नीमचमध्यप्रदेशराजनीति

समाचार मध्यप्रदेश नीमच 24 नवंबर 2024 रविवार

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जमुनियाकला में आयुष स्वास्थ्य शिविर संपन्न

शिविर में 116 मरीजों ने लिया स्वास्थ्य लाभ

नीमच 23 नवंबर 2024, जिला आयुष विभाग नीमच द्वारा शनिवार को आयुष ग्राम जमुनिया कला में नि:शुल्क आयुर्वेद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आमवात, संधिवात, उच्च रक्तचाप, उदर रोग, अतिसार, अरुचि, गैस बनना, रक्ताल्पता, कास, श्वास, स्त्री रोग एवं अन्य मौसमी बीमारियों का नि:शुल्क जांच कर औषधियां प्रदान की गई।

शिविर में रोगियों का ब्लड प्रेशर,शुगर एवं हीमोग्लोबिन आदि की नि:शुल्क जांच की गई। आयोजित शिविर में जिला आयुष अधिकारी डा.आशीष बोरना, ग्राम सरपंच श्री विनोद जायसवाल व पटवारी श्री विनोद लोहार उपस्थित थे। शिविर में डा.बादर सिंह वास्केल, डॉ.पंकज कुमार पाटीदार, डॉ.विमला पाटीदार, श्री कानसिंह राणावत, श्रीमती रितिका तिवारी, श्री शैलेन्द्र पाटीदार, श्री यतेंद्र राजावत, श्री हेमंत व्यास ,श्री विनीत सोनी आदि आयुष स्टाफ द्वारा सेवाएं दी गई। शिविर में कुल 116 रोगियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया गया।

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कानका में राजस्‍व महाअभियान के तहत शिविर आयोजित

नीमच 23 नवम्‍बर 2024, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में राजस्व महाअभियान के तहत जिले में फार्मर रजिस्ट्री के लिए विभिन्न गांवों में शिविर आयोजित किया जा रहे हैं।संयुक्त कलेक्टर एवं भू-अभिलेख प्रभारी श्रीमती प्रीति सिंघवी ने शनिवार को जावद तहसील के ग्राम कानका का भ्रमण कर, आयोजित फार्मर रजिस्ट्री एवं ई-केवाईसी शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर,फार्मर रजिस्ट्री एवं ईकेवाईसी करवाने का आग्रह भी किया।

राजस्‍व महाअभियान के तहत नीमच तहसील के ग्राम धनेरिया कला एवं बोरदिया में आयोजित शिविर में खसरा, ई-केवायसी, फार्मर रजिस्‍ट्री का कार्य किया गया।

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नीमच जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है

नीमच 23 नवंबर 2024, नीमच जिले में रबी मौसम में कृषि फसलों का रकबा 141000 हेक्टेयर है। अभी जिले में 90 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। वर्ष 2024 में 1052 मि.मि. वर्षा हुई है और फसलों की सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता को देखते हुए कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्यक्षता में उप संचालक कृषि, सहायक आयुक्त सहकारिता, जिला विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय प्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक तथा जिले की समस्त सहकारी समितियों के प्रबंधकों की बैठक कर रबी फसलों में लगने वाले उर्वरकों की मात्रा का निर्धारण कर सुचारू रूप से जिले में उर्वरक वितरण व्यवस्था बनाये रखने के निर्देशित किया गया है। जिले की समस्त सहकारी समितियों में बैनर व कृषक संगोष्ठियों के माध्यम से डीएपी के वैकल्पिक उर्वरक एनपीके व एसएसपी के उपयोग के लिए कृषकों को जागरूक किया जा रहा है।

वर्तमान में जिलें में उर्वरकों के उठाव एवं उपलब्धता की मात्रा निम्नानुसार है:-

क्र.-  उर्वरक -उठाव की मात्रा(मे.टन.) -उपलब्‍ध मात्रा(मे.टन) -सीजन में प्राप्‍त कुल मात्रा(मे.टन)

