शासकीय रामचंद्र विश्वनाथ महाविद्यालय मनासा नीमच में 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक होने वाले मध निषेध सप्ताह की शुरुआत की गई शुरुआत के दिन म दिनांक 3 अक्टूबर को निबंध व विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत मे महाविद्यालय के प्राचार्य कार्यक्रम की शुरुआत की और उन्होंने छात्र-छात्राओं को संदेश देते हुए कहा नशा एक सामाजिक बुराई है इससे सभी युवाओं को समाज से बाहर निकलना होगा रवि समाज की उन्नति हो पाएगी
कार्यक्रम के संयोजक डr जितेंद्र आरोलिया ने नशा मुक्त भारत अभियान के बारे में कहा कि समाज में व्यसन दीमक की तरह फैल रहा है। इसे सबसे पहले अपने जीवन से निकाल फेंकना है। उसके बाद ही स्व परिवर्तन से समाज परिवर्तन और समाज परिवर्तन से विश्व परिवर्तन संभव है।
प्रो. सुमित मेडा ने व्यसन भी एक अज्ञानता है जिसके वशीभूत होकर मनुष्य अंधकार की और बढ़ता जा रहा है। अपने उज्जवल भविष्य को बनाने के लिए इन व्यसनों से मुक्त रहना होगा।
NSS संयोजक डॉक्टर आशा पटेल ने सभी शिक्षक और छात्र छात्राओं को नशा मुक्त भारत बनाने के लिए शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम में पंकज रसानिया मुकेश मालवीय सुशील मेईडा डॉ आमोद शर्मा एवं समस्त स्टाफ सहित सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे