समाचार मध्यप्रदेश नीमच 20 नवंबर 2024 बुधवार
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सभी सामुदायिक स्वच्छता परिसरों में पानी व्यवस्था करें-श्री चंद्रा
हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान प्रारंभ
उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार
नीमच 19 नवम्बर 2024, जिले के सभी सामुदायिक स्वच्छता परिसरों(सीएचसी) में पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। साथ ही साफ-सफाई भी करवाएं। गांवों में चौक, नालियों को खुलवाएं, नालियों की साफ-सफाई करवाएं। जल संरचनाओं, कुओं, बावडियों और हेडपम्पों की साफ-सफाई के कार्य करवाएं। सेग्रीगेशन शेड को क्रियाशील करवाएं। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में “हमारा शोचालय, हमारा सम्मान अभियान” की तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अरविंद डामोर, जनपदों के सीईओ, परियोजना अधिकारी श्री सुशील दौराया, सहायक यंत्री, एवं शाखा प्रभारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया, कि जिले में 19 नवम्बर 2024 विश्व शौचालय दिवस सें 10 दिसम्बर 2024 मानव अधिकार दिवस तक “हमारा शौचालय, हमारा सम्मान अभियान” आयोजित किया जा रहा है। अभियान के तहत व्यक्तित शौचालय के आनलाईन प्राप्त आवेदनों का निराकरण व पात्र हितग्राही को स्वीकृति पत्र वितरण और सामुदायिक शौचालयों का भौतिक सत्यापन व मरम्मत कार्य पूर्ण करवाया जायेगा । इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों एवं स्वच्छता मित्रों, स्वयं सेवकों को पुरुस्कृत भी किया जावेगा । बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यो एवं मनरेगा के कार्यो की भी समीक्षा की गई।
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गांधीसागर समूह जल प्रदाय योजना का 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण
कलेक्टर ने की योजना के कार्यो की प्रगति की समीक्षा
नीमच 19 नवम्बर 2024, गांधीसागर समूह जलप्रदाय योजना का अब तक जिले में 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो गया है। जिले में इस योजना के तहत एक लाख 42 हजार 468 घरों में नल कनेक्शन लगाए जा चुके है। 4733 कि.मी. में से अब तक 3 हजार 857 कि.मी. जल वितरण पाईपलाईन बिछाई जा चुकी है। रोड रेस्टोरेशन का कार्य 358 कि.मी. में पूर्ण कर लिया गया है और शेष कार्य तेजी से प्रगति पर है। यह जानकारी जल निगम के महाप्रबंधक श्री जितेन्द्र सिह राणावत ने मंगलवार को कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्यक्षता में 1400 करोड़ लागत की गांधीसागर समूह जल प्रदाय योजना के जिले में चल रहे निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक में दी।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अरविंद डामोर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री आर.सी.जलोनिया, सहित अन्य अधिकारी क्रियान्वयन एजेन्सी, दिलीप बिल्डकॉन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया, कि ग्राम सालरामाला में 168.72 एम.एल.डी.क्षमता का इन्टकवेल निर्माण का कार्य तेजी से जारी है। ग्राम बस्सी में 136 एम.एल.डी.क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। 20 में से 18 नग क्लियर वाटरपम्प का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिले में 316 नग आर.सी.सी.ओव्हर हेड टैंक निर्माण के कार्यो में से 272 टंकियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। कलेक्टर ने क्रियान्वयन एजेन्सी को शेष सभी कार्य तेजी से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए, कि योजना का कार्य पूर्ण होने पर प्रारंभिक जल प्रदाय टेस्टिंग के समय यह सुनिश्चित कर लिया जाए, कि सभी गावों में सभी घरों में नल से जल पहुंच रहा है। उन्होने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए, कि योजना की टेस्टिंग के दौरान वे पंचायतों के माध्यम से यह सुनिश्चित कर लें, कि सभी गांवों में शुद्ध जल आपूर्ति हो रही है।
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पंचायत उप निर्वाचन 2024 संबंधित पंचायत/वार्ड में आचार संहिता लागू
नीमच 19 नवम्बर 2024, पंचायतों के उप निर्वाचन 2024 उत्तरार्द्ध हेतु निर्वाचन कार्यक्रम (समय-अनुसूची) की घोषणा होने के साथ ही संबंधित ग्राम पंचायत, निर्वाचन क्षेत्र, वार्ड के क्षेत्र में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई, जो निर्वाचन परिणाम की घोषणा की तिथि तक प्रभावशील होगा।
नीमच जिले में ग्राम पंचायत सरोदा व बरखेडा कामलिया में सरपंच के रिक्त पद एवं जावद क्षेत्र में पंच के चार रिक्त पदों, मनासा क्षेत्र में पंच के तीन रिक्त पदों और नीमच की ग्राम पंचायत चम्पी के एक वार्ड में पंच पद पर उप चुनाव होना है। संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को रिटर्निंग आफीसर एवं नायब तहसीलदार को सहायक रिटर्निंग आफीसर नियुक्त किया गया है।
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सभी विभाग सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों को गंभीरता के साथ निराकृत करें-श्री चंद्रा
कलेक्टर ने जिला अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश
नीमच 19 नवम्बर 2024, सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों के निराकरण का सभी विभागों ने गत एक माह में अच्छा प्रदर्शन करते हुए शिकायतें संतुष्टी के साथ बंद करवाई है। सभी अधिकारी सीएम हेल्पलाईन में दर्ज 50 दिवस से अधिक की शेष रही शिकायतों और समाधान ऑनलाईन में दर्ज शेष शिकायतों को पूरी गंभीरता के साथ सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निराकृत करवाएं। सभी विभाग अपनी हर एक शिकायत को देखकर, निराकरण, प्रतिवेदन दर्ज करें। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने मंगलवार को जिला अधिकारियों की बैठक में सीएम हेल्पलाईन की विभागवार समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड़, जिला पंचायत सीईओ श्री अरविंद डामोर, सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए, कि सभी जिला अधिकारी अपने विभाग की सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों को खोल कर देख लें, मांग आधारित शिकायतों को मांग मॉड्यूल में स्थानातंरित करें। शेष शिकायतों को संतुष्टी के साथ बंद करवाएं। आवेदकों से चर्चा कर, उन्हें निराकरण से अवगत करवाएं और उनसे शिकायते बंद करवाएं।
राजस्व प्रकरणों का तेजी से निराकरण करवाएं:- बैठक में कलेक्टर श्री चंद्रा ने राजस्व महाअभियान की तहसीलवार प्रगति की समीक्षा की। उन्होने सभी राजस्व अधिकारियों को राजस्व महाअभियान के तहत राजस्व प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विशेष शिविर आयोजित कर, खसरा, ई-केवायसी का कार्य शतप्रतिशत पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने महाअभियान के तहत नक्शा तरमीम, रास्ता विवादों का निराकरण, नामांतरण बंटवारा के प्रकरणों का भी प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए।
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मातृ मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा एवं जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 25 को
नीमच 19 नवम्बर 2024, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्यक्षता में 25 नवम्बर 2024 को अपरान्ह तीन बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित की जा रही है। बैठक में जिले में मातृ मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा की जावेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद द्वारा सभी संबंधित आशा, ए.एन.एम., सीएचओ, नर्सिंग आफीसर, सेक्टर मेडिकल आफीसर, पी.जी.एम.ओ., एम.ओ., स्त्री रोग विशेषज्ञों एवं संबंधितों के परिजनों को अद्यतन जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए गये है। इसी तरह जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 25 नवम्बर को अपरान्ह 3.30 बजे आयोजित की जा रही है। समिति के सभी सदस्यों से भी इस बैठक में उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।
