समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 20 नवंबर 2024 बुधवार
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हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान 19 नवंबर से 10 दिसंबर तक होगा आयोजित
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक संपन्न
मंदसौर 19 नवंबर 24/ सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक जिला पंचायत सभागार में आयोजित की गई। बैठक के दौरान निर्देश दिए गए कि, हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान 19 नवंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर 19 नवंबर को अभियान जिले में शुरू किया गया। उक्त अभियान स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पंचायत एवं ग्रामीण विकास द्वारा किया जाएगा। अभियान का उद्देश्य स्वच्छता का प्रचार प्रसार करते हुए स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
सुरक्षित स्वच्छ शौचालयों तक पहुँच और उपयोग तथा स्वच्छता पर जागरुकता बढ़ाने के लिए 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस मनाया गया। सभी पात्र लाभार्थियों को स्वीकृति आदेश वितरित कर शौचालयों के निर्माण में तेजी लाने हेतु ग्राम-स्तर पर शिविर आयोजित किए जायें। समस्त जल आपूर्ति योजनाओं द्वारा प्रदाय जल की गुणवत्ता परीक्षण सुनिश्चित करें। अक्रियाशील सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का चिन्हांकन कर उन्हें क्रियाशील बनाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। PHCs, CHCs, स्कूलों, AWCS, ANM केंद्रों, आदि में शौचालय की कमी का आकलन कर CSR, विभागीय और SBM निधियों का लाभ उठाकर शौचालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें। सफाई कर्मचारियों के असाधारण योगदान का जश्न मनाया जाये एवं उन्हें आवश्यक योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए सम्मान शिविर का आयोजन करना है। ग्राम पंचायत एवं ब्लॉक स्तर के ऐसे कर्मचारियों / अधिकारियों/ स्वच्छता कर्मियों को सम्मानित किया जाये, जिन्होंने अपने संचालन क्षेत्रों में ओडीएफ स्थिति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गांव की गंदगी भगाना है, घर घर शौचालय बनाना है
स्वच्छ भारत अभियान में शासन द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में, घरों में व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय निर्माण हेतु सहायता दी जाती है। घर में पक्का शौचालय बनाने हेतु स्वच्छ भारत अभियान से 12 हजार रुपए मिलेगा।
इन्हें मिलेंगी शौचालय निर्माण हेतु वित्तीय मदद
सभी बीपीएल परिवार को मदद मिलेगी। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के एपीएल परिवार को मदद मिलेगी। लघु व सीमान्त कृषक, भूमिहीन परिवार, शारीरिक रूप से निःशक्त जनों के परिवार तथा महिला मुखिया वाले परिवार को मदद मिलेगी।
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जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान 67 ग्रामीणजनों की समस्याएं सुनी
मन्दसौर 19 नवंबर 24/ जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन एवं अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल द्वारा सुशासन भवन सभाकक्ष में 67 ग्रामीणजनों की समस्याएं सुनी। अधिकारियों को जल्दी निराकरण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान निवासी पिपल्या विश्न्या के अशोक कुमार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान की राशि स्वीकृत होने के बाद भी राशि नहीं मिलने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया जिस पर सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन ने सीईओ जनपद पंचायत मल्हारगढ़ को निर्देश दिए कि उक्त आवेदन की जांच कर निराकरण करें। निवासी गागसी के दशरथ लाल द्वारा स्वयं के हिस्से के प्लाट जबरन ग्राम पंचायत से मिलकर दूसरे व्यक्ति के नाम पर करने एवं प्रार्थी को परेशान करने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया जिस पर सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन ने तहसीलदार शामगढ़ को निर्देश दिए कि आवेदन की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। निवासी धामनिया