समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 13 जून 2025 शुक्रवार

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केन्द्रीय दल ने ग्राम पंचायत खारवा खुर्द एवं कोठडी ताल में जल जीवन मिशन एवं स्वच्छता मिशन का कार्यो का निरीक्षण

इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, भू-जल बोर्ड के श्री चितरंजन बिसवाल, अधीक्षण यंत्री श्री राजीव खुराना, कार्यपालन यंत्री श्री गोविन्द भूरिया ,सीईओ जनपद, सहायक यंत्री, उपयंत्री ,सरपंच, सचिव, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री आनंद व्यास ने किया।
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नोडल अधिकारी जल शक्ति अभियान श्री राठौड़ एवं बिसवाल ने जल संवर्धन संरचनाओं का निरीक्षण किया
दल ने स्वयं सहायता समूह से बनी लखपति श्रीमती मंजू दीदी से चर्चा की
रतलाम 12 जून 2025/भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे जल शक्ति अभियान अंतर्गत रतलाम जिले के लिए नियुक्त केन्द्रीय नोडल अधिकारी जल शक्ति अभियान श्री संदीप रेवाजी राठौड युवा कार्यक्रम एवं खेल विभाग भारत सरकार एवं खेल विभाग भारत सरकार एवं श्री चित्रारंजन बिसवाल वैज्ञानिक ने जिले में जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिए किए गए कार्यो का निरीक्षण किया। केन्द्रीय दल द्वारा जावरा विकासखंड स्थित मां शक्ति आजीविका संकुल स्तरीय संगठन द्वारा संचालित सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय दल द्वारा संकुल से संगठन की दीदियों से चर्चा की गई साथ ही सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र की व्यवस्थाओं एवं संकुल संगठन के माध्यम से समूह सदस्यों को मिल रहे लाभ के बारे में विस्तृत चर्चा की गई एवं प्रसन्नता व्यक्त की गई। दल ने जनपद परिसर जावरा में स्वच्छता परिसर संचालित कर रही महालक्ष्मी स्वयं सहायता समूह ग्राम भीमा खेड़ी की सदस्य श्रीमती मंजू दीदी से उनकी कैंटीन एवं कैंटीन के माध्यम से उनके लखपति बने जाने पर चर्चा की गई।
इस दौरान उनके साथ सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, जिला परियोजना प्रबंधक श्री जय प्रकाश चौहान, जनपद सीईओ श्री बलवंत नलवाया, पीओ मनरेगा श्री राजेश पाटीदार ,पीओ एस बी एम जोएल कटारा , जिला प्रबंधक श्री अभिलाष सोनी, विकासखंड प्रबंधक श्री नाथूलाल मुनिया, श्री अनिल चौहान ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, संकुल संगठन की पदाधिकारी एवं कर्मचारी सहित आमजन उपस्थित थे।
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अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन एवं शपथ दिलाई गई

कार्यशाला में श्रम निरीक्षक नलिनी कटारा के द्वारा बाल श्रमिक कौन है? बाल श्रम अपराध क्यों है एवं अधिनियम अंतर्गत सजा के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला को श्रम निरीक्षक निशा गणावा, सिविल जज जुनियर डिविजन सुश्री अकांक्षा श्रीवास्तव, बाल संरक्षण अधिकारी पवन कुवंर सिसोदिया, विशेष किशोर पुलिस इकाई से श्री गिरीश दुबे, चाइल्ड लाइन से श्री प्रेम चौधरी द्वारा संबोधित किया गया एवं बाल श्रम के दुष्परिणाम एवं इसके प्रभाव की जानकारी दी गई। बाल श्रम एक सामाजिक बुराई है जो बच्चे के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। बाल श्रम करने वाले बच्चों की जीवन खराब हो जाता। जब कोई बच्चा संकट से परेशान, बेसहारा, भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, लावारिस व संगीन स्थिति में मिले तो ऐसे बच्चों की सहायता के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर शिकायत किये जाने की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में चाइल्डलाइन के द्वारा विषय आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
कार्यशाला के पश्चात् प्रचार-प्रसार अभियान अंतर्गत ममता फाउन्डेशन से श्री सुनील सेन के साथ मिलकर श्रम विभाग के कर्मचारियों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को एवं कृषि उपज मंडी प्रांगण में टास्क फोर्स के सदस्यों द्वारा बाल एवं कुमार श्रमिक (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 की जानकारी दी गई। अंत में कार्यशाला एवं प्रचार- प्रसार अभियान में उपस्थित सभी सदस्यों को बाल श्रम रोकने के लिए शपथ दिलाई गई।
प्रचार-प्रसार अभियान में श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से पेरालिगल वालन्टियर, चाईल्डलाईन, विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति सदस्य, सचिव, कृषि उपज मंडी एवं मंडी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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ग्लोबल फैटी लिवर दिवस मनाया गया
रतलाम 12 जून 2025/ नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज वर्तमान समय में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या बनकर उभरी है। मध्यप्रदेश सरकार ने स्वस्थ यकृत मिशन के अंतर्गत इस दिशा में नवीन पहल की है, जिसका शुभारंभ 21 मई को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संध्या बेलसरे ने बताया कि 12 जून 2025 को “ग्लोबल फैटी लिवर दिवस“ मनाया गया । अतः स्वस्थ यकृत मिशन के अंतर्गत ग्लोबल फैटी लिवर दिवस के उपलक्ष्य में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सिविल अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों पर नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के जांच शिविर आयोजित किए गए।
इन शिविरों में 30 वर्ष 65 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों की नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज की जांच की गई । तथा जोखिम कारकों की पहचान और मूल्यांकन, समुदाय में यकृत स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए रेफरल और फॉलोअप किया गया । मरीजों की जांच/परामर्श उपरान्त प्रविष्टि रजिस्टर पर की गई। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सक्रिय रूप से शामिल करते हुए घर-घर जाकर जानकारी प्रदान करने एवं स्क्रीनिंग अभियान चलाने हेतु निर्देशित किया गया है। इन प्रयासों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और रोगों की प्रारंभिक पहचान के प्रति जागरूक किया गया। यदि किसी को नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिज़ीज़ (NAFLD) है, तो स्वस्थ आहार ले। प्रति दिन 3 से 4 भाग 500 ग्राम सब्जियाँ जिनमें हरी पत्तेदार सब्जियां भी सम्मिलित हों, तथा 2 से 4 भाग फल सेवन करें। तैलीय भोजन, मैदा और मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम करें। सोने से 3 घंटे पहले रात का खाना खाएँ। तेल का उपयोग 10 प्रतिशत तक कम करें। नियमित व्यायाम करे। सप्ताह में 150 मिनट व्यायाम करें जैसे तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, और तैराकी करे। सप्ताह में दो बार मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम शामिल करें। हर घंटे बैठने पर 5 मिनट का ब्रेक लें। योग और एरोबिक व्यायाम भी लाभकारी हैं। वज़न प्रबंधन करे अगर किसी का वजन ज़्यादा है तो 5-10 प्रतिशत वजन कम करने का लक्ष्य रखें। (BMI≥ 23kg/m2 धीरे-धीरे और स्थायी वजन घटाये। स्वस्थ वजन बनाए रखें। स्वस्थ आदतें अपनाए। शराब का सेवन पूरी तरह से बंद करें। डॉक्टर द्वारा बताए गए अनुसार दवाइयाँ लें। नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं। अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से समय-समय पर संपर्क करते रहें। नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से फॉलो-अप करें ।