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सर्वश्रेष्ठ सिविल सोसायटी श्रेणी में बाएफ डेव्हलपमेंट रिसर्च फाउण्डेशन को देश में मिला प्रथम स्थान

सर्वश्रेष्ठ सिविल सोसायटी श्रेणी में बाएफ डेव्हलपमेंट रिसर्च फाउण्डेशन को देश में मिला प्रथम स्थान
मन्दसौर। विज्ञान भवन, नई दिल्ली में जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा जल संसाधन संरक्षण और गंगा कायाकल्प के क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों के लिए 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 के विजेताओं की घोषणा की गई। इसमें सर्वश्रेष्ठ सिविल सोसायटी श्रेणी में देश में अग्रणी कार्य करने वाली संस्था बाएफ डेव्हलपमेंट रिसर्च फाउण्डेशन को प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा गया। बाएफ के अध्यक्ष डॉ. भरत काकडे को राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र और नकद राशि से सम्मानित किया गया।
बाएफ डेव्हलपमेंट रिसर्च फाउण्डेशन ने जल संरक्षण और प्रबंधन पर आधारित जल संसाधन विकास, जलधाराओं का पुनरुद्धार, वर्षा जल संचयन और पुराने जल निकायों को पुनर्जीवित करने की कई महत्वपूर्ण नवीनतम पहल करते हुए बाएफ ने जल प्रबंधन के लिए स्मार्ट सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देने और जल आधारित सिंचाई परियोजनाएँ भी प्रारम्भ की हैं।
बाएफ ने देश भर में 3,540 से अधिक जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण किया है, जिनमें वर्षा जल संचयन संरचनाएँ, टैंक, जल भंडारण संरचनाएँ आदि शामिल हैं। इनसे ग्रामीण परिवारों को पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। इन संरचनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई के लिए 19.44 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी की व्यवस्था की गई है, जिससे फसल प्रणाली में सुधार के अलावा मृदा कार्बन संवर्धन के साथ पारिस्थितिकी तंत्र की पुनर्जीवित करना और स्थायी प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन भी शामिल है।
इसके अतिरिक्त, बाएफ द्वारा किए गए जलग्रहण विकास कार्यों से 115 गाँवों में बदलाव आया है, जिससे लगभग 7,800 हेक्टेयर भूमि और 12 राज्यों में 16,970 परिवार लाभान्वित हुए हैं।
इस सफलता एवं उपलब्धि के लिए बाएफ संस्था को उनके सहयोगी सभी कॉरपोरेट्स और शासकीय विभागों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।
बाएफ डेव्हलपमेंट रिसर्च फाउण्डेशन ने जल संरक्षण और प्रबंधन पर आधारित जल संसाधन विकास, जलधाराओं का पुनरुद्धार, वर्षा जल संचयन और पुराने जल निकायों को पुनर्जीवित करने की कई महत्वपूर्ण नवीनतम पहल करते हुए बाएफ ने जल प्रबंधन के लिए स्मार्ट सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देने और जल आधारित सिंचाई परियोजनाएँ भी प्रारम्भ की हैं।
बाएफ ने देश भर में 3,540 से अधिक जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण किया है, जिनमें वर्षा जल संचयन संरचनाएँ, टैंक, जल भंडारण संरचनाएँ आदि शामिल हैं। इनसे ग्रामीण परिवारों को पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। इन संरचनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई के लिए 19.44 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी की व्यवस्था की गई है, जिससे फसल प्रणाली में सुधार के अलावा मृदा कार्बन संवर्धन के साथ पारिस्थितिकी तंत्र की पुनर्जीवित करना और स्थायी प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन भी शामिल है।
इसके अतिरिक्त, बाएफ द्वारा किए गए जलग्रहण विकास कार्यों से 115 गाँवों में बदलाव आया है, जिससे लगभग 7,800 हेक्टेयर भूमि और 12 राज्यों में 16,970 परिवार लाभान्वित हुए हैं।
इस सफलता एवं उपलब्धि के लिए बाएफ संस्था को उनके सहयोगी सभी कॉरपोरेट्स और शासकीय विभागों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।