सर्व पितृ अमावस्या के साथ ही पितृ देव हुवे विदा

चौमहला /झालावाड़
सर्व पितृ अमावस्या के साथ ही पितृ देव हुवे विदा
रिपोर्ट रमेश मोदी
सर्व पितृ अमावस्या के साथ ही 16 दिनों तक चलने वाले का श्राद्घ पक्ष का आज समापन हो गया ,गोधूलि बेला में नदी के तट पर महिलाओं ने दीप प्रज्वलित किए धार्मिक मान्यता हे कि सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पर प्रदोष काल में नदी , तालाब के तट पर दीप जलाया जाता हे जिससे पित्रों को धरती से अपने पितृलोक लौटते समय उनकी राह में रोशनी मिलती रहे , जहां नदी ,तालाब नहीं हो अपने घर के बाहर मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल भरे और बत्ती लगाकर प्रज्ज्वलित कर मुख्य द्वार के बाहर दाहिनी ओर रखा गया ,इसी परम्परा के चलते नदी पर महिलाओं की भारी भीड़ जमा हुई और दीपदान कर पित्रों से सुख समृद्धि की कामना की ,इसी के साथ ही 16 ही दिनों तक चले पारंपरिक लोक पर्व संजा को भी बालिकाओं ने विधिविधान से विदाई दी ,।
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