परामर्शदात्री टीना ने गिनाए नशे के अवगुण,किशोरों ने लिया आजीवन नशे से दूर रहने का संकल्प

////////////////////////////////////////////////

सुवासरा- आप अक्सर ही ऐसी कहानियां सुनते होंगे कि उस आदमी के नशे की लत ने उसके पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया। कभी कभी ऐसी खबरें पढ़ते या सुनते होंगे कि कच्ची शराब ने ली लोगों की जान। यह भी सुना होगा कि वो तंबाकू- गुटखा खाता था उसे कैंसर हो गया। नशे की ये लत कितनी खतरनाक है। यह चर्चा परामर्शदात्री टीना सोनी ने शासकीय हाई स्कूल घसोई के बच्चों की गई।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित परामर्श सत्र के दौरान उन्होंने बच्चों को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए कहा कि नशा हमारी जीवन शैली को बर्बाद कर देता है। वह हमारे शरीर को बीमारियां तो देते ही है,बल्कि मानसिक स्थिति को भी खराब कर देते है। उन्होंने बच्चों को तंबाकू सेवन के खतरनाक परिणामों के बारे अनेकों उदाहरणों के माध्यम से समझाते हुए कहा कि मैंने नशे के अनेकों दुष्परिणाम बताए क्या आप में से कोई एक इसका लाभ बता सकता है।
शुरुआत में हम शौकिया तौर पर नशा करते है,लेकिन वही बाद में जब आदत बन जाता है तो उसे छोड़ना कठिन हो जाता है। इसलिए हमें कभी भी बीड़ी, तंबाकू, सिगरेट,गुटखा या अन्य नशीली चीजों का स्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर हमारा कोई साथी भी इनका उपयोग करता हो तो हमें उसको भी समझाने का प्रयास करना चाहिए। अगर वो हमारी बातों को न सुने तो हमें उससे दूरी बना लेना चाहिए।
– किशोरों को व्यसनों से दूर रखने के टिप्स
अच्छे लोगों के साथ रहें,खेलों से जुड़ें, पढ़ाई पर ध्यान दें। खाली समय में दोस्तों या परिवार के साथ बैठे तो सामाजिक बुराइयों से दूर रहने या कोई ज्ञान वर्धक विषयों पर चर्चा करें। संगत का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने किशोरों को प्रोत्साहित करते हुए जीवनभर नशे से दूर रहने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया। जिस पर वहां मौजूद सभी छात्र- छात्राओं ने शिक्षकों की मौजूदगी में आजीबन नशे से दूर रहने का संकल्प लिया।
– नशा मौत को आमंत्रण देता है
कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ स्नेहिल जैन ने कहा कि नशे की लत इतनी ज्यादा खतरनाक है कि कई बार लोग इसके अति सेवन से और न मिलने पर आत्महत्या तक कर लेते हैं। तंबाकू गुटखा,बीड़ी- सिगरेट के सेवन से कैंसर, टीबी, किडनी की बीमारी जैसे गंभीर रोग हो जाते है। साथ ही अनिद्रा- तनाव, बेचैनी,चिड़चिड़ापन जैसी अनेकों लक्षण दिखाई देने लगते है जो बाद में अनेकों बीमारियों को जन्म देते है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार नशे की लत के कारण वर्ष 2021 में 10 हजार से अधिक लोगों ने अपने जीवन की को समाप्त कर लिया। एनसीआरबी की रिपोर्ट में साल 2021 में मध्य प्रदेश में 1634 लोगों की मौत इन्ही कारणों से हुई। कार्यक्रम में पटवारी सुमेंर सिंह देवड़ा शाला स्टॉफ रामचंद्र बोराना, शांति शर्मा, अनिल कुमार डपकरा, लक्ष्मण सिंह सिसोदिया, बने सिंह परिहार, महावीर जंगम एवं दिनेश बागड़ी उपस्थित रहे।