1 यूरिया -13167.135 -8347.884 -21515.019

2 डी.ए.पी. -2127.841  -1681.3 -3809.141

3 एम.ओ.पी. –1413.6  –1515.9 –2929.5

4 एन.पी.के.एस.  -6045.025 -1641.85  -7686.875

5 एस.एस.पी. –9509.  –3391.365 –12900.565

योग –32262.801  –16578.299  –48841.1

गत वर्ष की तुलना में एन.पी.के. उर्वरक का उठाव अधिक हुआ है, जिले में सभी उर्वरक पर्याप्त मात्राओं में उपलब्ध है। जिले में सहकारी समितियों की संख्या 68, मार्कफेड के नगद विक्रय केंद्र 04, विपणन समिति के नगद विक्रय केंद्र 04, एमपी एग्रो के नगद विक्रय केंद्र 01 इस प्रकार 76 शासकीय नगद विक्रय केंद्र एवं लगभग 70 निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों के माध्यम से सुचारू रूप से उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है।

जिले में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर द्वारा प्रति सप्ताह उर्वरकों की उपलब्धता की समीक्षा की जाकर भोपाल स्तर से मांग की गई, जिससे जिले को लगातार उर्वरक उपलब्ध होता रहा।

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मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना से क्रियांश का श्रवण दोष निवारण हुआ

6.50 लाख की काक्लियर इम्पलांट सर्जरी सम्‍पन्‍न

नीमच 23 नवम्‍बर 2024, कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्रा के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत बलदरखा तहसील रतनगढ़ निवासी मा. क्रियांश पिता श्री दीपक जाटव उम्र 2 वर्ष के बच्चे की आर.बी.एस.के. टीम द्वारा जांच की गई, तो पाया, कि बच्चा जन्म से सुनता नहीं है। डॉक्‍टरों द्वारा बताया गया, कि बच्‍चा यदि सुन नहीं पाया, तो भविष्य में बोल भी नहीं पायेगा।

क्रियांश को आर.बी.एस.के. डी.ई.आई.सी. केन्‍द्र जिला चिकित्सालय नीमच के माध्यम से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व्दारा इन्दौर के मान्यताप्राप्त चिकित्सालय में निःशुल्क जांच करवाई एवं छः माह श्रवण यंत्र प्रदान किया गय।

श्रवण यंत्र लगाने के उपरांत सुधार नही होने पर क्रियांश की इन्दौर के प्रायवेट चिकित्सालय में बाल श्रवण योजनान्तर्गत 6.50 लाख की राशि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम तहत स्वीकृत की गई और क्रियांश की काक्लियर इम्पलांट सर्जरी सफलतापूर्वक करवाई गई। उसके श्रवण दोष का निवारण किया गया। अब वह स्वस्थ है मास्टर क्रियांश सामान्य बच्चों की तरह सुन सकता है।

उल्‍लेखनीय है, कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत 0 से 18 वर्ष के बच्चों की जन्मजात विकृतियों की सर्जरी मान्यताप्राप्त निजि एवं शासकीय अस्पतालो में निःशुल्क कराई जाती हैं।

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जन कल्याण और कानून व्यवस्था की स्थिति आदर्श रहे, कलेक्टर, एसपी होंगे जिम्मेदार- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

खाद वितरण कार्य व्यवस्थित हो, कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध उठाएं सख्त कदम

जिलों में व्यवस्थाएं देखने खुद मैदान में उतरें वरिष्ठ अधिकारी

नरवाई के प्रबंधन के लिए हुई सिवनी जिले के कार्यों की प्रशंसा

मुख्यमंत्री ने कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर दिये निर्देश

