समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 23 अप्रैल 2025 बुधवार

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भारतीय संस्कृति का मूल आधार है अल्पविराम
रतलाम 22 अप्रैल 2025/ आनन्दग्राम अमलेटा में अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में सरपंच वीरेंद्र सिंह राठौर के सहयोग से आनंद विभाग रतलाम द्वारा राज्य आनंद संस्थान के महत्वपूर्ण कार्यक्रम अल्पविराम का आयोजन किया गया, जिसमें 81 नागरिक उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश के गांवों में खुशियां बिखेरने और ग्रामीणों के बीच आपसी संबंधों को सुधारने के लिए आनंद विभाग द्वारा 22 अप्रैल को प्रदेश के सभी 55 जिलों में एक साथ एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ।
मास्टर ट्रेनर सीमा अग्निहोत्री ने अल्पविराम कार्यक्रम का परिचय दिया तथा बताया कि आनंद ग्राम मे विभिन्न गतिविधियों जैसे स्वच्छता, स्वास्थ्य जागरूकता, सामुदायिक सहभागिता, मदद, भजन-कीर्तन, खेलकूद, बाल संस्कार केंद्र एवं नागरिकों के आदर्श व्यवहार, द्वारा आंतरिक खुशहाली प्राप्त कर आनंदग्राम जिले का आदर्श गांव बन रहे हैं। मास्टर ट्रेनर गिरीश सारस्वत ने आनंद क्या है,ये कैसे बढ़ता और कम होता है पूछते हुए आनंद की ओर सत्र लिया। मधु परिहार ने जीवन का लेखा जोखा सत्र द्वारा जीवन में कृतज्ञता के महत्व को बताते हुए मदद करने वालों को धन्यवाद करने को कहा तथा मास्टर ट्रेनर पुष्पेंद्र सिंह सिसोदिया ने क्षमा को अपने जीवन में शामिल करने के लिए कहा।
सत्र के बीच आनंदम सहयोगी ईश्वर सिंह राठौर और सुरेंद्र अग्निहोत्री ने विभिन्न आनंद गतिविधि करवाई। सरपंच वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि जो हमारे बुजुर्ग बताते थे, आज हमें आनंद विभाग के माध्यम से भी वही शिक्षा दी जा रही है जो हमारी भारतीय संस्कृति का मूल आधार है। पूर्व सरपंच लक्ष्मी पाटीदार ने कहा कि सुंदरकांड और कथा प्रवचन बहुत सुने लेकिन जो ज्ञान आज मिला है,उससे हमारा वर्तमान जीवन सुधर जाएगा। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कमल सिंह राठौर ने किया।
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जल संवर्धन और संरक्षण ही जल समस्या से निपटने का विकल्प
रतलाम 22 अप्रैल 2025/ जल जीवन मिशन अंतर्गत बाजना विकासखंड की ग्राम पंचायत पिपलीपाड़ा के ग्राम कालियाकुंडली में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर पीएचई विभाग के जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास एवं ग्रामवासियों के मध्य जल व्यवस्थाओं को लेकर एवं नलजल योजना के सुचारू संचालन संधारण जलकर राशि पंचायत एवं समिति के दायित्व पर चर्चा की गई। साथ ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल के महत्व को समझाया। श्री व्यास ने बताया कि जल समस्या से निपटने के लिए जल संरक्षण व संवर्धन ही विकल्प है।
साथ ही जन जागरूकता के लिए सभी को प्रेरित किया एवं सभी इस अभियान में भागीदार बने एवं अपने क्षेत्र में वर्षा जल को संगृहीत करने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करे, तालाबों का गहरीकरण कुओं बावड़ी की सफाई और जल को बचाने के लिए शपथ ली। इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि श्री मदन कटरा, ग्राम पंचायत सचिव श्री विजय चौहान, उपयंत्री श्री जिग्नेश बामनिया, पंच श्रीमती मंगू भाई,पंच श्री गौतम डमोर, पंच श्री खीमा गणावा, श्री संजु निनामा, श्री रखबचन्द डामर आदि गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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जल गंगा संवर्धन अभियान में सबकी सहभागिता जरूरी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रभारी मंत्री जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार में दें योगदान
