पहली बार ऐतिहासिक चुनरी यात्रा, तुम्बड़ मैया को चढ़ाई गई 101 मीटर की चुनरी

तुम्बड़ नदी के उद्गम स्थल पर आस्था और प्रकृति का संगम, ‘कदम’ के पेड़ ने बढ़ाई जगह की महिमा
उपमुख्यमंत्री श्री देवड़ा द्वारा स्वीकृत पुलिया, का जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री शर्मा ने व मंडल अध्यक्ष श्री धाकड़ ने किया भूमि पूजन
निपानिया/बापुलाल डांगीनिपानिया गांव में रविवार को इतिहास रच दिया गया। पहली बार यहां के प्राचीन अंबा माता मंदिर से तुम्बड़ नदी के उद्गम स्थल तक ऐतिहासिक चुनरी यात्रा निकाली गई। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत यह यात्रा ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच जब उद्गम स्थल पर पहुंची, तो हर आंख श्रद्धा से झुक गई।
लेकिन इस पूरे आयोजन का सबसे अद्भुत और आध्यात्मिक आकर्षण रहा – उद्गम स्थल पर मौजूद ‘कदम का प्राचीन वृक्ष’, जिसे ग्रामीणों ने आस्था का प्रतीक बताया।
एक ही जगह नदी का उद्गम, कदम का पेड़ और मां अंबा का आशीर्वाद – बना अद्वितीय संयोग
ग्रामीणों के अनुसार, तुम्बड़ नदी जहां से निकलती है, वहीं कदम का पेड़ स्थित है। मान्यता है कि यह पेड़ साक्षात श्रीकृष्ण का प्रतीक है, जो इस स्थान को विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। जनपद पंचायत अध्यक्ष बसंत शर्मा ने बताया, “ऐसा संयोग विरले ही देखने को मिलता है — एक ओर नदी का उद्गम, दूसरी ओर श्रीकृष्ण से जुड़ा कदम वृक्ष और तीसरी ओर अंबा माता मंदिर से आई चुनरी। यह आस्था, प्रकृति और संस्कृति का त्रिवेणी संगम है।
4 घंटे चली डेढ़ किलोमीटर की चुनरी यात्रा, 101 मीटर चुनरी लेकर पहुंचे श्रद्धालु निपानिया गांव से शुरू हुई चुनरी यात्रा करीब 4 घंटे में पैदल चलते हुए तुम्बड़ नदी के उद्गम स्थल पर पहुंची। श्रद्धालुओं ने 101 मीटर लंबी चुनरी को कंधों पर रखकर ढोल और डीजे की धुन पर जयकारों के साथ यात्रा पूरी की। नंगे पांव चल रहे भक्तों के उत्साह और भक्ति भाव ने हर किसी को अभिभूत कर दिया।
उद्गम स्थल को बनाया जा रहा पर्यटन स्थल, लगाऐ 1300 पोधे , बनेगा घाट और मंदिर मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत मंत्री प्रह्लाद पटेल के निर्देश पर इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रशासन ने 12 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाकर तारबंदी की है। साथ ही आम, पीपल, नीम, करंज, केसर साइमन, वोटर पॉम जैसे 1300 पौधों का रोपण भी किया गया है।
जल्द ही यहां पर श्रीकृष्ण मंदिर और तुम्बड़ मैया का भव्य मंदिर भी बनेगा। उद्गम स्थल तक पहुंचने के लिए पुलिया निर्माण हेतु 4 लाख रुपए की स्वीकृति भी क्षेत्रीय विधायक एवं उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा दी गई है, जिसका भूमि पूजन जनपद अध्यक्ष बसंत शर्मा के हाथों किया गया।
श्रद्धा, संस्कृति और संरक्षण का अनूठा उदाहरण
यह चुनरी यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जल स्रोतों के संरक्षण और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बन गई है। गांव के सभी वर्गों ने तन-मन-धन से इस ऐतिहासिक यात्रा में भाग लिया।
चुनरी यात्रा के बाद सभी को प्रसाद स्वरूप भोजन कराया गया।
चुनरी यात्रा में धुंधडका मंडल अध्यक्ष राजेश धाकड़, नागूलाल जी धाकड़,सरपंच सरिता बाई बापू लाल डांगी, उप सरपंच राजेंद्र सिंह पंवार, ग्राम पंचायत सचिव शिवनारायण वृतीया, पुर्व उपसरपंच शिवनारायण वृतीया,सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी एवं श्रद्धालु शामिल हुए।



