एक ऐसा शहर जहां दशानन को कचरे के ढेर उखेड़े पर दहन किया जाता
आलोट। तीन लोक के ज्ञाता दशानन को पड़ोसी जिले मंदसौर में जमाई के रूप में जानते हैं। दशपुर नाम से जाना जाता है मंदसौर कों यहां नामदेव समाज दशानन रावण की विजय दशमी पर पुजा अर्चना करते हैं । जिसके विपरीत पड़ोसी जिले रतलाम कि अंतिम छोर पर स्थित आलोट तहसील मुख्यालय पर स्थित दशहरे मैदान दशानन को कचरे के ढेर उखेड़े पर दहन किया जाता है।
आलोट नगर में विजय दशमी को रावण दहन दशेहरा मैदान किया जाता है आलोट नगर के वार्ड नंबर 6 में दशानन रावण दहन किया जाता है यहां नगर परिषद द्वारा नगर के कचरा कुंडा तथा गंदगी डालीं जाती है और यह बाय बायपास रोड पर स्थित होकर नागेश्वर जैन तीर्थ है तथा यहा इस स्थान से सैकड़ों लोगों का आवागमन बना रहता है। इस उखेड़े से रहवासी का जीना दुश्वार हो रहा है नगर परिषद की अनदेखी के से यह स्थान उखेड़े के ढेर पर तब्दील हो गया है जिससे बाय-पास रोड़ से निकलने वाले यात्रियों तथा आम नागरिकों को बदबू आती हैं। विजय दशमी नजदीक आ रहीं हैं। जबकि शासन द्वारा रामसिंह दरबार रोड़ पर कचरे के लिये लाखों खर्च करके कचरा सेंटर बनाया गया है इस जगह से यह कचरा शीघ्र से शीघ्र हटाया जाए अन्यथा आंचलिक श्रमजीवी पत्रकार संगठन इकाई के बेनर तले आंदोलन किया जाएगा तथा रावण दहन के पूर्व रावण दहन स्थान पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा उक्त जानकारी आंचलिक श्रमजीवी पत्रकार संगठन इकाई अध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा चौहान कार्यवाहक अध्यक्ष कालुराम परमार तथा उपाध्यक्ष अनिल मादंलिया ने दीं।