

ताल ब्यूरो चीफ –शिवशक्ति शर्मा
सरस्वती पूर्व छात्र परिषद मालवा प्रांत इकाई ताल द्वारा अपने गुरुजनों से प्रेरणा लेकर शिक्षक दिवस के अवसर पर नगर स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें नगर के समस्त सेवानिवृत शिक्षकों को शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया साथ ही नगर के समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं को भी विद्यालय वार स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलभूषण शर्मा तहसीलदार ताल, ने की, मुख्य अतिथि महेंद्र भगत विभाग समन्वयक उज्जैन विभाग विद्या भारती, एवं विशेष अतिथि कुणाल भंवर विधि महाविद्यालय इंदौर एवं अधिवक्ता उच्च न्यायालय, विशेष आमंत्रित अतिथि राजेश परमार व्यवस्थापक पंडित भवानी शंकर शिक्षण समिति ताल एवं विद्यालय समिति के पदाधिकारी सदस्य गण उपस्थित रहे।
अतिथि गणों द्वारा उपस्थित नगर के समस्त सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित किया गया। पूर्व छात्र परिषद के सदस्यों द्वारा कार्यरत विद्यालय स्टाफ को सम्मानित किया गया। उद्बोधन में भगत ने विद्या भारती की विचारधारा एवं शिशु मंदिर की महत्ता पर प्रकाश डाला। स्वागत भाषण व्यवस्थापक राजेश परमार द्वारा दिया गया एवं शिक्षकों के महत्व पर बोलते हुए परमार ने कहा कि निजी विद्यालयों को भी संस्कार आधारित होने की आवश्यकता है। ओजस्वी वक्ता कुणाल के द्वारा महापुरुषों के द्वारा जो गुरुकुल व्यवस्था चलाई गई एवं वर्तमान परिदृश्य में जो शिक्षा पद्धति है उनके गुण और दोष के ऊपर प्रकाश डाला ।मुख्य अतिथि कुलभूषण शर्मा तहसीलदार ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक को उसके महत्व को समझने की आवश्यकता है। शिक्षक समाज को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। पूर्व छात्र परिषद के सदस्यों द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्य दुर्गा शंकर सांवरिया एवं समस्त कार्यरत स्टाफ का विशेष सम्मान किया गया। सरस्वती पूर्व छात्र परिषद के दिनेश राठौर, मोहित शर्मा, पवन धाकड़ ,अनमोल भरगट, शुभम दुबे ,शुभम मजावदिया, प्रद्युम्न शास्त्री ,अमित कुमावत, नारायण सोनी, संदीप प्रजापत, राम सिंह परिहार ,जयदीप श्रीवास्तव, घनश्याम पाटीदार, बालेश्वर पाटीदार एवं सदस्य गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मोहित शर्मा ने किया एवं आभार अनमोल भरगट ने व्यक्त किया।