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ग्राम पंचायत धामनिया की सरपंच श्रीमती भारती रावल पद से पृथक
जिला पंचायत सीईओ ने जारी किया आदेश
नीमच 19 नवम्बर 2024, जिला पंचायत सीईओ श्री अरविंद डामोर द्वारा नीमच जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत धामनिया की सरपंच श्रीमती भारती रावल को म.प्र.पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के अंतर्गत ग्राम पंचायत धामनिया के सरपंच के पद से पृथक करने का आदेशा जारी किया गया है।
इस संबंध में जिला पंचायत नीमच के सीईओ द्वारा जारी आदेशानुसार ग्राम पंचायत धामनिया की सरपंच श्रीमती भारती रावल ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाते हुए शासकीय भूमि के स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी कर दिए। जबकि भू-राजस्व संहिता की धारा 244 अंतर्गत यह अधिकार तहसीलदार को प्राप्त है। इस प्रकार इनके द्वारा जारी भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय भूमि की रजिस्ट्री व नामांतरण कराया जाकर, हेराफेरी की गई हैं। सरपंच द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए शासकीय भूमि को खुर्दबुर्द किया गया जो, कि जनहित में नहीं होकर, श्रीमती भारती रावल सरपंच ग्राम पंचायत धामनिया के पद पर बने रहना लोकहित में नहीं होने से पद से पृथक करने की कार्यवाही की गई हैं।
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उज्जैन में बनेगी प्रदेश की पहली मेडिसिटी: मुख्यमंत्री डॉ.यादव
नीमच 19 नवम्बर 2024, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा है, कि उज्जैन में प्रदेश की पहली मेडिसिटी बनने जा रही है। राज्य सरकार चिकित्सा सेवा और चिकित्सा शिक्षा के लिए गंभीर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में चिकित्सा सेवा और आयुष के माध्यम से स्वास्थ्य और चिकित्सा को समग्रता में देखते हुए नई अवधारणा पर कार्य हो रहा है। इसके चलते उज्जैन में बनने वाली मेडिसिटी में न केवल मेडिकल कॉलेज रहेगा अपितु नर्सिंग, पैरामेडिकल, अनुसंधान सुविधा, चिकित्सक-विशेषज्ञ और स्टॉफ के आवास सहित संपूर्ण व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे स्वयं इस कैंपस का भूमि-पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समत्व भवन में मीडिया से चर्चा में यह बात कही।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा, कि पिछले 20 साल में मध्यप्रदेश सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाएं हैं। वर्ष 2004-05 में प्रदेश में मात्र 5 मेडिकल कॉलेज थे, वर्तमान में प्रदेश में 17 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं और 8 निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंहस्थ अवधि में लगभग 15 करोड़ की आबादी उज्जैन में होगी। सामान्य समय में भी लगभग 5 से 7 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उज्जैन पधार रहे हैं। अतः यहां मेडिसिटी का बनना उपयोगी और महत्वपूर्ण है। उज्जैन में आकार ले रही मेडिसिटी के लिए मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
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मध्यप्रदेश बनेगा देश का लॉजिस्टिक्स हब : उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा
इंदौर में म.प्र. का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क
नीमच 19 नवम्बर 2024, उप मुख्यमंत्री एवं योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने मध्यप्रदेश के समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में हो रहे कार्यों को अभूतपूर्व बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य नीति आयोग द्वारा भी विकास के लिये सतत नवाचार किये जा रहे है। नीति आयोग एक नवीन पहल कर प्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने नीति आयोग को इसके लिये की जा रही वर्कशॉप के लिये बधाई और शुभकामनाएँ दी। सोमवार को नीति आयोग ने आवश्यक रणनीति तैयार करने के लिये एक कार्यशाला की। कार्यशाला का विषय “मध्यप्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब: चुनौतियाँ और समाधान” था। कार्यशाला में बताया गया कि मध्यप्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब बनाने के लिये एकीकृत रणनीति बनेगी। मल्टी-मॉडल परिवहन के लिए बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाया जाएगा। इंदौर में राज्य का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क, एमएलएलपी स्थापित किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश राज्य नीति आयोग की कार्यशाला में राज्य लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों को समझने, नीति-निर्माण में सुधार के लिए विचार-विमर्श किया गया। इसमें लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम को सुदृढ़ बनाने पर भी चर्चा हुई। कार्यशाला में केंद्रीय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति विशेषज्ञ, उद्योग जगत के प्रतिनिधि और विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया।
मध्यप्रदेश देश के मध्य में स्थित होने के कारण लॉजिस्टिक्स के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हालांकि, राज्य को लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में कुशल इनलैंड कंटेनर डिपो, वेयरहाउसिंग सुविधाओं, मल्टी-मॉडल परिवहन और एमएसएमई की आवश्यकताओं को पूरा करने में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इस नीति संवाद का उद्देश्य इन चुनौतियों का समाधान खोजना और आधुनिक, टिकाऊ और किफायती लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम विकसित करना था।
मुख्य कार्यपपालक अधिकारी राज्य नीति आयोग श्री ऋषि गर्ग ने कहा कि यह संवाद सरकारी विभागों, हितधारकों और निजी क्षेत्र के लिए विचारों और समस्याओं को साझा करने का एक प्रभावी मंच है। इसके माध्यम से बेहतर नीतियाँ और कार्य योजनाएँ तैयार की जा सकेंगी।
श्री संजीव खन्ना मुख्य परिचालन अधिकारी, पतंजलि फूड्स ने कहा कि इस तरह के संवाद और आयोजन उद्योगों और निवेशकों में सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न करते हैं। इससे राज्य में कुशल और किफायती लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम विकसित होगा।
श्री संजीव पाटिल मुख्य परिचालन अधिकारी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स ने मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएलएलपी) की अवधारणा पर जोर दिया और बताया कि इंदौर में राज्य का पहला एमएलएलपी स्थापित किया जा रहा है। अन्य पार्क भी पाइपलाइन में हैं।
श्री अभिषेक अग्रवाल वरिष्ठ विशेषज्ञ नीति आयोग ने मध्यप्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब बनाने के लिए एकीकृत रणनीति और मल्टी-मॉडल परिवहन के लिए बुनियादी ढांचे और सेवाओं के विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री राकेश कुमार मीना निदेशक डीपीआईआईटी, भारत सरकार ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए केंद्र सरकार का उद्देश्य एक तकनीकी रूप से सक्षम, सस्ता, और टिकाऊ लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम तैयार करना है। नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी 2022, पीएम गतिशक्ति और ULIP जैसी डिजिटल पहल इस दिशा में क्रांतिकारी कदम हैं।
श्री प्रमोद राजेंद्रन पार्टनरशिप मैनेजर स्मार्ट फ्रेट सेंटर, इंडिया चैप्टर ने ग्रीन लॉजिस्टिक्स और शून्य उत्सर्जन ट्रकों के उपयोग की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
श्री अभ्युदय झा सीनियर मध्यप्रदेश राज्य नीति आयोग ने मध्यप्रदेश में लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया। इंडस्ट्री डेलीगेट्स श्री मुकेश पंजवानी, हर्ष एक्सप्रेस श्री संजीव कुमार मुदालियर, सी एशिया से उपस्थित रहे।
इन विषयो पर हुई चर्चा
कार्यशाला में औद्योगिक परिप्रेक्ष्य: एमएसएमई, परिवहन और वेयरहाउसिंग में सुधार के उपाय, डिजिटल एवं ग्रीन लॉजिस्टिक्स: डिजिटल प्लेटफॉर्म और शून्य उत्सर्जन आधारित समाधान, नीति निर्माण और क्रियान्वयन, सार्वजनिक-निजी भागीदारी को प्रोत्साहन और लॉजिस्टिक्स नीति के निर्माण पर चर्चा हुई। श्रीमती पूर्णिमा शर्मा प्रशासनिक अधिकारी मध्यप्रदेश राज्य नीति आयोग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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सिंचाई नहरों की साफ-सफाई एवं मरम्मत का कार्य प्राथमिकता से करवाए – श्री चन्द्रा
जनसुनवाई में जल संसाधन विभाग को दिये कलेक्टर ने निर्देश
कलेक्टर ने की जनसुनवाई 95 आवेदकों की सुनी समस्याएं
नीमच 19 नवम्बर 2024, जिले में सिंचाई तालाबों से निकली नहरों की साफ-सफाई एवं मरम्मत का कार्य प्राथमिकता से पूरा करवाए, जिससे कि किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने में कोई अवरोध न रहे। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्रा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष नीमच में जनसुनवाई करते हुए मोरवन के एक किसान के आवेदन पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिये। जनसुनवाई में ए.डी.एम. श्रीमती लक्ष्मी गामड़, जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री अरविंद डामोर, सभी डिप्टी कलेक्टर, एस.डी.एम. नीमच व जिला अधिकारी उपस्थित थे।
जनसुनवाई में ग्राम पंचायत परलाई के सरपंच श्री बाबुलाल ने ग्राम परलाई से ग्राम डुंगरपुर तक 6 कि.मी. तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में पक्की सड़क निर्माण करवाने संबंधित आवेदन पर महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क को प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए भिजवाने के निर्देश दिये गये है। ग्वालदेविया के किसान नैनसिंह गुर्जर ने शासकीय स्टॉपडेम की दीवाल तोड़कर पानी बहा देने वाले ग्रामीणों के विरूद्ध कार्यवाही करने संबंधी आवेदन पर कलेक्टर ने जनपद नीमच के सी.ई.ओ. को कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
इसी तरह जनसुनवाई में रूपपुरा के विरेंद्रसिंह, लसुडि़यांआत्री के रमेशचंद्र एवं मानसिंह, पिपलियाघोटा की ललिताबाई एवं प्रेमबाई, भाटखेड़ी के शंकरलाल, गिरदौड़ा के भंवरलाल, जाट के मोहम्मद इकबाल, खेरखेड़ा के कजोडमल, रामपुरा के सुरेंद्र, कंर्जाड़ा की साबुबाई, चीताखेड़ा के शंकरलाल, डुंगलावदा के पंकज, मोरवन के सुरेंद्र, रतनगढ़ के राधेश्याम, बरडि़या के सुरेश, पालसौड़ा की रंजिता, बंगला नं 55 की यासमीन, नीमच सिटी के सज्जनलाल, सेमलीचंद्रावत के कमल, ग्वालटोली के कमल, रामपुरा की ज्योति एवं देवीलाल, मनासा की अनिताबाई, रामपुरा की गेंदाबाई, जीरन के राजु, सिंगोली की वर्षा, केसरपुरा के अंकित, अरनियाकुमार की पिंकी, चीताखेड़ा के तेजपाल, मनासा के देवीलाल, लासुर के गोपाल, देवरीआंत्री के मुकेश आदि ने भी अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत कर समस्याएं सुनाई। प्राप्त आवेदनों पर संबंधित अधिकारियों को समयसीमा में कार्यवाही करे। संबंधित आवेदकों को सूचित करने के निर्देश दियेगये है।
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प्लॉट विवाद के कारण हत्या एवं हत्या का प्रयास करने वाली दो महिला सहित 05 आरोपीगण को आजीवन कारावास
