समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 01 जुलाई 2025 मंगलवार

//////////////////////////////////////
सीवरेज घोटाले पर विधायक विपिन जैन सख्त, जांच की मांग
मंदसौर। शिवना नदी पर 29 करोड़ की लागत से बन रही सीवरेज योजना में लापरवाही और भ्रष्टाचार की आशंका को लेकर विधायक विपिन जैन ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि चैंबर निर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिससे परियोजना की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
विधायक ने योजना की निष्पक्ष जांच, अधिकारियों-ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय करने और योजना की निगरानी हेतु एक समिति बनाने की मांग की है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों को भी शामिल किया जाए। जनता को पारदर्शिता और स्वच्छता की उम्मीद है, और अब समय है कि जिम्मेदारों को जवाबदेह बनाया जाए।
================
शामगढ़( RPF ) पुलिस ने ट्रेन में यात्रियों से वसूली करते 3 किन्नरों को पकड़ा.. विगत पखवाड़े जीआरपी पुलिस ने भी पकड़ा था एक नकली किन्नर..
============
शामगढ़: पूर्व सरपंच सोनू यादव की धामनिया दीवान स्थित क्रेशर मशीन पर चोरी, केबल मोटर सहीत लगभग 1 लाख का सामान चुरा गए चोर। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर की जांच।
================
शामगढ़-गांव छायन। स्कूल के बच्चों और गांव वालों द्वारा चक्का जाम शासकीय विद्यालय में शिक्षिका के ट्रांसफर के विरोध में .
======================
जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जिले में 72 जल संरचनाओं का गहरीकरण किया गया
जिले में 1238 खेत तालाब, 10 अमृत सरोवर 4296 डग वेल रिचार्ज के कार्य प्रारम्भ किए गए
जल गंगा संवर्धन अभियान के लाइव कार्यक्रम को जिला पंचायत सभागार में देखा और सुना गया
मंदसौर 30 जून 25/ जल गंगा संवर्धन अभियान का आज समापन का प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम खंडवा में आयोजित किया गया। जिसका लाइव प्रसारण तथा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संबोधन को जिला पंचायत सभागार में सांसद श्री सुधीर गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन सहित अन्य सभी जनप्रतिनिधि, हितग्राही, कर्मचारियों ने देखा और सुना। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सभी नगरीय निकायों, सभी ग्राम पंचायत में किया गया। जहां पर लोगों ने कार्यक्रम देखा और सुना।
जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल संरचनाओं के 72 जीर्ण-शीर्ण कार्य को चिन्हींत कर जनभागीदारी से गहरीकरण कराया गया। मनरेगा के तहत पुराने जलसंरक्षण के 1284 कार्य को पूर्ण कराया गया। जिले में 15 अमृत सरोवर बनाने के लक्ष्य के विरुद्ध 10 अमृत सरोवर हेतु सीप्री साफ्टवेयर के माध्यम से स्थल चयन कर कार्य प्रारम्भ कराया गया। जिले में 1238 खेत तालाब के कार्य प्रारम्भ किए गए। जिले में 4800 डग वेल रिचार्ज के कार्य की स्वीकृति दी जाकर 4296 कार्य प्रारम्भ किए गए। 2700 से अधिक वालेन्टर का पंजीयन कर प्रशिक्षण दिया गया।
जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत वर्षा ऋत् के दौरान पौधारोपण के लिए सभी विभागों के माध्यम से 5 लाख से अधिक पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया जिसकी प्रारम्भिक तैयारी की जा रही है। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायतों में 201 नवीन पेयजल प्याऊ की स्थापना की गई। नदियों एवं अन्य जल स्त्रोंत के जलीय जीवों के संरक्षण हेतु वन विभाग द्वारा कार्य किया गया।
जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति, जल संरक्षण और संवर्धन का महत्व और इस हेतु उपाय, वृक्ष और जल संवर्धन के मध्य संबंध, विश्व जल दिवस, नदी को जानों, जल जागरुकता विषयों पर कक्षा 9वीं से 12वीं विद्यालयों पर निबंध, पोस्टर, रंगोली, परिचर्चा एवं संवाद का आयोजन किया गया।
जल संकट रोकने के उपाय प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अव्यव “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” अंतर्गत 45 कृषकों को स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सुविधा उपलब्ध कराई गई।
जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समूह के सहयोग से जलसंचय हेतु जनसहभागिता बढाने के लिए जन जागरूकता रैली, चौपाल संवाद, श्रमदान, दीवार लेखन, कुएं एवं बावड़ी की साफसफाई, स्लोगन, नारे लेखन, चित्रकला तथा वाद विवाद इत्यादि गतिविधियां 88 स्थानों पर की गई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 1136 एकल नल जल योजनाओं के स्रोतों की जियोटेगिंग की गई।
=================
जल गंगा संवर्धन अभियान से पुनर्जीवित हुए सूखे तालाब
मंदसौर 30 जून 25/ मध्यप्रदेश सरकार की मंशानुसार, प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून 2025 तक “जलगंगा संवर्धन अभियान” चलाया गया। जिले में यह अभियान लगातार चला, जिसका परिणाम अब दिखने लगा। इस अभियान के माध्यम से प्रदेशभर के जलस्रोतों को पुनर्जीवित कर जल संवर्धन को जन आंदोलन का स्वरूप दिया गया। जिले ने इसी अभियान में भागीदारी कर वह कर दिखाया, जो वर्षों से केवल एक सपना था। जो तालाब कभी सूखा हुआ करता था, अब वो जल से भरा हुआ है।
जनप्रतिनिधि, प्रशासन, जन अभियान परिषद और ग्रामवासियों के साझा प्रयासों से तस्वीर बदल गई है। गांवों के तालाब गंदगी, झाड़ियों और प्लास्टिक कचरे के कारण उपयोगहीन हो गए थे। लेकिन जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम पंचायत के नेतृत्व और ग्रामीणों की भागीदारी ने इन तालाबों की तकदीर बदल दी है।
विभागों की तकनीकी टीमों ने पहले तालाब के आवश्यक सुधार बिंदु तय किए। इसके बाद प्राकृतिक नालों की सफाई कर वर्षा जल को तालाब की ओर मोड़ा गया। तालाब की खुदाई कर उसकी गहराई और जल संग्रहण क्षमता बढ़ाई गई। ग्रामवासियों ने भी श्रमदान कर सफाई और निर्माण में पूर्ण योगदान दिया।
जलभराव से आम जन जीवन लाभान्वित हुआ
तालाबों के जलभराव से आम जन जीवन बहुत लाभान्वित हुआ है। सूखा और गंदगी से पटा तालाब में अब पानी भरने लगा है। हैंडपंप व कुएँ भी रीचार्ज होंगे। और भूजल स्तर में सुधार के स्पष्ट संकेत दिख रहे हैं। जिससे किसान भी प्रसन्न हैं।
==============
जलगंगा संवर्धन अभियान से पुनर्जीवित हुई मंदसौर की 06 बावड़ियां
मंदसौर 30 जून 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रारंभ किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान के माध्यम से जिले की प्रमुख एवं प्राचीन और ऐतिहासिक बावड़ियां अपने मूल स्वरूप में दिखने लगी है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत, जिले की ऐतिहासिक धरोहर को नवजीवन मिला है। यह सफलता केवल विकास और जल संरचना के पुनरुद्धार की नहीं, बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण की भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के पर्यावरण संरक्षण दृष्टिकोण और जल संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध नेतृत्व ने इस अभियान को जन-आंदोलन का रूप दिया है।