रतलाम 22 अप्रैल 2025/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जल गंगा संवर्धन अभियान में प्रदेश में नदी, खेत तालाब, पोखर सहित सभी जल स्रोतों के संरक्षण का कार्य चल रहा है। सभी जिलों में जनप्रतिनिधि और प्रभारी मंत्री अपने-अपने स्तर पर 90 दिन तक चलने वाले इस अभियान का हिस्सा बने और अपना योगदान दें। आगामी 30 जून तक जारी रहने वाले जल गंगा संवर्धन अभियान में प्रदेश में अमृत सरोवरों का भी निर्माण किया जा रहा है। हमारी सरकार का यह अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यों में शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल संरक्षण के हो रहे पुनीत कार्यों के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार अगली कैबिनेट मीटिंग तक स्थानांतरण नीति (ट्रांसफर पॉलिसी) को लेकर भी नीतिगत निर्णय लेगी। हम प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों के कल्याण के लिए उनके वेतन एवं सभी प्रकार के भत्तों के भुगतान के लिए कार्य कर रही है। लोक सेवकों के हितों के साथ ही राज्य सरकार खाली पदों पर जल्द से जल्द भर्ती की दिशा में आगे बढ़ रही है। भर्ती अभियान में सभी योग्य उम्मीदवारों को मौका मिले, इसके लिए प्रत्येक विभाग की समीक्षा की जा रही है। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की लंबित परीक्षाएं भी शीघ्र कराने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार ने बीते सोमवार को ही प्रदेश में टेलीकॉम सेक्टर के डेवलपमेंट को गति प्रदान करने के लिए ग्वालियर में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन स्थापना की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है। इससे बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध होंगे। इसी के साथ आईटी सेक्टर पर आधारित एक कॉन्क्लेव 27 अप्रैल को इंदौर में आयोजित होगी। इससे जुड़े विभागों के अधिकारी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में आईटी के बड़े केंद्र स्थापित हो, इस प्रयोजन से हर संभव प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश को देश का नंबर-1 राज्य बनाने का संकल्प दोहराते हुए बदलते दौर में सभी क्षेत्रों में समुचित विकास की आवश्यकता पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को मीडिया को जारी संदेश में यह जानकारियां साझा की हैं।
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जनसुनवाई में आए 105 आवेदनों पर हुई सुनवाई
कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने जनसुनवाई में आवेदकों की समस्याओं का निराकरण किया
रतलाम 22 अप्रैल 2025। मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने जनसुनवाई में आवेदकों की समस्याएं सुनकर निराकरण योग्य आवेदनों का मौके पर उपस्थित अधिकारियों से निराकरण करवाया एवं शेष आवेदनों का निराकरण करने के लिए अधिकारियों को समयसीमा दी गई। जनसुनवाई में कुल 105 आवेदन प्राप्त हुए। जनसुनवाई में एडीएम डा. शालिनी श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।
तहसील आलोट के ग्राम माल्या निवासी रवि आंजना ने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर श्री बाथम से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई। रवि ने अपने आवेदन में बताया कि प्रार्थी ने अपनी 4 बीघा कृशि भूमि पर संतरे के पौधे लगा रखे थे। प्रार्थी के पडौसी कृषक द्वारा विगत 14 अप्रैल को दिन में बिना किसी को बताए अपने खेत में पराली को जला दिया जिससे प्रार्थी के खेत में लगे फलदार पौधे जलकर नष्ट होने से काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। इस सम्बन्ध में पडौसी कृशक से बात की गई तो वह अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए लडाई झगडे पर उतारु हो गया। घटना की रिपोर्ट पुलिस थाने पर भी की गई परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। आवेदन निराकरण के लिए एसडीएम आलोट को भेजा गया है।
तेजा नगर निवासी नीरज गोयल ने जनसुनवाई के दौरान आवेदन दिया कि तेजानगर कालोनी ब्लाक नं. 2 में स्थित नाले के मुख्य प्रवाह मार्ग के मध्य दीवार का निर्माण कर उसमें स्लेब डालकर अनेक भवनों का निर्माण कर लिया गया है, जिससे नाले की स्थिति अत्यन्त चिन्ताजनक हो गई है और नाला पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। जलभराव के कारण दुर्गंध और गंदगी फैल रही है। क्षेत्रवासियों द्वारा वैकल्पिक सफाई कार्य भी किया गया है किन्तु समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है। नाले की सफाई करवाकर क्षेत्रवासियों की समस्या को हल किया जाए। कलेक्टर श्री बाथम ने निगम आयुक्त को निर्देशित किया कि 15 दिवस में कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
वार्ड क्रमांक 36 डा. देवीसिंह कालोनी के नागरिकों द्वारा संयुक्त रुप से दिए गए आवेदन में बताया गया कि कालोनी में पेयजल पाईप लाईन फूट गई है जिससे नाली का पानी उसमें मिल रहा है और पीने के पानी में काफी बदबू आ रही है। इस समस्या से नगर निगम को भी अवगत कराया गया है परन्तु कोई निराकरण नहीं किया जा रहा है। आवेदन निराकरण के लिए निगम आयुक्त को भेजा गया।
गायत्री बचत साख समूह योजना अध्यक्ष अन्नपूर्णा कुंवर ने जनसुनवाई के दौरान आवेदन देकर बताया कि समूह द्वारा आदेश अनुसार विद्यार्थियों की गणवेश जिला शहरी विकास अभिकरण में पदस्थ नोडल अधिकारी को जमा की जा चुकी है। उक्त गणवेश के सम्बन्ध में 25 प्रतिशत राशि आज तक उक्त नोडल अधिकारी द्वारा नहीं दी गई है और गत 8-9 माह की समूह की राशि आज तक नहीं गई। उक्त गणवेश बनाकर स्कूल में जमा की गई है, उसकी पोर्टल पर एंट्री दिखाई जा रही है। उक्त राशि का भुगतान करवाने की कृपा करें। आवेदन निराकरण के लिए पीओ डूडा को भेजा गया।
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अस्थाई रुप से बंद बल्क जल पुनः प्रारम्भ
रतलाम 22 अप्रैल 2025। ग्राम सेमलिया में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड द्वारा एकल जल प्रदाय योजनान्तर्गत अगस्त 2023 से अक्टूबर 2024 तक बल्क जल के रुप में ग्राम गुणावद समूह जल प्रदाय योजना से जल प्रदाय किया जा रहा था। सेमलिया ग्राम पंचायत सचिव के आवेदन पर एकल जल प्रदाय योजना के तहत पाईप लाईन में लीकेज रिपेयरिंग तथा कुछ वाल्व इंस्टालेशन हेतु नवम्बर 2024 में पेयजल अस्थाई रुप से बन्द कर दिया गया था। 28 मार्च 2025 को पंचायत द्वारा पेयजल प्रारम्भ करने हेतु निवेदन दिया गया जिसके चलते 21 अप्रैल से जल निगम द्वारा बल्क जल प्रदाय पंचायत को चालू कर दिया गया।
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अपनी रचनात्मकता को बचाना ही पृथ्वी को बचाना है
कन्या शिक्षा परिसर में समर कैंप गतिविधियां प्रारंभ
रतलाम 22 अप्रैल 2025। जनजातीय कार्य विभाग के निर्देशानुसार शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में 10 दिवसीय समर कैंप सहायक आयुक्त श्रीमती रंजना सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है । 30 अप्रैल तक चलने वाले इस समर कैंप के दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
विश्व पृथ्वी दिवस पर गतिविधियों के तहत मानव श्रृंखला बनाई गई और पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर संस्था प्राचार्य श्री गणतंत्र मेहता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी रचनात्मकता को बचाना ही पृथ्वी को बचाना है । हमारे भीतर जब मानवीय गुण मौजूद रहेंगे तो हम पृथ्वी को कोई क्षति नहीं पहुंचने देंगे । इस अवसर पर संस्था के बोटैनिकल गार्डन में बालिकाओं ने श्रृंखला बनाई तथा पृथ्वी को हरा-भरा बनाए रखने का संकल्प लिया ।