नीमच : 23 नवम्बर 2024, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में चाहे विकास का प्रश्न हो, शासन की प्राथमिकताओं के अनुसार कार्यों का क्रियान्वयन या कानून-व्यवस्था की बात हो, आदर्श स्थिति बनाए रखने का दायित्व कलेक्टर-एसपी का है। अपने जिले में सभी व्यवस्थाओं के लिए कलेक्टर्स और एसपी जिम्मेदार होंगे। जिन जिलों से अनियमितताओं की शिकायतें आएंगी, वहां बड़े अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 22 हजार थानों की सीमाओं में आवश्यक परिवर्तन हुए हैं। जन-कल्याण की दृष्टि से जिलों के पुनर्गठन के लिए राज्य शासन ने आयोग गठित किया है। इसमें कलेक्टर और जन-प्रतिनिधि भी जरूरी सुझाव देकर सहयोग करें। आने वाले समय में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण, आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने जैसे निर्णय क्रियान्वित होंगे। इस दृष्टि से अनेक प्रशासनिक कार्यों का सह संबंध रहेगा। जिला स्तर पर भी जन-कल्याण के साथ प्रशासनिक सुधार प्राथमिक कार्य है। परीक्षाओं को देखते हुए निर्धारित ध्वनि से अधिक कोलाहल यंत्रों पर नियंत्रण, नशे का व्यापार करने वालों पर अंकुश, पराली जलाने पर रोक, किसानों के लिए खाद और उर्वरक के व्यवस्थित वितरण, राजस्व कार्यों के त्वरित निराकरण को मुस्तैदी से किया जाए। खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार की शाम मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कलेक्टर, कमिश्नर कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर्स ने जिलों में बेस्ट प्रैक्टिसेस की जानकारी दी। नीमच के एन.आई.सी. कक्ष में कलेक्‍टर श्री हिमांशु चन्‍द्रा, एस.पी. श्री अंकित जायसवाल, ए.डी.एम.श्रीमती लक्ष्‍मी गामड़, जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री अरविंद डामोर, अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक श्री एन.एस. सिसोदिया व अन्‍य अधिकारी वीडिय कांफ्रेंसिंग में मौजूद थे।

धान, ज्वार-बाजरा और सोयाबीन की खरीदी, जिलों में हों नवाचार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में धान, ज्वार-बाजरा और सोयाबीन खरीदी से संबंधित कार्य व्यवस्थित रूप से सम्पन्न किए जाएं। जिन जिलों से अनियमितताओं की जानकारी प्राप्त होगी, वहां दोषी अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा। उपार्जन केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं होना चाहिए। खाद, बीज की समय-सीमा में उपलब्धता और व्यवस्थित वितरण को सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश में पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध होने के बावजूद जिन स्थानों से वितरण की अव्यवस्था संबंधित शिकायतें मिलेंगी, वहां दोषी अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शाजापुर जिले में एक नवाचार किया गया है, जिसमें टोकन वितरण सीएम हेल्पलाइन 181 की मदद से करते हुए अनावश्यक लाइन नहीं लगी और कार्य सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ। अतिरिक्त काउंटर बनाकर भी सागर और दमोह जिलों में अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। इसी तरह इंदौर जिले में 65 वर्ष से अधिक आयु के किसानों के लिए पृथक काउंटर बनाया गया। ऐसे सफल प्रयोग अन्य जिलों में भी किए जाएं।

ड्रोन का उपयोग प्रोत्साहित किया जाए, नरवाई जलाने पर लगे अंकुश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कृषि कार्य में ड्रोन के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। ड्रोन के माध्यम से यूरिया के छिड़काव और खाद डालने से सामग्री की बचत भी संभव है। आवश्यकतानुसार किसानों को किराये पर ड्रोन उपलब्ध कराने, प्राकृतिक जैविक कृषि को प्रोत्साहित करने, प्राकृतिक खेती विकास योजना के क्रियान्वयन और किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं।

