जलशक्ति मंत्री आवास के चंद – कदम दूर गंदगी का लगा अंबार राहगीरों का जीना दुश्वार हो गया

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जलशक्ति मंत्री आवास के चंद – कदम दूर गंदगी का लगा अंबार राहगीरों का जीना दुश्वार हो गया
ललित विश्वकर्मा
बांदा। चिराग तले अंधेरा की पंक्ति उस वक्त चरिततार्थ हुई जब जल शक्ति मंत्री के इंद्रानगर स्थित आवास से चंद कदम दूर नाले के आस पास गंदगी का अंबार लगा रहा।
स्थानीय जनों ने प्रतिक्रिया व्यक्त कर नाराजगी जताई है। शहर के कटरा निवासी एवं हिन्दू एकता सेवा ट्रस्ट के पूर्व उपाध्यक्ष राकेश चंदेल कोतवाली रोड के रहने वाले तथा दिगम्बर जैन समाज के युवा मीडिया प्रभारी दिलीप जैन का कथन है कि चाहे पालिका परिषद हो या अन्य संबंधित महकमे के जिम्मेदार जनहित को तरजीह देना चाहिए स्वतः हित को नहीं। जिससे कि बाशिंदों में गंदगी के विशालकाय रूप लेने पर संक्रामक बीमारियो के फैलने की आशंका नहीं व्याप्त रहे। उधर स्थानीय जनों का कथन है कि सभासद राममिलन तिवारी भी जनता के हितों के प्रति उदासीन बने हुए है। जिससे सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
आवास विकास कालोनी के अविनाशचंद्र श्रीवास्तव कहते है कि जब प्रचंड गर्मी में नजदीकी नाले और नालियां गंदगी से पटे पड़े है। बरसात के मौसम में तो बाशिंदे ही नहीं बल्कि राहगीरों की हालत बद से बदतर होगी इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता है।
शांति नगर के विपिन शर्मा कहते है कि जन प्रतिनिधियों को जनहितो को प्रमुखता देते हुए लापरवाही करने वालो के प्रति कड़ा रुख अख्तियार करना चाहिए। जिससे कि दूसरे संबंधित लोगों को करारा सबक मिल सके। कुछ ऐसा ही आलम डी एम कालोनी के राजकीय इण्टर कालेज की ड्योढ़ी का है। नालियां उफान मार रही है।
दुकानदार रज्जन बाबू कहते है कि मनमानी कायम है।