विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन और शस्त्र पूजन संपन्न
विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन और शस्त्र पूजन संपन्न
बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता
औरंगाबाद (अरुणनगर) – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा विजयादशमी के अवसर पर भव्य पथ संचलन और शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन अरुणनगर में शहर के बीचों-बीच स्थित सरस्वती बालिका विद्या मंदिर परिसर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 2 बजे शस्त्र पूजन के साथ हुआ, जिसके बाद 3 बजे से पथ संचलन आरंभ हुआ। इस भव्य संचलन में सैकड़ों की संख्या में संघ के स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए।
पथ संचलन का मार्ग शिशु मंदिर से आरंभ होकर डॉ. रामाशीष सिंह रोड, रमेश चौक, महाराजगंज रोड, कुंडा हाउस, महेश एकेडमी और होंडा शो रूम होते हुए वापिस शिशु मंदिर पर समाप्त हुआ। पूरे संचलन के दौरान स्वयंसेवक अनुशासित ढंग से कदम से कदम मिलाते हुए भगवा ध्वज के साथ चल रहे थे। मार्ग में कई स्थानों पर शहरवासियों ने पथ संचलन का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की। संघ के घोष दल ने भी पूरे कार्यक्रम में अपनी विशेष प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के अंत में प्रांत शारीरिक शिक्षण प्रमुख राजन कुमार ने उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि विजयादशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी, इसी कारण यह दिन संघ के लिए विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट होना चाहिए। राजन कुमार ने यह भी कहा कि संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है और अब समय आ गया है कि संघ का विस्तार और अधिक व्यापक रूप में हो।
उन्होंने संघ की शाखाओं को व्यक्ति निर्माण का केंद्र बताते हुए कहा कि संघ की शाखाएं समाज में परिवर्तन लाने वाले व्यक्तियों का निर्माण करती हैं। कार्यक्रम का समापन संघ की प्रार्थना “नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे” के साथ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षक अनुज सिंह, सह जिला संघ चालक अविनाश सिंह, विभाग कार्यवाह धर्मराज कुमार, जिला प्रचारक शिवनंदन कुमार, जिला कार्यवाह अरुण सिंह, महाविद्यालय छात्र प्रमुख सौरभ कुमार, प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख देवेंद्र सिंह, व्यवस्था प्रमुख बजरंगी प्रसाद, शुभम, रोहित सहित सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान सभी ने शक्ति की आराधना करते हुए शस्त्र पूजन भी किया।