जिले की इन छः बावड़ियों में मंदसौर
विकासखंड की मंदसौर अखाशा की बावड़ी, सात सहेलियों की बावड़ी, नागदेवता की बावड़ी। विकासखंड सीतामऊ में औखा बावड़ी, कयामपुर। विकासखंड गरोठ में छाजड़जी की बावड़ी, गरोठ। विकासखंड भानपुरा में गणेश मंदिर वाली बावड़ी केथुली शामिल हैं।
जिला प्रशासन एवं जन अभियान परिषद के अथक प्रयास से अपने मूल स्वरूप में लौटी है। अभियान का ही परिणाम है कि, यह संरचना फिर से उपयोग लाने लाइक बन गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की दूरदर्शिता ने इन बावड़ियों को एक बार फिर जीवंत कर दिया है। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत यह कार्य न केवल एक संरचना का पुनरुद्धार है, बल्कि जल संरक्षण के प्रति मध्यप्रदेश सरकार की गहरी प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
================
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने जिले के पेट्रोल पंपों का निरीक्षण कर जांच की
मंदसौर 30 जून 25/ जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एनएस चंद्रावत द्वारा बताया गया कि, शासन से प्राप्त निर्देशानुसार जिला आपूर्ति अधिकारी, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्री रघुराज सिंह डोडिया एंव श्रीमती आराधना खड़िया के साथ मंदसौर शहर मे संचालित पेट्रोल / डीजल पम्प उत्सव रामटेकरी मंदसौर, मिश्रिलाल बीपीएल चौराहा मंदसौर, भण्डार फयुल्स सीतामऊ फाटक मंदसौर तथा तहसीलदार दलोदा श्री अभिषेक चौरसिया के साथ दलोदा क्षेत्र के कुशलता फयुल्स फेतेहगढ दलोदा, आशापुरा फयुल्स दलोदा एंव हीरालाल ब्रदर्स का निरीक्षण कर भूमिगत पैट्रोल डीजल टेंक मे पानी की स्थिति को देखा। जिसमे किसी भी पैट्रोल पम्प के टेंक में पानी का मिश्रण नहीं पाया गया। पम्प पर पिने के पानी, साफ सफाई, शौचालय एंव मुफ्त हवा जैसी व्यवस्थाओ को देखा गया एंव आवश्यक निर्देश दिए गए। पैट्रोल डीजल का नाप 5 लीटर जार से किया गया एंव गुणवत्ता डेनसिटी की जांच की गई। फोटो संलग्न
स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश के बचाव व उपचार संबंधी जारी की एडवाइजरी
मंदसौर 30 जून 25/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस. चौहान ने सर्पदंश के बचाव व उपचार संबंधी एडवाइजरी जारी की है उन्होंने बताया की सांप के काटने के बाद काटने की जगह पर दर्द होना, सूजन आना, फफोले होना, खून का बहना, आंखो एवं मुह से खून आना, आखों की पलके नही खुलना, बेहोशी, उल्टी एवं मलद्वार से खून आना, त्वचा का रंग बदलना, पसीना आना या लार टपकना, सिरदर्द, चक्कर आना या आंखो में धुंधलापन आना, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण देखने को मिलते है। इस प्रकार के लक्षण होने पर प्रोटोकॉल अनुसार शासकीय प्राथमिक, सामुदायिक, सिविल अस्पताल एवं जिला चिकित्सालय में मरीज का तुरंत उपचार किया जाना सुनिश्चित करें। सांप काटने के तुरंत बाद पीड़ित को धीरे-धीरे सांप से दूर ले जाएं, पीड़ित को आश्वस्त करें और दिलासा दें, पीड़ित को दोड़ने या तेज चलने न दें, पीने या खाने के लिए कुछ भी न दें, सर्प के काटे स्थान पर सूजन आ सकती है इसलिए जूता, अंगूठी, कलाई घड़ी, ब्रेसलेट या टाइट कपड़ो को जल्द उतार देने की कोशिश करना चाहिए। काटे हुए अंग का हिलाते न हुए उसे स्थिर रखने के लिए अखबार के रोल या लकड़ी की छड़ी या स्टील के रुलर का उपयोग करें, किसी नुकीली चीज से सर्पदंश हुए हिस्से को न काटें, मुंह से जहर चूसने की कोशिश न करें।