नरवाई प्रबंधन की रणनीति

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरवाई प्रबंधन के प्रयासों की भी जानकारी प्राप्त की। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश के चयनित जिलों में सुपर सीडर और हैप्पी सीडर के प्रयोग की रणनीति बनाई गई है। इससे नरवाई के नियंत्रण का कार्य संभव होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरवाई प्रबंधन के अंतर्गत किसानों को जागरूक बनाने के लिए नरवाई रथ के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने को कहा। जीरो टिलेज तकनीक के माध्यम से बोवनी, 40 हजार एकड़ के जीरो टिलेज फार्मिंग के फसल प्रदर्शन और सुपर सीडर एवं हैप्पी सीडर द्वारा नरवाई प्रबंधन और बोवनी के कार्य कुछ जिलों में किए जा रहे हैं। इनका अन्य जिलों में विस्तार किया जाए। प्रदेश के 30 जिलों के 400 ग्रामों को नरवाई जलाने से मुक्त ग्राम बनाने के लिए चयनित किया गया है। सिवनी जिले में धारा 144 लगाने, 25 पंचनामें बनाने और सुपर सीडर एवं हैप्पी सीडर का उपयोग बढ़ाने का कार्य कृषि विभाग और जिला प्रशासन के अमले ने मैदान पर जाकर किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस प्रयोग की सराहना की। नर्मदापुरम कलेक्टर ने बताया कि नरवाई जलाने से रोकने के लिए खेत पाठशालाएं लगाई गईं और किसान जागरूकता रथ चलाए गए। कुछ जिलों में किसानों ने स्वयं नए यंत्रों पर उपलब्ध अनुदान का लाभ लेते हुए जागरूकता का परिचय दिया है।

किसानों और आमजन को राजस्व महाअभियान का लाभ दिलवाएं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक माह अवधि के राजस्व महाअभियान 3.0 का शुभारंभ 15 नवम्बर को हो चुका है। इस अभियान में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप किसानों और आमजन को लाभ दिलवाया जाए। पीएम किसान योजना के लिए फार्मर आईडी को दिसम्बर 2024 से अनिवार्य किया जा रहा है। इस नाते कलेक्टर्स इस कार्य को सुनिश्चित करें। खसरा एवं आधार लिंकिंग का कार्य शिविर लगाकर किया जाए। स्वामित्व योजना के समस्त ग्रामों से सबंधित दस्तावेज भी पूर्ण और व्यवस्थित करते हुए राजस्व महाभियान से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाए। वीडियो कांफ्रेंस एवं बैठक में जानकारी दी गई कि राजस्व महाअभियान 3.0 प्रदेश में एक लाख से अधिक नामांतरण, 10 हजार से अधिक बँटवारा, लगभग 20 हजार सीमांकन और एक लाख 39 हजार नक्शा बटांकन, करीब 4 हजार अभिलेख दुरूस्ती और लगभग 2 लाख आधार से खसरे लिंक करने का लक्ष्य तय किया गया है।

गीता जयंती कार्यक्रम पूरे प्रदेश में हों

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि प्रदेश में 11 दिसम्बर को गीता जयंती पर अनेक कार्यक्रम हो रहे हैं, जिनका व्यवस्थित आयोजन सुनिश्चित किया जाए। उज्जैन एवं भोपाल में गीता भवन के भूमि पूजन के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की परम्परा से संबंधित विविध आयोजन सम्पन्न होंगे। इसकी विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई है। इनमें गीता संवाद, गीता के सस्वर पाठ की वर्ल्ड रिकार्ड प्रस्तुति के प्रयास भी किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारी की गई है। इस्कॉन संस्था द्वारा बच्चों के लिए गीता के श्लोकों की प्रतियोगिता और अन्य कार्यक्रमों में समन्वय करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को विभिन्न गतिविधियां आयोजित करनी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में जिलों में ऐसे भवनों का अभाव है, जहां शास्त्रीय और बौद्धिक आयोजन भी होते हों। इन भवनों को सिर्फ मांगलिक भवन बनाने के स्थान पर वैचारिक विमर्श का केंद्र भी बनाया जाए और युवाओं के लिए आवश्यक साहित्य भी उपलब्ध करवाया जाए। श्रीमद्भगवद गीता के कर्म आधारित जन कल्याणकारी उद्देश्यों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए संस्कृति, नगरीय विकास और अन्य विभाग भी सहयोग करें।

वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शीतकाल में रैन बसेरों और आश्रय स्थलों में नागरिकों के लिए ठंड से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने और उनके स्वास्थ्य की देखभाल के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निराश्रितों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से प्रयास बढ़ाए जाएं। अस्पतालों के रोगियों और उनके परिजन को भी भोजन उपलब्ध करवाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिलों में मिलावटखोरी के मामलों पर पूर्ण नियंत्रण, खाद्य पदार्थों की चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से जांच के निर्देश दिए।

इसी तरह प्रदेश में 25 नवम्बर से प्रारंभ “हम होंगे कामयाब” पखवाड़े में विभिन्न गतिविधियों के संचालन और स्वनिधि भी स्वाभिमान भी पखवाड़े में 18 नवम्बर से प्रारंभ गतिविधियों के 2 दिसम्बर तक निरंतर संचालन के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने “स्व निधि से समृद्धि” के अंतर्गत प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और अन्य योजनाओं में हितग्राहियों को जोड़ने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने “धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान” में विभागों की चिन्हित 25 हितग्राही मूलक और सामुदायिक संबंधी योजनाओं के शत-प्रतिशत सेचुरेशन का लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनसमस्याओं के निराकरण और सीएम हेल्प लाइन की लंबित शिकायतों को समय-सीमा में सुलझाने के निर्देश भी दिए।

कानून व्यवस्था की स्थिति रहे सुदृढ़

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर अवैध मादक पदार्थ जब्त किए जाएं। अपराधियों की गिरफ्तारी की जाएं। विशेष अभियान संचालित कर नशे का व्यापार करने वाले अपराधियों की धरपकड़ की जाएं। युवाओं को नशामुक्ति अभियान से जोड़कर जागरूक बनाया जाएं। शिक्षण संस्थाएं भी ऐसे प्रयास करें। नशे की वस्तुओं की सप्लाई चेन पर नियंत्रण हो। अन्य राज्यों से भी संपर्क और संवाद कर नशे की वस्तुओं पर अंकुश लगाया जाए। खांसी के विभिन्न सीरप जो नशे के विकल्प के तौर पर उपयोग में लाए जा रहे हैं उन पर भी नियंत्रण किया जाए। पुलिस की निगाह ऐसी गतिविधियों पर होना चाहिए, विशेष कर औद्योगिक क्षेत्रों में इसे रोकने की विशेष आवश्यकता है। दवा की दुकानों की भी रैंडम रूप से चेकिंग कर इस पर नियंत्रण किया जाए। गौ- तस्करों पर तत्काल एक्शन हो। आदतन अपराधियों के विरूद्ध और साइबर क्राइम पर भी नियंत्रण स्थापित किया जाए। पुलिस की कार्रवाई से अपराधिक तत्व बचना नहीं चाहिए। त्यौहारों के अवसर पर विशेष सतर्कता बरती जाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव जनजाति बहुल जिले के होम-स्टे में रूकेंगे

वीसी में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में होम-स्टे लोकप्रिय हो रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि वे शीघ्र ही अलीराजपुर, धार या अन्य किसी जनजातीय बहुल जिले में संचालित होम-स्टे में रात्रि विश्राम करेंगे। मध्यप्रदेश के होम-स्टे में ख्यात व्यक्तियों और सिने जगत की हस्तियों को भी आमंत्रित कर प्रदेश की पहचान को देश में स्थापित किया जाएगा। प्रदेश के निवाड़ी, छतरपुर, छिंदवाड़ा आदि जिलों में होम स्टे पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।

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बँटवारे की रिपोर्ट के एवज में 18000/- की रिश्वत लेने वाले पटवारी और चौकीदार को 03-03 वर्ष का कारावास

