ताल निप्र। बच्चों में कृमि पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालते हैं, और एनीमिया, कुपोषण और मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए, 2015 में भारत सरकार ने 06-19 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिए निश्चित दिन आंगनवाड़ी और स्कूल-आधारित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की शुरुआत की।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दस सितंबर को कृमि मुक्ति दिवस पर 19 वर्ष से कम आयु वर्ग के छात्रों को गोलियां वितरण कर मनाया जाना है।
इसी अंतर्गत मेलूखेड़ी के शा. प्रा. विद्यालय मे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दौरान 19 वर्ष से कम आयु वर्ग के छात्राओं को एल्बेंडाजोल दवाई वितरित की गयी और कृमि संक्रमण से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को बताते हुए संक्रमण से बचाव के तरीकों की जानकारी दी। इस मौके पर संस्था प्रधान हरपाल सिंह परिहार अध्यापक विजय ठाकुर मौजूद रहे।