की श्यामु बाई द्वारा उनके पति की मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के अंतर्गत अनुग्रह राशि नहीं मिलने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया जिस पर सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन ने सीईओ जनपद पंचायत सीतामऊ को निर्देश दिए कि उक्त आवेदन की जांच कर राशि की भुगतान की कार्यवाही करें। निवासी नाहरगढ़ के दशरथ माली के द्वारा शासकीय कुएं को अवैध तरीके से निजी व्यक्ति के नाम पर चड़ाने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया गया जिस पर सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन के द्वारा सीतामऊ एसडीएम को निर्देश दिये गये की आवेदन की जांच करें एवं शासकीय कुएं से अतिक्रमण हटावायें। जनसुनवाई में बीपीएल सूची में नाम जुड़वाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास मंजूर करने, निजी भूमि पर अवैध अतिक्रमण, भूमि विवाद, बीमारी सहायता, आपसी विवाद, शिक्षा ऋण दिलाने, सामुदायिक सुविधा घर (कम्युनिटी टायलेट) बनवाने आदि विषयों के आवेदन प्राप्त हुये।
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पंचायतों के उप निर्वाचन 2024 उत्तरार्द्ध हेतु निर्वाचन की अनुसूची जारी
25 नवम्बर तक लिये जायेंगे नाम निर्देशन पत्र
मंदसौर 19 नवम्बर 24/ उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा बताया कि पंचायतों के उप निर्वाचन 2024 उत्तरार्द्ध हेतु निर्वाचन की अनुसूची जारी कर दी गई है। आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही संबंधित ग्राम पंचायतों में रिक्त पदों के आधार पर आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है जो कि निर्वाचन परिणाम की घोषणा की तिथि तक प्रभावशील रहेगी। नाम निर्देशन पत्र 25 नम्बर तक प्रात: 10.30 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक लिये जाएंगे। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 26 नम्बर को होगी एवं अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 28 नवम्बर 2024 अपरान्ह 3 बजे तक है।
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प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्न्यन योजना के लिए ऑनलाईन आवेदन करे
मंदसौर 19 नवम्बर 24/ जिला उप संचालक उद्यान द्वारा बताया गया कि उद्यमियों को व्यवसाय स्थापित करने के लिए PMFME योजनान्तर्गत लहसुन प्रसंस्करण उत्पाद जैसे गार्लिक पिलिंग, गार्लिक पेस्ट, पावडर, चिप्स, संतरा ज्यूस, हल्दी पावडर, मिर्च पावडर, आंवला अचार, मुरब्बा, अमरूद जैम, जैली तथा अन्य सभी प्रकार के प्रसंस्करण उत्पाद आईल मील, दाल मील, डेयरी उत्पादों से संबंधित इकाईयों का निर्माण करने हेतू वेबसाइड http://pmfme.mofpi.gov.in या https://agriinfra.dac.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है तथा AIF (एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड) योजनान्तर्गत प्राइमरी इकाई निर्माण जैसे cleaning, shorting, grading, milling, grinding, storage, drying, packing, cold, storage, pack house इत्यादि पर 03 प्रतिशत ब्याज ऋण पर अनुदान शासन द्वारा दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए विकासखण्ड अधिकारी श्री सुरेन्द्रसिंह धाकड़ प्रभारी मन्दसौर मो. 9753545634, सुश्री अंकिता मुंदडा प्रभारी मल्हारगढ़ मो. 7049015931, श्री बनवारी वर्मा प्रभारी सीतामऊ मो. 8817779538, श्री राजेश मईडा प्रभारी गरोठ मो. 8827688643, श्री भुपेन्द्र कटारे प्रभारी भानपुरा मो. 7067634432 पर संपर्क करें।
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शासकीय सेवकों को 30 जून अथवा 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त के बाद आगामी तिथि पर वेतन वृद्धि स्वीकृत संबंधी आदेश जारी
मंदसौर 19 नवम्बर 24/ राज्य शासन ने शासकीय सेवकों न्यायालयीन निर्णयों के आधार पर30 जून अथवा 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त के पश्चात आगामी तिथि पर वेतन वृद्धि स्वीकृत संबंधी आदेश जारी कर दिया है। इसमें सेवा निवृत्त हुए शासकीय सेवकों को 1 जुलाई अथवा 1 जनवरी की स्थिति में उनकी पात्रता के अनुसार काल्पनिक वेतन वृद्धि स्वीकृत की जाकर पेंशन के निर्धारण एवं पुनरीक्षण हेतु स्वीकृत आदेश जारी करने के संबंध में प्रशासकीय विभाग को अधिकृत किया गया है।
