आध्यात्ममंदसौर जिलासीतामऊ

जब अहंकार पेड़ का आकार ले लेता है तो वह सब कुछ खो देता- डॉ कृष्णानंद जी महाराज

छोटी काशी सीतामऊ आगमन पर संत श्री का धर्म प्रेमी जनों ने किया स्वागत अभिनंदन वंदन

सीतामऊ। श्री हनुमंत धाम अजमेर के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय संत डॉक्टर कृष्णानंद जी महाराज के सीतामऊ छोटी काशी में अल्प प्रवास पर गुरुदेव के अन्य शिष्य श्री राधेश्याम घाटिया के निवास स्थान घटिया स्टोन मंदसौर रोड पर स्वागत अभिनंदन वंदन कर उपस्थित जनों ने दर्शन आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर संत डॉक्टर कृष्णानंद जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहां की मां से ही आरंभ है मां से ही अंत है मां आदिशक्ति है मां से ही ब्रह्मा विष्णु महेश है मां कि आराधना के नव दिन दूर्गा भगवान कि उपासना आराधना का अर्पण किया है इससे हममें एक ऊर्जा प्राप्त होती है। उस शक्ति ऊर्जा को अपने देवी देवता को अर्पित कर देना चाहिए।

संत श्री ने कहा कि उपासना से प्राप्त ऊर्जा शक्ति सबके लिए हो तो कोई बात नहीं पर जब मै अहम अंहकार बीज का आकार ले लेता है।जब बीज बनता है तो वह पौधा और पेड़ भी बनने लग जाता है। ऐसे ही अंहकार का बीज जब पौधा बन जाता है तो उसका विवेक खत्म होने लगता है और जब अहंकार पेड़ का आकार ले लेता है तो वह सब कुछ खो देता है। अहंकार से मनुष्य का पतन हाे जाता है। इसलिए हमें अभिमान का त्याग कर जीवन में विनम्रता को ग्रहण करना चाहिए। विनम्रता से मनुष्य सबकुछ प्राप्त कर लेता है। अहंकार का प्रभू संहार कर देते हैं और नम्रता प्रभु का प्यारा रहता है। आशीर्वाद के पश्चात गुरुदेव ने प्रभु से मंगल कामनाएं करते हुए पुष्प वर्षा कर सुख शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान किया।

इस अवसर पर श्री राधेश्याम घाटिया दिनेश सेठिया मुरली पागानी, दिलीप पटवा भूरालाल उदिया रामदयाल घाटीया चेतन पागानी पोरवाल समाज वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण मांदलिया, कोषाध्यक्ष बगदीराम उदिया, सचिव महेश गुप्ता, व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेश धनोतिया डॉ नितिन सेठिया, सुरेश गुप्ता, ओम घाटिया कैलाश पोरवाल, पुरालाल राठौर नितेश घाटिया, राकेश माली,दिलीप कथिरीया श्री महिपाल सिंह चौहान, सुरज प्रताप भाई लालसिंह चौहान सोनुसिंह चोहान लालाराम दिपाखेडा़ पोरवाल समाज अध्यक्ष कैलाश घाटिया काका सुनील घाटिया रामगोपाल घाटीया तुलसी सहित महिला पुरुष भक्त जन धर्म प्रेमी जनों ने गुरुदेव संत डॉ कृष्णानंद जी महाराज का फुल माला पहनाकर व पुष्प अर्पित कर स्वागत अभिनंदन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

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