सहजन, सहिजन, सुरज़न फली, सुरजना की फली,मोरिंगा ,लकड़ी की तरह दिखने वाली ये फली बेहद स्वास्थ्य वर्धक एवं गुणकारी सब्जी

सहजन, सहिजन, सुरज़न फली, सुरजना की फली,मोरिंगा ,लकड़ी की तरह दिखने वाली ये फली बेहद स्वास्थ्य वर्धक एवं गुणकारी सब्जी
बस कड़वी फली न गलती से मिल जाए तो इसका स्वाद बेमिसाल होता है।
पत्ती, फूल, नर्म फली, कड़ी फलिया हर तरह से खाई जाती है। मुझे तो कड़ी फली ही अच्छी लगती है।
कुछ लोग सोचते हैं कि ये लकड़ी जैसी को खाया कैसे जाय?
इसे वैसे ही खाते हैं जैसे फूल गोभी की डंठल को खाया जाता है यानी दातों से खुरचकर ,चूसकर खाइए।

फली को चावल– रोटी के साथ नहीं खा सकते इसे दांतों से खुरचकर ही खाया जाता है। चावल या रोटी के साथ खाने के लिए आलू और रसा होता है।
सहजन की फली की सब्जी का रसा बेहद स्वादिष्ट होता है। इसके पेड़ की लकड़ी बहुत नाजुक होती है फली तोड़ते समय डाली टूट जाया करती थी।
अगर आप इसका पेड़ लगाना चाहते हैं तो घर से काफी दूर लगाए क्योंकि इसके पेड़ पर एक खतरनाक प्रकार की इल्ली होती है। जिसे हमारी सूंड़ी कहते हैं । इनके संपर्क में आ जाने पर बहुत बुरी तरह से शरीर में खुजली होती है।
सहजन की फली साउथ की तरफ खाया जाने वाला प्रसिद्ध व्यंजन सांभर का महत्वपूर्ण अंग है।
अभी तो सहजन पर फ़ूलों की बहार है कुछ ही दिनों में नर्म फलिया बाजारों में बिकती दिखाई देने लगेगी।
तो फिर बाजारों में दिखे तो तुरन्त खरीद ले और सब्जी बनाये क्योंकि ये स्वादिष्ट तो होती ही है और बेहद स्वास्थ्य वर्धक भी हैं !
सहजन (मोरिंगा) एक ऐसा पौधा हैं जिसके फल, पत्ते, बीज और फूल सभी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। सहजन एक प्रकार का गरीबों का मुफ्त का मल्टीविटामिन हैं, इसमें 300 से अधिक रोगों के रोकथाम के गुण पाए जाते हैं। इसमें 90 तरह के मल्टीविटामिन्स, 45 तरह के एंटीआक्सीडेंट गुण, 35 तरह के दर्द-निवारक गुण और 17 तरह के एमिनो एसिड पाये जाते हैं।
■ सहजन के कुछ प्रमुख फायदे:-
● रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार :
सहजन में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं।
● हृदय स्वास्थ्य में सुधार :
सहजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
● हड्डियों को मजबूत बनाता हैं :
सहजन में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
● डायबिटीज में फायदेमंद :
सहजन में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
● पाचन में सुधार :
सहजन में फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं, जो पाचन में सुधार करता हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता हैं।
● त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद :
सहजन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को निखारने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
● स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए फायदेमंद :
सहजन में लैक्टोजेनिक गुण होते हैं, जो स्तन के दूध के उत्पादन को बढ़ाते हैं।
● वजन घटाने में सहायक :
सहजन में क्लोरोजेनिक एसिड और एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं।
● पुरुषों के लिए फायदेमंद :
सहजन इरेक्टाइल डिसफंक्शन में सुधार करने और कामेच्छा बढ़ाने में मदद करता हैं।
■ सहजन का सूप बनाने का तरीका:-
सहजन को कई छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। दो कप पानी लेकर इसे धीमी आंच पर उबलने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे तो इसमें कटे हुए सहजन डाल दें। आप चाहें तो इसमें सहजन की पत्तियां भी मिला सकते हैं। जब पानी आधा बचे तो सहजन की फलियों के बीच का गूदा निकाल लें और ऊपरी हिस्सा अलग कर लें। इसमें थोड़ा सा नमक और काली मिर्च मिलाकर पिएं।
नोट – यह केवल जानकारी सुचना है इसमें बताये सभी उपाय लेखक के अपने विचार हैं। किसी भी उपयोगिता के लिए डॉक्टर वेद्य का परामर्श लेवें