कृषि दर्शनमंदसौरमंदसौर जिला
26 वैज्ञानिक व तीन विभागों के स्टॉफ ने जिले के 90 गांवों में संगोष्ठिया आयोजित की

किसानों को दी जा रही है कृषि की उन्नत तकनीक की जानकारी
मन्दसौर। विकसित कृषि संकल्प अभियान के कार्यक्रम के तहत किसान भाईयों एवं बहनों को कृषि की उन्नत तकनीकी जानकारी जैसे- उन्नत किस्में, बीज उपचार, बुवाई की उन्नत विधियों एवं कीट-व्याधि प्रबंधन के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। इसी प्रकार उद्यानिकी फसलों की उन्नत खेती मूल्य संवर्धन एवं मार्केट लिंकेज के बारे में तथा संतरा, अमरूद आदि में कीट-व्याधि प्रबंधन की तकनीकी जानकारी प्रदान की जा रही है। पशुपालन विभाग के द्वारा पशुपालकों को पशुओं की नियमित देखभाल के तरीके, संतुलित पोषण प्रबंधन एवं मौसमी बीमारियों की तकनीकी जानकारी प्रदान की जा रही है।
उपरोक्त सभी विभागों से संबंधित राज्य एवं केंद्रीय शासन के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में उनको आवेदन करने के तरीके एवं योजनाओं के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र, उद्यानिकी महाविद्यालय के 26 वैज्ञानिक, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं पशुपालन विभाग के समस्त स्टाफ कार्य कर रहे है। इसके अलावा इफको व एफ.पी.ओ भी लगातार सहयोग कर रहे है।
7 जून तक 90 ग्रामों में तकनीकी जानकारी कृषकों एवं कृषक महिलाओं को पहुचाई गई। वहीं 7 जून को मल्हारगढ विकासखण्ड के डोरवाडा, बुढा एवं मगराना गावों में तथा गरोठ विकासखण्ड के कुरावन, असावती एवं चंदवासा में एवं भानपुरा के विकासखण्ड के लोटखेडी, अरनिया चारण एवं बाबुल्दा गावों में कृषक संगोष्ठीया आयोजित की गई। आज 8 जून को गरोठ विकासखंड के पिछला, आगर एवं हतुनिया, भानपुरा विकासखंड के भैंसोदा, कुकड़ेश्वर, संदलपुर व मल्हारगढ़ विकासखंड के बरखेड़ा डांगी, कामलिया एवं गुड़भेली मे भ्रमण कर संगोष्ठी की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान किसान भाईयों को सजीव प्रदर्शनों के माध्यम से प्रशिक्षण एवं जानकारी पहुँचाने का प्रयास सतत् जारी है। उपस्थित कृषकों की विभिन्न समसामयिक समस्याओं का समाधान किया जा रहा है व कृषक भाईयों से कृषि से सम्बंधित अनुसंधानों के लिए सुझाव प्राप्त कर कृषि मंत्रालय को अवगत कराया जा रहा है।
उपरोक्त सभी विभागों से संबंधित राज्य एवं केंद्रीय शासन के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में उनको आवेदन करने के तरीके एवं योजनाओं के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र, उद्यानिकी महाविद्यालय के 26 वैज्ञानिक, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं पशुपालन विभाग के समस्त स्टाफ कार्य कर रहे है। इसके अलावा इफको व एफ.पी.ओ भी लगातार सहयोग कर रहे है।
7 जून तक 90 ग्रामों में तकनीकी जानकारी कृषकों एवं कृषक महिलाओं को पहुचाई गई। वहीं 7 जून को मल्हारगढ विकासखण्ड के डोरवाडा, बुढा एवं मगराना गावों में तथा गरोठ विकासखण्ड के कुरावन, असावती एवं चंदवासा में एवं भानपुरा के विकासखण्ड के लोटखेडी, अरनिया चारण एवं बाबुल्दा गावों में कृषक संगोष्ठीया आयोजित की गई। आज 8 जून को गरोठ विकासखंड के पिछला, आगर एवं हतुनिया, भानपुरा विकासखंड के भैंसोदा, कुकड़ेश्वर, संदलपुर व मल्हारगढ़ विकासखंड के बरखेड़ा डांगी, कामलिया एवं गुड़भेली मे भ्रमण कर संगोष्ठी की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान किसान भाईयों को सजीव प्रदर्शनों के माध्यम से प्रशिक्षण एवं जानकारी पहुँचाने का प्रयास सतत् जारी है। उपस्थित कृषकों की विभिन्न समसामयिक समस्याओं का समाधान किया जा रहा है व कृषक भाईयों से कृषि से सम्बंधित अनुसंधानों के लिए सुझाव प्राप्त कर कृषि मंत्रालय को अवगत कराया जा रहा है।