सीएमएचओ ने बताया कि सर्पदंश के मरीज को 100 मिनिट के भीतर अस्पताल में उचित उपचार करने से मरीज की शत प्रतिशत बचने की संभावना होती है। सर्पदंश के मरीज को बिना समय गवाएं नजदीकी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर उपचार कराया जाना चाहिए। 70 प्रतिशन सर्प जहरीले नहीं होते हैं, 30 प्रतिशन सर्प जो जहरीले होते है उनके काटने पर 50 प्रतिशत ही जहर शरीर में जाता है। उन्होंने बताया कि सर्पदंश के सर्वाधिक मामले वर्षा के मौसम में आते हैं। सभी सतर्क रहें, खास तौर से इस मौसम में खेतों में काम करने वाले किसान पूरे जूते पहने साथ में बैटरी रखें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर जिले के नजदीकी स्वास्थ्य संस्था पीएचसी, सीएचसी, सीएच एवं जिला चिकित्सालय में चिकित्सीय परामर्श के साथ उपचार प्राप्त करें। सभी संस्थाओं में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय मंदसौर(म.प्र.)
समाचार
जिले में अब तक 154.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
मंदसौर 30 जून 25/ जिले में इस वर्ष अब तक औसतन 154.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की गयी है। जब कि पिछले 24 घन्टों में मंदसौर जिले में 5.2 मिमी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घन्टों में मंदसौर में 29.0 मि.मी., सीतामऊ में 0 मि.मी., सुवासरा में 0 मि.मी., गरोठ में 0 मि.मी., भानपुरा में 0 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 0 मि.मी., धुधंड़का में 2.0 मि.मी., शामगढ़ में 0 मि.मी., संजीत में 0 मि.मी., कयामपुर में 6.0 मि.मी. एवं भावगढ़ में 21.0 मि.मी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है
विगत 1 जून से अब तक वर्षा मापक केन्द्र मंदसौर में 263.0 मि.मी., सीतामऊ में 93.8 मि.मी. सुवासरा में 65.2 मि.मी., गरोठ में 132.8 मि.मी., भानपुरा में 307.0 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 92.0 मि.मी., धुधंड़का में 173.0 मि.मी., शामगढ़ में 134.2 मि.मी., संजीत में 110.0 मि.मी., कयामपुर में 90.7 मि.मी. एवं भावगढ़ में 241.0 वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। गांधीसागर बांध का जल स्तर अब तक 1289.30 फीट है।
शासकीय स्कूलों में नि:शुल्क साइकिल वितरण के संबंध में दिशा-निर्देश
कक्षा 6 और 9 में प्रथम प्रवेश पर मिलेगा योजना का लाभ
मंदसौर 30 जून 25/ स्कूल शिक्षा विभाग ने शासकीय स्कूलों में नि:शुल्क साइकिल वितरण के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये हैं। दिशा-निर्देश में बताया गया है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 में ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले विद्यार्थी, जो कि शासकीय विद्यालय में कक्षा 6वीं और 9वीं में अध्ययनरत हैं तथा वे जिस ग्राम के निवासी हैं उस ग्राम में शासकीय माध्यमिक विद्यालय-हाई स्कूल संचालित नहीं हैं वे अध्ययन के लिये किसी अन्य ग्राम या शहर के शासकीय स्कूल में जाते हैं उन छात्रों को इस योजना का लाभ कक्षा 6वीं एवं 9वीं में प्रथम प्रवेश पर एक ही बार मिलेगा। इन कक्षाओं में पुन: प्रवेश लेने पर साइकिल की पात्रता नहीं होगी। ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे विद्यार्थी जो शासकीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं एवं 9वीं में अध्ययनरत हैं उस गांव से उनके निवास की दूरी 2 किलोमीटर की दूरी से अधिक हो उन्हें ही साइकिल की पात्रता होगी। ग्रामीण क्षेत्र में कन्या छात्रावास में अध्ययनरत छात्राएं जिनके माध्यमिक शाला और हाई स्कूल छात्रावास से स्कूल की दूरी 2 किलोमीटर अधिक दूरी पर है यह साइकिलें छात्रावास को आवंटित की जायेंगी और छात्रावास में रहने वाली बालिकाएं इनका प्रयोग कर सकेंगी। छात्रावास छोड़ते समय साइकिलें छात्रावास में जमा कराना होंगी।