सात समूह गतिविधियों से जुड़ रही छात्राएं – संस्था में आयोजित शिविर के दौरान बालिकाओं को प्रतिदिन योग एवं ज्ञान का अभ्यास शिक्षक श्री आर.सी. पंड्या द्वारा करवाया जा रहा है । संस्था के सभी सदस्यों द्वारा विभाग द्वारा निर्धारित सात समूह गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए कला, कौशल एवं रचनात्मक विकास संबंधित गतिविधियां थिएटर एवं अभिव्यक्ति, पब्लिक स्पीकिंग, स्टोरी टेलिंग, लोक शिल्प निर्माण, मार्केटिंग और ब्रांडिंग, वित्तीय साक्षरता, लोक कथाएं एवं लोक कलाएं, पारंपरिक नृत्य, क्षेत्रीय संगीत, हस्तकला, फोटोग्राफी, ड्राइंग, पेंटिंग, रोल प्ले, प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग, पारंपरिक एवं स्थानीय खेल, स्टार्टअप आईडियाज, गिग इकोनामी, डिजाइन थिंकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, टेक्नोलॉजी से जुड़ी गतिविधियां आयोजित हो रही हैं।
पोषण के महत्व को समझा- संस्था में राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गई। इसके अंतर्गत बालिकाओं ने पोषण को बढ़ावा देने संबंधित चित्र तथा मॉडल बनाए एवं कविताओं तथा स्लोगन के माध्यम से पोषण वृद्धि पर जोर दिया। इस दौरान संस्था परिवार के सदस्य पंकज मुकाती, सोनल लोहाना, आकांक्षा गौड़, रुक्मणी राठौर, वंदना कुंवर, निलेश जैन, चंदन सिंह कच्छावा, मनीषा खराड़ी, उषा राठौर, रश्मि शर्मा, प्रेमलता उईके, गीता चौधरी, मनोज शर्मा, सीमा कनेरिया, सरिता मईड़ा, सविता डोडियार, संतोष डोडियार, सोनू गुर्जर, रामनिवास राठौर, ब्रजलता शर्मा, श्वेता पंवार, अदिति अकोदिया, रानी पाटीदार एवं समस्त स्टाफ सदस्य मौजूद थे।
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अस्थाई रुप से बंद बल्क जल पुनः प्रारम्भ
रतलाम 22 अप्रैल 2025। ग्राम सेमलिया में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड द्वारा एकल जल प्रदाय योजनान्तर्गत अगस्त 2023 से अक्टूबर 2024 तक बल्क जल के रुप में ग्राम गुणावद समूह जल प्रदाय योजना से जल प्रदाय किया जा रहा था। सेमलिया ग्राम पंचायत सचिव के आवेदन पर एकल जल प्रदाय योजना के तहत पाईप लाईन में लीकेज रिपेयरिंग तथा कुछ वाल्व इंस्टालेशन हेतु नवम्बर 2024 में पेयजल अस्थाई रुप से बन्द कर दिया गया था। 28 मार्च 2025 को पंचायत द्वारा पेयजल प्रारम्भ करने हेतु निवेदन दिया गया था। कलेक्टर श्री राजेश बाथम के निर्देशानुसार तथा सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में 21 अप्रैल से जल निगम द्वारा बल्क जल प्रदाय पंचायत में चालू कर दिया गया।
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जावरा में जल संरक्षण के लिए जनजागरूकता गीत का आयोजन
रतलाम 22 अप्रैल 2025। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद विकासखंड जावरा द्वारा ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के अंतर्गत जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर परामर्शदाताओं और विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से “बूंद-बूंद सागर बनता, जल ही जीवन सबको समझता” गीत का गायन किया, जिससे जल संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाया गया।
कार्यक्रम में ब्लॉक समन्वयक युवराज सिंह पंवार, परामर्शदाता श्रीमती विनीता सिंह पंवार, श्रीमती इंदिरा योगी, देवीसिंह राठौर, अर्पित शिकारी, अंकित ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करना और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से जल संसाधनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
