हार्मनी म्यूजिकल ग्रुप शामगढ़ के तत्वाधान में होली मिलन समारोह के अन्तर्गत सुरमई संध्या का आयोजन किया


शामगढ़- कार्यक्रम के प्रथम चरण में मां शारदे की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्वलन हार्मनी संस्थापक जय कृष्ण टंडन, दिलीप चौहान, अजय टंडन द्वारा की जाकर अतिथि गण श्रीमती कविता यादव, श्रीमती संध्या देवी जायसवाल समाजसेवी, श्रीमती प्रीति खुराना , ओम संघवी संपादक डिंपल, साप्ताहिक पत्रकार संजय चौहान, गजेंद्र सिंह, कमल प्रजापति,श्रीमती संध्या टंडन मुकेश दानगढ़, श्री कमल जैन, शिव कामरिया ,लायन अध्यक्ष मुकेश जैन के माध्यम से मां शारदे के चित्र पर पुष्पहार अर्पित किए गए ।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में गणेश वंदना एवं स्वागत भाषण सुश्री सृष्टि टंडन द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
कार्यक्रम का प्रारंभ गीत सत्यम शिवम सुंदरम से किया गया जिसे श्रीमती उमा जैन द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
हार्मनी के म्यूजिकल ग्रुप के स्थानीय कलाकारों ने आर्केस्ट्रा के साथ जुगलबंदी कर कार्यक्रम का समां बांध दिया । सभी गायको ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया ।
उक्त कार्यक्रम में श्री दिलीप श्रीवास्तव का एक प्यार का नगमा है, डॉक्टर जमील खान का क्या तुम्हें पता है, विशाल डाबी ने तुमसे मिलने की तमन्ना है ,डॉक्टर अमित धनोतिया फूलों के रंग से , कमलेश जायसवाल कहीं दूर जब दिन ढल जाए ,योगेश्वर मैहर देखा ना हाय रे, सुश्री चारवी धनोतिया का बच्चे मन के सच्चे, हार्मनी की नई खोज एवं प्रतिभा जिसे मंच प्रदान किया सुश्री भाग्यश्री जिन्होंने जिंदगी प्यार का गीत है , विवेक डाबी ने नीले नीले अंबर से , दिलीप देशभक्त का ए मेरी जोहरा जबी, साहित्यिक मंच संचालक दिलीप चौहान ने उत्कृष्ट संचालन के साथ ही शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब, सुश्री सृष्टि टंडन ने प्यार करने वाले प्यार करते हैं शान से , हार्मनी संस्थापक जय कृष्ण टंडन ने आजकल कुछ याद रहता नहीं, हार्मनी संस्थापक अजय टंडन ने हाल क्या है दिलों का, ओमी भाई खुराना ने रंग बरसे भीगे चुनरवाली रंग बरसे इत्यादि गानों को बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर श्रोताओं को थिरकने पर मजबूर दिया ।
सभी गायक कलाकारों ने इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के दूसरे चरण में जमील खान ने रुक जा ए दिल दीवाने, योगेश्वर मेहर बचना ए हसीनों ,श्री दिलीप देशभक्ति कोई रोको ना दीवाने को, अजय टंडन ए जिंदगी गले लगा ले, कमलेश जायसवाल मधुबन खुशबू देता है, जय कृष्ण टंडन जीवन से भरी तेरी आंखें, दिलीप चौहान दिल की आवाज भी सुन, श्रीमती उमाजी जैन पिया तोसे नैना लागे रे, डॉक्टर अमित धनोतिया रिमझिम गिरे सावन , विशाल डाबी ओ मेरे दिल के चैन, दिलीप श्रीवास्तव ने पल-पल दिल के पास जैसी उम्दा प्रस्तुतियां दी ।
कार्यक्रम के अन्त में सभी हार्मनी सदस्यों द्वारा कभी अलविदा ना कहना गाने से कार्यक्रम का समापन किया ।
कार्यक्रम का शानदार संचालन हार्मनी संस्थापक दिलीप चौहान एवं आभार हार्मनी संस्थापक जयकृष्ण टन्डन द्वारा किया गया ।