योजना में कक्षा 6वीं के विद्यार्थियों को 18 इंच और कक्षा 9वीं के विद्यार्थियों को 20 इंच की साइकिलें प्रदाय की जायेंगी। नि:शुल्क साइकिल वितरण की विस्तृत जानकारी 3.0 पोर्टल पर प्रदर्शित की गई हैं। नि:शुल्क साइकिल वितरण के संबंध में कक्षा 6वीं की साइकिल के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी श्री आर.के. पांडे और कक्षा 9वीं के लिये योजना अधिकारी श्री अशोक बड़गे को नोडल अधिकारी बनाया गया है। दिशा-निर्देश प्रदेश के समस्त कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला शिक्षाा अधिकारी और जिला शिक्षा केन्द्र समन्वयक को जारी किये गये हैं।
जिला जनसंपर्क कार्यालय मंदसौर(म.प्र.)
समाचार
निःशुल्क अनाज वितरण में लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई : मंत्री श्री चौहान
मंदसौर 30 जून 25/ अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा है कि जनजातीय अंचलों में पात्र परिवारों को निःशुल्क राशन वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कहीं भी अनियमितता या लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार कर्मचारियों और सेल्समेन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने गरीब और जनजातीय भाईयों के हित में एक बड़ा निर्णय लिया है। राशन कार्ड धारकों को तीन माह का अग्रिम निःशुल्क राशन जून महीने में ही वितरित करने की योजना बनाई गई है, ताकि वर्षा ऋतु में किसी भी तरह की कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस योजना पर पूरी गंभीरता से अमल कर रही है। अलीराजपुर जिले सहित प्रदेश के अन्य जनजातीय बहुल इलाकों में भी इस योजना का लाभ पात्र हितग्राहियों तक समय पर पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
मंत्री श्री चौहान ने जिले के जनजातीय भाईयों से भी अपील की है कि वे अपने उचित मूल्य की दुकान से जून महीने में ही तीन माह का पूरा राशन प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि हाल ही में जिले के विभिन्न गांवों से उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ स्थानों पर हितग्राहियों को केवल दो माह का ही राशन वितरित किया जा रहा है, जबकि उन्हें तीन माह का अनाज अग्रिम रूप से दिया जाना चाहिए। इसके अलावा स्व-सहायता समूह की बहनों और सेल्समेन के द्वारा राशन वितरण कार्य में लापरवाही की शिकायतें भी सामने आई हैं। इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए मंत्री श्री चौहान ने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी पात्र हितग्राहियों को निर्धारित मात्रा में अनाज की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि यदि कोई कर्मचारी, सेल्समेन या समूह की सदस्य लापरवाही बरतते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ नियम अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में उन्होंने जिला कलेक्टर को निगरानी बढ़ाने और ग्राम स्तर तक वितरण की सतत समीक्षा करने के भी निर्देश दिए हैं। मंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार गरीबों और जनजाति वर्ग के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। उन्होंने ग्रामवासियों से भी अपील की है कि यदि कहीं भी राशन वितरण में गड़बड़ी हो तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
.