उल्लेखनीय है कि ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ 30 मार्च से 30 जून 2025 तक प्रदेशव्यापी स्तर पर चलाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत महिलाओं को जल के प्रति जागरुक किया गया
रतलाम 22 अप्रैल 2025। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम आंबाकुडी में महिलाओं को जल के प्रति जागरुक किया गया। जल के महत्व के बारे में बताया कि जल का उपयोग कम से कम करना है व्यर्थ पानी नहीं बहाना है श्री राम मारुति ग्राम विकास समिति करिया द्वारा नवांकुर संस्था के कार्यक्रम समन्वय अमृत परिहार एव गांव की महिलाओं को जल के प्रति जागरुक किया गया l
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मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये संशोधनों को मंजूरी
कैलेण्डर बनाकर संभागवार होंगे सामूहिक विवाह/निकाह सम्मेलन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय
रतलाम 22 अप्रैल 2025। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये संशोधनों को मंजूरी दी गई। योजना अंतर्गत कन्या तथा कन्या के अभिभावक गरीबी रेखा के नीचे जीवन निर्वाह करते हों, साथ ही इनका बी.पी.एल. पोर्टल पर सत्यापन अनिवार्य होगा। कन्या विवाह तथा निकाह सम्मेलन के लिये संभागवार वार्षिक चक्रीय रूप से कैलेण्डर जारी कर सामुहिक विवाह/निकाह कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
संभागवार जिलों मे आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित विवाह जोड़ों की न्यूनतम संख्या 11 एवं अधिकतम 200 जोड़ों की निर्धारित की गयी है। योजना में सामूहिक विवाह/निकाह सम्मेलनों में प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी पूर्व अनुसार निकाय स्तर पर की जायेगीं। पात्र/अपात्र एवं समग्र पोर्टल पर वर-वधू की आधार ई-केवायसी अनिवार्य होगा। सामूहिक विवाह कार्यक्रमों के लिये शासन की ओर से मिलने वाले आर्थिक लाभ को सार्थक बनाने का प्रयास करते हुये आयोजन में जन-प्रतिनिधियों एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर समाज के संपन्न और सक्षम व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त किया जायेगा।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना में प्रति कन्या राशि 55 हजार रूपये में से वधू को राशि रूपये 49 हजार का एकाउन्ट पेयी चेक और शेष 6 हजार रुपये सामूहिक विवाह समारोह आयोजन के लिए संबंधित निकाय को प्रदाय किया जायेगा। सहायता राशि रुपये 49 हजार डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डी.बी.टी.) के माध्यम से वधू के खाते में एवं शेष 6 हजार रूपये आयोजन की व्यवस्थाओं पर व्यय के लिए प्रदाय की जायेगी।
मंत्रि-परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2027-28 के लिए नवीन योजना “टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्रों के विकास” के लिए 145 करोड़ रूपये की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गयी। इस योजना में बफर क्षेत्रों में संवेदनशील क्षेत्रों में विभिन्न कार्य किए जाएंगे। इस नवीन योजना में बफर क्षेत्रो में संवेदनशील क्षेत्रों में चेनलिंक फेसिंग का निर्माण किया जाएगा। वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं अग्नि सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। चारागाहों एवं जल स्त्रोतों का विकास किया जाएगा। वन्य प्राणियों का उपचार और स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। नागरिकों के कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश से 9 टाइगर रिजर्व से लगे बफर क्षेत्रों में विगत 4 वर्षों में टाइगर की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है।
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