2018 में मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ हुए रेप केस में दोनों आरोपीयों की फांसी की सजा को ट्रायल कोर्ट आजीवन करावस में बदला

मंदसौर ट्रायल कोर्ट में बहुत चर्चित रेप केस फांसी की सजा को बदलते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई,
मंदसौर ट्रायल कोर्ट ने दोनों को मृत्यु तक जेल में रहेंने की सज़ा सुनाई हैं
26 जून 2018 को मंदसौर में 7 साल की बच्ची स्कूल से गायब हो गई थी दो युवकों ने उसे अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया,
बच्ची मंदसौर के बस स्टेण्ड के पास झाड़यों मे गंभीर हालत में मिली थी, जिसे दोनों आरोपी रेप कर छोड़कर फरार हो गए, इस घटना में नाबालिक बच्ची बेहद गंभीर रूप से घायल हुई थी, इसके बाद उसे इंदौर रेफर कर दिया गया था घटना के बाद 2 दिन में ही पुलिस ने सीसीटीवी और साक्ष के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था,
घटना से पुरे देश में लोग आहत हुए थे मंदसौर शहर में भी पीड़ित के पक्ष में लोग सड़कों पर उतर आए थे….
इस मामले को स्वयं तत्कालीन मुख्यमंत्री नेगहरा दुख जाताते हुए सख्त कर्रवाई की बात कही थी, मामला को फास्ट्रेक कोर्ट में ट्रायल चलाने का आदेश दिया था जिसके बाद मंदसौर जिला कोर्ट ने 55 दिन में दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई थी,
इस फैसल पर हाई कोर्ट ने भी सजा को बरकरार रखा था, कैस को दोषियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी, सुनवाई के दौरान डीएनए और फोरेंसिक तथ्यों पर सवाल उठाए गए थे कोर्ट ने इस आधार पर दोबारा ट्रायल के लिए अनुमति दी, इस बार आरोपियों को उनके आचरण और अन्य तथ्यों को ध्यान में रखते हुए फांसी की सजा कम करते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई……
मंदसौर मे जून 2018 मे हुए नाबालिक बच्ची से बलात्कार मामले मे दोनों आरोपियों को हाई कोर्ट द्वारा फांसी की सजा सुनाई गई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने फ़ासी की सजा को उम्र कैद मे तब्दील किया।