3 मई तक तबाही मचाएगा मौसम! आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और बिजली गिरने का हाई अलर्ट जारी

मध्य प्रदेश में मौसम अचानक उग्र हो गया है और आने वाले दिनों में इसके और भी खतरनाक रूप लेने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग ने 3 मई तक पूरे प्रदेश के लिए तेज आंधी, भारी बारिश, गरज-चमक और ओलावृष्टि का रेड अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होते ही मौसम का मिजाज पलट गया है और इसका असर सभी जिलों में दिखाई देने लगा है।
एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ से बिगड़ा सिस्टम
उत्तर भारत से बढ़ता एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ अब मध्य प्रदेश में असर दिखा रहा है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठ रही नम हवाएं इस सिस्टम को और ताकतवर बना रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इससे प्रदेश में अस्थिरता काफी बढ़ गई है, जिससे अचानक आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
किन जिलों में ज्यादा खतरा?
मौसम विभाग ने ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, मुरैना, सागर, रीवा, सीधी, सतना, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, बैतूल, रायसेन, छतरपुर और सिंगरौली जैसे जिलों के लिए खास चेतावनी जारी की है। इन इलाकों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है और भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी आशंका जताई गई है।
किसानों के लिए बड़ी चिंता
फसलों की कटाई और भंडारण के इस समय में यह अलर्ट किसानों के लिए बेहद गंभीर है। गेहूं, चना और मसूर की फसलें बारिश और ओलों से पूरी तरह खराब हो सकती हैं। कृषि विभाग ने सलाह दी है कि फसल को खुले में न रखें और जितना हो सके जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं। आंधी-तूफान के दौरान खेतों में काम करने से भी बचने की अपील की गई है।
आम लोगों के लिए चेतावनी
शहरों में भी इस बदलते मौसम का असर साफ देखने को मिल सकता है। आंधी से बिजली के खंभे गिरने और ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होने की आशंका है। गरज-चमक के दौरान खुले में खड़े रहना, मोबाइल का इस्तेमाल करना या ऊंचे स्थानों पर होना जानलेवा साबित हो सकता है। लोगों को घरों में ही रहने और मौसम अपडेट्स पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है