नीमच। श्रीमान राकेश कुमार शर्मा, विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम), जिला-नीमच द्वारा बँटवारे की रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने के एवज में 18000/- रूपये की रिश्वत लेने वाले पटवारी सुभाषसिंह पिता रघुनंदनसिंह चौहान, उम्र-39 वर्ष, निवासी-125 शांति नगर नीमच एवं रिश्वत के रूपये अपने कब्जे में रखने वाले चौकीदार नूर खां पिता काले खां, उम्र-55 वर्ष, निवासी-ग्राम जाट, जिला नीमच को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 सहपठित धारा 120(बी) भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत 03-03 वर्ष के सश्रम एवं 10000-10000 रूपये अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।

श्री जगदीश चौहान, विशेष लोक अभियोजक द्वारा घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक निलेश सुथार, निवासी-ग्राम डिकेन, तहसील जावद, जिला नीमच द्वारा पुलिस अधीक्षक, विपुस्था, लोकायुक्त कार्यालय, उज्जैन में एक शिकायती आवेदन दिया कि उसके व उसके भाई अनिल सुथार के ससुर की एक शामिलाती भुमि ग्राम जाट पटवारी हल्का नंबर 28 टप्पा रतनगढ़, तहसील सिंगोली, जिला नीमच में स्थित हैं। इस भूमि के बँटवारे हेतु तहसील कार्यालय, रतनगढ़ में आवेदन किया हुआ हैं, जिसके संबंध में पटवारी हल्का नंबर 28 सुभाषसिंह चौहान द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की जाना हैं, जिसके एवज में पटवारी द्वारा 18000/- रूपये रिश्वत की मांग की जा रही हैं। आवेदक निलेश सुथार के आवेदन पर से रिश्वत की मांग की पुष्टी किये जाने हेतु आवेदक को वाईस रिकॉर्डर के साथ आरोपी के पास भेजा, जहॉ पर आरोपी द्वारा दिनांक 28.01.2019 को 18000/-रूपये लेकर कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया। रिश्वत की मांग की पुष्टी हो जाने पर उप पुलिस अधीक्षक वेदांत शर्मा के नेतृत्व में ट्रेप दल का गठन किया गया। दिनांक 28.01.2019 को ट्रेप दल मय आवेदक के दिन के समय रतनगढ़ पहुॅचा जहॉ पर आवेदक द्वारा आरोपी को फोन पर लगाया जाना आरोपी द्वारा उसे रिश्वत की राशि लेकर ग्राम जाट धाकड़ धर्मशाला के पीछे गोपाल गुर्जर के घर पर बुलाया। आवेदक, गोपाल गुर्जर के घर पर गया। जहॉ पर उसने रिश्वत की राशि आरोपी सुभाष को दिये जाने के पश्चात ट्रेप दल को इशारा किया, जिस पर से ट्रेप दल द्वारा आरोपी सुभाष को पकडा गया, जिसके हाथ धुलाये जाने पर घोल का रंग गुलाबी हो गया था। आरोपी सुभाष द्वारा रिश्वत के रूपये सह आरोपी चौकीदार नूर खां को दिये गये थे, जिसके कब्जे से रिश्वत के रूपये जप्त किये गये। मौके की कार्यवाही कर अग्रिम विवेचना डीएसपी लोकायुक्त बसंत श्रीवास्तव द्वारा की जाकर अभियोग पत्र विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988) नीमच में प्रस्तुत किया गया।

विशेष लोक अभियेजक द्वारा माननीय न्यायालय के समक्ष विचारण के दौरान आवेदक, ट्रेपदल के सदस्य, पंचसाक्षी व विवेचक सहीत सभी महत्वपूर्ण गवाहों के बयान कराते हुए अपराध को संदेह से परे प्रमाणित कराकर आरोपीगण को कठोर दण्ड से दण्डित किए जाने का निवेदन किया गया। जिस पर से माननीय विशेष न्यायालय द्वारा आरोपीगण को उपरोक्त दण्ड से दण्डित किया गया। न्यायालय में शासन की ओर से पैरवी श्री जगदीश चौहान, विशेष लोक अभियोजक द्वारा की गई।

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