दिव्यांगता के बावजूद रानी टांक ने किया जिले का नाम रोशन

दिव्यांगता के बावजूद रानी टांक ने किया जिले का नाम रोशन
लूनाहेडा । हम बात कर रहे है मंदसौर जिले में निवासरत पैरा शूटर रानी टांक की । जिन्हें मंदसौर जिले का नाम गोराविंत किया हैं । रानी टांक पिता प्रकाश टांक जिनकी उम्र महज 36 साल है । बचपन मे पिता का साया उठ गया है । उसके बाद घर में मां भाई बहन की जिम्मेदारी व घर की आर्थिक स्थिति ने नई दिशा मोड़ दी और घर की जिम्मेदारी ने उन्हें नौकरी की तलाश के लिए मजबूर कर दिया । सन् 2014 में उन्होंने आयुष विभाग में शासकीय सेवक के रूप मे शासकीय आयुर्वेद औषधालय लूनाहेड़ा में दवासाज के पद पर जॉइन किया साथ ही मन में कही न कही अपनी प्रतिभा व सपने को एक कोने मे दबाए हर रोज निहारती रही है । संघर्षो से घिरी हुई व अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी व सत्यनिष्ठा के साथ प्रतिदिन जिले से 25 Km दूर बस से सफर तय करते हुए अपने औषधालय लूनाहेड़ा में सेवा प्रदान की । जीवन के इस पड़ाव में जब आप अपने हौसलों को बुलंद करके चलते हो हर राह आसान बनती जाती है । सन् 2021 के बाद अपनी सेवा जिला आयुष कार्यालय मंदसौर में दी । वहा जाने के बाद एक दौर ऐसा आया जिसने पूरी कहानी ही बदल दी। सन् 2024 में पहला मौका मिला जो ज़ोनल ओर नेशनल प्रतियोगिता में भाग लिया । साथ ही 2024 में प्रथम बार मे दोनों प्रतियोगिता में क्वालीफाई किया । अगस्त 2025 में 28 वीं मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग चेम्पियनशिप-2025 महू इंदौर में आयोजित प्रतियोगिता में SH-1 कैटेगिरी में 1st रैंक तथा नेशनल पैरशूटिंग सेलेक्शन ट्रायल पुणे महाराष्ट्र में आयोजित प्रतियोगिता में 11वां स्थान प्राप्त किया।
उसके बाद रानी ने अपने अधुरे रहे सपने को पुरा करने के लिए खुद अपने दम पर मेहनत व तैयारी में जुट गई ।