सरपंच पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कार्रवाई नहीं होने गंगाजल और गीता लेकर भूख हड़ताल पर बैठा
नरेंद्र सिंह ने 2-3 माह पहले भी गांधी चौराहा पर भूख हड़ताल कि थी
मंदसौर। सुवासरा तहसील के ग्राम पंचायत किशोरपुरा के पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर किशोरपुरा के नरेंद्र सिंह गांधी चौराहे पर भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने धरना स्थल पर गंगा जल और गीता भी सामने रखी है।
भूख हड़ताल कर रहे नरेंद्र का आरोप है कि पूर्व सरपंच ने अपने कार्यकाल में गांव में अनियमितता की थी। शिकायत करने पर सरपंच ने गुंडे भेजकर प्रताड़ित किया। चुनाव में वह अपने करीबियों को उतारकर चुनाव जीत जाता इसके बाद पंचायत में सरपंची उसी की चलती है।
पीड़ित का आरोप है कि वह पंचायत में भ्रष्ट्राचार की कई शिकायतें कर चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। उसने आरोप लगाते हुए बताया कि गांव की आठ सौ बीघा सरकारी जमीन की हेराफेरी की गई है। वहीं, तारनोद गांव की 10 लाख वर्ग फीट शासकीय भूमि पर भी बड़ा अतिक्रमण कर प्लाट काट दिए। भ्रष्ट्राचार की ऐसी कई शिकायतें वह अधिकारियों को कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।
तहसीलदार ने जांच का आश्वसन दिया था
ग्राम पंचायत और पूर्व सरपंच के खिलाफ गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर नरेंद्र सिंह 2-3 माह पहले भी गांधी चौराहा पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने भूख हड़ताल पर बैठा था। पीड़ित ने बताया कि तब तहसीलदार रमेश मसारे ने महात्मा गांधी के प्रतिमा के सामने खड़े होकर आश्वासन दिया था कि शिकायतों की जांच की जाएगी लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया। इसके बाद पीड़ित अपने साथ गंगाजल और गीता लेकर आया ताकि वह अधिकारियों के सामने कसम खाकर बता सके की उसके आरोप सही है। हालांकि, तहसीलदार सोनिका सिंह ने पीड़ित को समझाकर भुख हड़ताल समाप्त करवा दिया था।