मंदिर जाने से सद् विचारों की प्राप्ति तथा सुखी जीवन के लिए प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है-पं.श्री व्यास जी

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खेताखेड़ा में कलश यात्रा के साथ प्राण प्रतिष्ठा-महोत्सव हुआ प्रारंभ


खेताखेड़ा। सोमवार से कलश यात्रा के साथ श्री राम शिव महापुराण कथा एवं पंचकुंडात्मक महायज्ञ प्रारंभ हो गया जिसमें आज तीसरे दिवस बुधवार को संकट मोचन बालाजी मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञाचार्य पंडित माधव जी प्रधान द्वारा धर्म प्रेमी भक्तजनों के साथ महा यज्ञ में आहुतियां दी जा रही।
वही श्री राम शिव महापुराण कथा का ज्ञानामृत पान कराते हुए पंडित ओम जी व्यास में कहा कि मनुष्य के भाव में सद् विचारों का रहना आवश्यक है इससे ईश्वरीय मार्ग प्रशस्त होता है। हर व्यक्ति परिजनों को मंदिर में प्रभु के दर्शन के लिए प्रतिदिन जाना चाहिए जिससे सद् विचारों की प्राप्ति तथा सुखी जीवन के लिए प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पंडित श्री व्यास जी ने कहा कि मंदिर में जाने से सद्विचारों की प्राप्ति होती हैं और धर्म के प्रति जागृति होकर व्यक्ति मानवता कि और बढ़ता है। पंडित श्री व्यास जी ने कहा कि जीव की हत्या ही दानवता है। और प्रत्येक जीव पर दया भाव ही मानवता का अनुपम उदाहरण है।
पंडित श्री व्यास जी ने मनुष्य की अलग-अलग श्रेणी बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति जीव हत्या करता है या किसी के साथ धोखा छल कपट करता है वह दानव कहलाता है वही दूसरा जो सम्भाव रखता है वह व्यक्ति कहलाता है तीसरा जो सभी जीवों पर दया भाव रखता है वह मानव और जो सबके लिए सोचता है और कर दिखाता है वह महामानव देव कहलाता है और इन सबसे बढ़कर जो सृष्टि के लिए कार्य करता है वह भगवान महादेव कहलाता है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी भक्त जनों व आयोजनकर्ताओं ने कथा श्रवण लाभ प्राप्त किया।