MP में बिजली उपभोक्ताओं को डबल झटका! हर महीने बढ़ेगा 412 रुपये का बिल, नई रेट लिस्ट जारी

गर्मी के साथ-साथ अब बिजली का खर्च भी लोगों की जेब पर भारी पड़ने वाला है। मध्यप्रदेश में इस अप्रैल महीने से बिजली की नई दरें लागू कर दी गई हैं, जिसके तहत अब उपभोक्ताओं को औसतन 412 रुपये तक ज्यादा बिल भरना पड़ेगा। प्रति यूनिट 25 पैसे की बढ़ोतरी ने आम लोगों के बजट में सीधा सेंध लगा दी है।
भोपाल में 18 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ
अगर भोपाल शहर की ही बात करें तो यहां के करीब 25 लाख उपभोक्ताओं पर इस बढ़ी हुई दर का सीधा असर पड़ेगा। अप्रैल महीने में अनुमानित 24 करोड़ यूनिट बिजली खपत होगी, जो मार्च के मुकाबले लगभग 2.34 करोड़ यूनिट ज्यादा है। इसका सीधा अर्थ है – गर्मी बढ़ने के साथ आपके बिजली मीटर की रफ्तार भी तेज होने वाली है!
कैसे बढ़ेगा बिल? जानिए पूरा गणित
मार्च में जहां औसतन प्रतिदिन 69.87 लाख यूनिट खर्च हो रही थी, वहीं अब अप्रैल में यह खपत बढ़कर 80.62 लाख यूनिट प्रतिदिन पहुंच गई है। यानी बिजली बिल सीधा 19 करोड़ रुपये तक उछल गया है। मार्च में कुल बिजली बिल 173 करोड़ रुपये बना था, जबकि अप्रैल में यह बढ़कर 192 करोड़ रुपये हो जाएगा।
क्यों हो रही है इतनी खपत?
- भीषण गर्मी के चलते AC और कूलर का जमकर उपयोग।
- ऑफिस और घरों में 24×7 बिजली उपकरणों का भारी इस्तेमाल।
- गर्म मौसम के कारण रेफ्रिजरेटर, पंखे, मोटर पंप की भी बढ़ी मांग।
क्या उपाय हैं बिजली बचाने के?
- पुराने एसी को बदलकर नई इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाले एसी लगाएं।
- LED बल्ब और स्मार्ट डिवाइसेज का इस्तेमाल करें।
- जरूरत न होने पर अडॉप्टर और डिवाइसेज को स्विच ऑफ करें।
- सोलर एनर्जी को भी घरों में अपनाएं।
एक नजर बढ़ी हुई लागत पर:
- प्रति यूनिट वृद्धि : ₹0.25
- अनुमानित अतिरिक्त खपत : 24 करोड़ यूनिट
- अनुमानित अतिरिक्त बिल : ₹6 करोड़
- औसतन हर उपभोक्ता पर भार : ₹412 प्रति महीने
Disclaimer:
इस आर्टिकल में दी गई बिजली दरों और अनुमानित बिल वृद्धि की जानकारी सरकारी रिपोर्ट्स और बिजली कंपनियों के आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित है। दरों में समय-समय पर परिवर्तन संभव है। कृपया अपने क्षेत्र की बिजली कंपनी से सटीक जानकारी के लिए संपर्क करें।