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मध्यप्रदेश की हथकरघा कला, राजसी बुनाई से लेकर जीवंत प्रिंट तक
मंदसौर 19 नवम्बर 24/ मध्यप्रदेश की समृद्ध हथकरघा कला प्रदेश की विविध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो सदियों से चली आ रही परंपरा को समेटे हुए है। चमचमाते रंगों के साथ आंखों में बस जाने वाली डिजायन और खूबसूरत बुनावट वाले इन कपड़ों की पहचान दुनियाभर में है। टेक्सटाइल पर्यटन का विशेष महत्व है क्योंकि यह विभिन्न क्षेत्रों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक विरासत को जीवंत रखता है। यह अनुभव आधारित पर्यटन का एक अद्वितीय पहलु है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा परंपरा में निहित और नवाचार से प्रेरित बुनकरों एवं शिल्पकारों की कला को संरक्षित करते हुए विभिन्न स्तर पर पहल की जा रही है। मध्य प्रदेश में हथकरघा बुनाई और रंगाई कौशल की सदियों पुरानी परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है।
चंदेरी साड़ियां
चंदेरी साड़ी मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के चंदेरी शहर से बुनकरों द्वारा निर्मित की जाती हैं। यह अपने कम वजन एवं स्पष्ट बनावट के लिए जानी जाती है, जो इसे गर्म मौसम के लिए आदर्श बनाती है।
रेशम, कपास और ज़री (धातु के धागे) का उपयोग करके साड़ी को हाथ से बुना जाता है। अपनी चमक, स्पष्ट बनावट और बेहतरीन डिजाइन के लिए प्रसिद्ध यह साड़ियां पारंपरिक बुनाई तकनीकों और आधुनिक डिजाइनों का अनूठा संयोजन भी है। शादी हो, उत्सव हो या फिर कोई कारपोरेट आयोजन, चंदेरी साड़ी हर महिला की पसंद रहती है। म.प्र. टूरिज्म विभाग द्वारा बुनकरों को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वस्त्र मंत्रालय की मदद से चंदेरी के पास प्राणपुर गांव में देश का पहला ‘क्रॉफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज’ भी विकसित किया है।
महेश्वरी साड़ियां
नर्मदा नदी के तट पर स्थित, महेश्वर हथकरघा बुनाई का सदियों पुराना केंद्र है, जो अपनी खूबसूरत महेश्वरी साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। इन साड़ियों की विशेषता जीवंत रंगों, सोने की ज़री और अद्वितीय पिटलूम बुनाई तकनीक है। परंपरागत रूप से कपास से बनी साड़ियां एवं कुर्ते सादे, धारीदार और यहां तक कि चेकर पैटर्न सहित विभिन्न प्रकार के डिज़ाइन में उपलब्ध होते हैं। महेश्वर भ्रमण के दौरान आप यहां महेश्वरी साड़ियां बनती हुई देख सकते हैं। महेश्वर में सीधे बुनकरों से ही साड़ियां खरीद भी सकते हैं।
बाग प्रिंट
ऐतिहासिक शहर मांडू के पास बाग नाम का छोटा सा कस्बा बाग प्रिंट की 1000 साल पुरानी परंपरा को समेटे हुए है, जो प्राकृतिक डाई ब्लॉक प्रिंटिंग का एक अनूठा रूप है। यह बाग प्रिंट सूती, रेशमी, टसर, कॉटन-सिल्क, जूट और क्रेप के साथ दूसरे अन्य कपड़ों पर किया जा सकता है। बाग प्रिंट के कपड़ों के साड़ी, सूट, चादर के साथ-साथ नए पैटर्न के डिजाइर और मार्डन ड्रेसेस भी बनाई जाती हैं। आज बाग प्रिंट को दुनियाभर में पहचाना जाना है।
भैरवगढ़ बटिक
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के निकट भैरवगढ़ बटिक प्रिंट का केन्द्र है, जिसको जीआई टैग मिला है। सदियों पुरानी मोम प्रतिरोधी रंगाई और छपाई शिल्प मिस्र, जापान और भारत में 2000 वर्षों से अधिक समय से प्रचलित है।
आकर्षक प्रिंट्स बढ़ा देते हैं शोभा
मध्यप्रदेश में प्रिंट लोक कला की एक समृद्ध परंपरा है। विभिन्न क्षेत्रों के चित्रों में अनूठी विशेषताएं हैं। नीमच और उमेदपुरा के तारापुर गांव में निर्मित नंदना प्रिंट एक रंगीन ब्लॉक प्रिंट है। यह आरामदायक पोशाख भील और बाग भिलाला जनजातियों की पारंपरिक पोशाख है।
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश के टेक्साइल पर्यटन की क्षमता को दुनिया के सामने प्रचारित करने के लिये विभिन्न स्तरों पर प्रयास किया जा रहा है। जब भी आप प्रदेश के रमणीय पर्यटन स्थलों पर भ्रमण पर आए, तो अपने साथ सोवेनियर के रूप में यह टेक्सटाइल उत्पाद जरूर साथ ले जाएं।
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