गायत्री परिवार द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत कालाखेत बावड़ी में किया श्रमदान

गायत्री परिवार द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत कालाखेत बावड़ी में किया श्रमदान
मंदसौर। स्थानीय कालाखेत में प्राचीन बावड़ी स्थित है। जहां पर गायत्री परिवार द्वारा विगत 15 वर्षों से समय-समय पर श्रमदान कर सफाई अभियान चलाया जाता है। यह मंदसौर नगर के मध्य स्थित ऐसी बावड़ी है जहां का जल कभी कम नहीं होता है। लेकिन यहां गंदगी होने से इसका पानी उपयोग में नहीं आता है। गायत्री परिवार ने यहां पर अभियान चलाकर सफाई की गई।
गायत्री परिवार के श्रमदानियों ने अपना समय देकर जल अभियान, जल बचाओ अभियान के तहत बावड़ियों, नदी की सफाई व तालाबों की सफाई की जा रही है। आम जनता भी इस अभियान से जुड़े।
गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस बावड़ी का जल चर्म रोग को दूर करने में किया जाता है। क्षेत्र के निवासी ललितजी ने बताया कि काफी दूर से यहां लोग जल भरकर ले जाते है और स्नान भी करते है। शासन प्रशासन को ऐसे जलस्त्रोतों को चिन्हित करके इनका संरक्षण किया जाना चाहिए। अगर बावड़िया सुरक्षित रहेगी तो आसपास क्षेत्र के निवासियों को जलसंकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
श्रमदानी रमेश सोनी ने कहा कि साल भर पहले प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि बावड़ी पर जाली लगाई जाएगी और जो सीढ़िया टूट गई है उनको भी दुरूस्त किया जाएगा। लेकिन यह कार्य आज तक नहीं हुए है।
डॉ. राधेश्याम शर्मा ने अपना अमूल्य समय लेकर बावड़ी की सफाई में श्रमदान किया और कहा कि श्रम से व्यक्ति के विचार सही रहते है और धरती मॉ का आशीर्वाद मिलता है। यहां शासन जाली लगाने का कार्य करे तथा जो बावड़ी में कचरा डाले उन पर चालानी कार्यवाही करे।
गायत्री परिवार द्वारा मिशन 2026 के तहत रचनात्मक कार्य चल रहे है। पार्क सफाई, बावड़ी सफाई, पर्यावरण संरक्षण के तहत पेड़ लगाये जा रहे है। नशा भारत छोड़ों अभियान चलाया जा रहा है। गायत्री परिवार के सात आंदोलन है। भारतीय संस्कृति ज्ञान, बाल संस्कार शाला भी नगर मेें चलाई जा रही है। प्राकृतिक चिकित्सा की भी जानकारी दी जाती है।
श्रमदान में ललित, राहुल खिलची, अभिषेक, नितिश, चेतन, रमेश सोनी, डॉ. राधेश्याम शर्मा, योगेशसिंह सोम, बावेल बहन आदि ने भाग लिया।