मां की भक्ति में रमे भक्तजन, मां के बराबर कोई नहीं
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शामगढ-मां के आराधना का पर्व नवरात्रि महोत्सव के पावन पर्व पर_शामगढ़ नगर की आराध्य देवी मां महिषासुर मर्दिनी देवी माताजी मंदिर प्रांगण में एकम से अष्टमी तक प्रतिदिन रात्रि में महाआरती के पश्चात भक्तजनों द्वारा गरबा खेला जाता है ,गरबे में सभी भक्तजन बड़े ही प्रेम पूर्वक माता की भक्ति में रमते नजर आए ,माता के जयकारों के साथ गरबा प्रारंभ होता है ,
गरबे का आनंद और भी बढ़ जाता है जब सभी वरिष्ठजन भी गरबे में उपस्थित होकर सभी भक्तजनों के साथ गरबा खेलते हैं… बच्चे,वरिष्ठजन, नवयुवक.. सभी माता की भक्ति में रमते नजर आते हैं
अष्टमी के दिवस रात्रि में पाटीदार समाज द्वारा पाटीदार मोहल्ले से लगातार 75 वर्षों से मां अंबे की शाही सवारी निकली जाती है, मां अंबे की शाही सवारी पाटीदार मोहल्ला से प्रारंभ होकर माताजी मंदिर प्रांगण पहुंचती है, एवं वापस पोरवाल मोहल्ला, श्री राम मंदिर होकर, पाटीदार मोहल्ला पहुंचती है, शाही सवारी देखने बड़ी संख्या में माताजी मंदिर भक्तजन पहुंचते हैं, नवमी को हवन पूजन व महाआरती पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन होता है,
भंडारे की महाप्रसादी का लाभ सभी भक्तजनों द्वारा लिया जाता है।