रठाना मे सामुदायिक शौचालय हमेशा ताले में कैद, ग्रामीण खुले में जाने को मजबूर

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सरपंच सचिव की लापरवाही की वजह से शॉपिस बन कर रह गया
मंदसौर- जनपद पंचायत से जुड़ी हुई ग्राम पंचायत रठाना मे सामुदायिक शौचालय का निर्माण तो करवाया गया लेकिन ग्रामीण जन और राहगिरो के लिए सिर्फ शोपीस ही बनकर रह गया है यहां पर ग्रामीणजन सामुदायिक शौचालय का उपयोग करीबन 2 साल से नहीं कर पा रहे हैं और खुले में शौच करने के लिए मजबूर है क्योंकि यहां पर लगभग 2 सालों से शौचालय पर ताला लगा हुआ है जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है और इसी आस में बैठे हैं कि आखिर ताला कब खुलेगा ऐसे में स्वच्छ भारत अभियान का दावा महज् कागजों में ही दिखाई दे रहा है जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम पंचायत सरपंच सचिव मिलकर सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं के मंसूबों पर पानी फेर रहे और स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगा रहे हैं सरकार चाहे लाख शहर और गांव में साफ़ सफाई और स्वच्छ बनाने के लिए भले ही लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर दे लेकिन धरातल पर अधिकतर ग्राम पंचायत में साफ सफाई नहीं होने से जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा रहता है और नालियों की भी सफाई जिम्मेदारों द्वारा नहीं की जाती है ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारी का भय भी लगा रहता है और बीमारी की चपेट में आकर जैसे चिकनगुनिया टाइफाइड मलेरिया डेंगू आदि जैसी बीमारियां तेजी से अपने पैर पसार लेती है और आम जनता शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हो जाते है ऐसे में जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण इसका खामियाजा ग्रामीण जनों को भुगतना पड़ रहा है ऐसे में जिला कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को रठाना पंचायत के साथ साथ ही जिले की हर एक पंचायत पर अपना ध्यान आकर्षित कर लापरवाही बरतने पर सरपंच, सचिव पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए!
इनका कहना-
हमारे द्वारा बीच में चालू कर दिया था अभी रोड का काम चल रहा है इसलिए बंद कर रखा है
-वगतराम गुर्जर सचिव ग्राम पंचायत
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अभी पानी की सप्लाई व्यवस्था नहीं हो पाई है इसलिए बंद कर रखा है जैसे ही पानी की व्यवस्था हो जायेगी सुचारू रूप से चालू करवा दिया जाएगा।
– कचरू सिंह पवार सरपंच ग्राम पंचायत