जावद। श्रीमान विनोद कुमार पाटीदार, माननीय अपर सत्र न्यायाधीश महोदय, जावद द्वारा प्लॉट विवाद के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु एवं एक महिला की हत्या का प्रयास करने वाले 05 आरोपीगण (01) पदमसिंह उर्फ भाईटा पिता बनेसिंह राजपूत उम्र 24 वर्ष, निवासी-ग्राम मोडी, तहसील जावद, जिला नीमच को धारा 302, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत आजीवन कारावास एवं 10,000रू अर्थदण्ड, धारा 307 भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5000रू अर्थदण्ड एवं धारा 25 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत 01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000रू अर्थदण्ड से दण्डित किया एवं शेष आरोपीगण (02) राघुनाथसिंह पिता बनेसिंह राजपूत, उम्र-33 वर्ष, (03) बापूसिंह पिता देवीसिंह, उम्र-58 वर्ष, (04) विजेश कुंवर पति बनेसिंह, उम्र-55 वर्ष एवं (05) सुगना कुंवर पति राघुनाथ सिंह, उम्र-27 वर्ष, सभी निवासीगण-ग्राम मोडी, तहसील जावद, जिला नीमच शेष उक्त चारों आरोपीगण को धारा 302, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत आजीवन कारावास एवं 10,000रू अर्थदण्ड, धारा 307, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5000रू अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।
प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी करने वाले विशेष लोक अभियोजक श्री योगेश कुमार तिवारी द्वारा घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक पक्ष एवं आरोपीगण के मध्य प्लॉट का विवाद चल रहा था, जिसमें आरोपीगण द्वारा मृतक पक्ष के प्लॉट पर जेसीबी चलवाने एवं पत्थर डालने की बात को लेकर भी पूर्व में विवाद हुवा था। दिनांक 16.10.2022 सुबह के लगभग 8 बजे जगदीश जायसवाल, उसकी पत्नी मुन्नीबाई को ईलाज हेतु मोटरसायकल से अस्पताल ले जा रहा था, तो इसी प्लॉट के विवाद के कारण ग्राम मोड़ी स्थित फरियादी के घर से कुछ दुर रास्ते पर आरोपी पदमसिंह ने धारिया/फरसा से जगदीश जायसवाल की गर्दन पर वार किया। इस पर उसकी पत्नी मुन्नीबाई द्वारा बचाने का प्रयास करने पर आरोपी सुगनाबाई एव विजेश कुंवर द्वारा मुन्नीबाई को पकड लिया गया और आरोपी रघुनाथसिह द्वारा मुन्नीबाई को जान से मारने की नियत से सिर पर सामने की ओर दराते से एंव पदमसिह द्वारा सिर के पीछे व पीठ पर धारिये/फरसा से वार कर चोट पहुंचाई। घटना के दौरान आरोपी बापुसिंह द्वारा घटनास्थल पर उपस्थित रहकर घटना कारित करने के लिये उपरोक्त आरोपीगणो को उकसाकर घटना कारित कराई गई। आरोपीगणो द्वारा जगदीश की गर्दन पर पहुंचाई गंभीर चोट के कारण मृत्यु हो गई एवं मुन्नीबाई गंभीर रुप से घायल हो गई। उपराक्त घटना की सूचना फरियादी मुकेश द्वारा लेख कराई गई, जिस पर से आरोपीगण के विरूद्ध पुलिस थाना जावद में प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीबद्ध की गई। विवेचना के दौरान पुलिस जावद द्वारा आवश्यक साक्ष्य एकत्रित की गई तथा आरोपीगण को गिरफ्तार कर आवश्यक अनुसंधान उपरांत अभियोग पत्र माननीय न्यायालय, जावद में प्रस्तुत किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए शासन द्वारा इस प्रकरण को जघन्य एवं सनसनीखेज प्रकरण के रूप में चिन्हित किया गया।
अभियोजन द्वारा माननीय न्यायालय, जावद के समक्ष विचारण के दौरान फरियादी व आहत मुन्नीबाई, विवेचक सहित सभी वैज्ञानिक एवं इलैक्ट्रोनिक साक्ष्य प्रस्तुत कर अभियुक्तगण के विरूद्ध अपराध को संदेह से परे प्रमाणित कराया गया एवं घटना की गंभीरता को देखते हुए उनको कठोर दण्ड से दण्डित किये जाने का निवेदन किया गया, जिससे सहमत होकर माननीय न्यायालय द्वारा आरोपीगण को उपरोक्त दण्ड से दण्डित किया गया। न्यायालय में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक श्री योगेश कुमार तिवारी द्वारा की गई।
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प्लॉट विवाद के कारण हत्या एवं हत्या का प्रयास करने वाली दो महिला सहित 05 आरोपीगण को आजीवन कारावास
जावद। श्री विनोद कुमार पाटीदार अपर सत्र न्यायाधीश महोदय, जावद द्वारा प्लॉट विवाद के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु एवं एक महिला की हत्या का प्रयास करने वाले 05 आरोपीगण (01) पदमसिंह उर्फ भाईटा पिता बनेसिंह राजपूत उम्र 24 वर्ष, निवासी-ग्राम मोडी, तहसील जावद, जिला नीमच को धारा 302, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत आजीवन कारावास एवं 10,000रू अर्थदण्ड, धारा 307 भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5000रू अर्थदण्ड एवं धारा 25 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत 01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000रू अर्थदण्ड से दण्डित किया एवं शेष आरोपीगण (02) राघुनाथसिंह पिता बनेसिंह राजपूत, उम्र-33 वर्ष, (03) बापूसिंह पिता देवीसिंह, उम्र-58 वर्ष, (04) विजेश कुंवर पति बनेसिंह, उम्र-55 वर्ष एवं (05) सुगना कुंवर पति राघुनाथ सिंह, उम्र-27 वर्ष, सभी निवासीगण-ग्राम मोडी, तहसील जावद, जिला नीमच शेष उक्त चारों आरोपीगण को धारा 302, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत आजीवन कारावास एवं 10,000रू अर्थदण्ड, धारा 307, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के अंतर्गत 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5000रू अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।
प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी करने वाले विशेष लोक अभियोजक श्री योगेश कुमार तिवारी द्वारा घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक पक्ष एवं आरोपीगण के मध्य प्लॉट का विवाद चल रहा था, जिसमें आरोपीगण द्वारा मृतक पक्ष के प्लॉट पर जेसीबी चलवाने एवं पत्थर डालने की बात को लेकर भी पूर्व में विवाद हुवा था। दिनांक 16.10.2022 सुबह के लगभग 8 बजे जगदीश जायसवाल, उसकी पत्नी मुन्नीबाई को ईलाज हेतु मोटरसायकल से अस्पताल ले जा रहा था, तो इसी प्लॉट के विवाद के कारण ग्राम मोड़ी स्थित फरियादी के घर से कुछ दुर रास्ते पर आरोपी पदमसिंह ने धारिया/फरसा से जगदीश जायसवाल की गर्दन पर वार किया। इस पर उसकी पत्नी मुन्नीबाई द्वारा बचाने का प्रयास करने पर आरोपी सुगनाबाई एव विजेश कुंवर द्वारा मुन्नीबाई को पकड लिया गया और आरोपी रघुनाथसिह द्वारा मुन्नीबाई को जान से मारने की नियत से सिर पर सामने की ओर दराते से एंव पदमसिह द्वारा सिर के पीछे व पीठ पर धारिये/फरसा से वार कर चोट पहुंचाई। घटना के दौरान आरोपी बापुसिंह द्वारा घटनास्थल पर उपस्थित रहकर घटना कारित करने के लिये उपरोक्त आरोपीगणो को उकसाकर घटना कारित कराई गई। आरोपीगणो द्वारा जगदीश की गर्दन पर पहुंचाई गंभीर चोट के कारण मृत्यु हो गई एवं मुन्नीबाई गंभीर रुप से घायल हो गई। उपराक्त घटना की सूचना फरियादी मुकेश द्वारा लेख कराई गई, जिस पर से आरोपीगण के विरूद्ध पुलिस थाना जावद में प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीबद्ध की गई। विवेचना के दौरान पुलिस जावद द्वारा आवश्यक साक्ष्य एकत्रित की गई तथा आरोपीगण को गिरफ्तार कर आवश्यक अनुसंधान उपरांत अभियोग पत्र माननीय न्यायालय, जावद में प्रस्तुत किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए शासन द्वारा इस प्रकरण को जघन्य एवं सनसनीखेज प्रकरण के रूप में चिन्हित किया गया।
अभियोजन द्वारा माननीय न्यायालय, जावद के समक्ष विचारण के दौरान फरियादी व आहत मुन्नीबाई, विवेचक सहित सभी वैज्ञानिक एवं इलैक्ट्रोनिक साक्ष्य प्रस्तुत कर अभियुक्तगण के विरूद्ध अपराध को संदेह से परे प्रमाणित कराया गया एवं घटना की गंभीरता को देखते हुए उनको कठोर दण्ड से दण्डित किये जाने का निवेदन किया गया, जिससे सहमत होकर माननीय न्यायालय द्वारा आरोपीगण को उपरोक्त दण्ड से दण्डित किया गया। न्यायालय में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक श्री योगेश कुमार तिवारी द्वारा की गई।