₹1 लाख में कार खरीदने का सपना सच करने वाली Tata Nano – फीचर्स, माइलेज और बंद होने की पूरी कहानी।

साल 2008 में जब टाटा मोटर्स ने Tata Nano को “People’s Car” के नाम से लॉन्च किया, तो यह भारत के मिडिल क्लास परिवारों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। लगभग 1 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर कार मिलना उस दौर में अविश्वसनीय लग रहा था। छोटे परिवारों और पहली बार कार खरीदने वालों के लिए यह गाड़ी उम्मीद की नई किरण बनी।
Tata Nano का डिज़ाइन और परफॉर्मेंस
नैनो का डिज़ाइन कॉम्पैक्ट और स्मार्ट था, जो खासतौर पर भीड़भाड़ वाले शहरों के लिए बनाया गया। इसका टर्निंग रेडियस इतना अच्छा था कि तंग गलियों और छोटी पार्किंग जगहों में भी यह आसानी से फिट हो जाती थी। इसमें 624cc का 2-सिलेंडर इंजन दिया गया था, जो 38 PS पावर और 51 Nm टॉर्क जनरेट करता था। 105 km/h की टॉप स्पीड पकड़ने वाली यह कार हल्की बॉडी और अच्छे माइलेज की वजह से ड्राइव करने में काफी मज़ेदार लगती थी।
Tata Nano का माइलेज और फीचर्स
टाटा नैनो का सबसे बड़ा आकर्षण उसका माइलेज था। पेट्रोल मैनुअल वेरिएंट करीब 23–24 kmpl देता था, वहीं CNG वर्ज़न लगभग 36 km/kg तक का माइलेज देता था। बाद के GenX मॉडल्स में AC, पावर स्टीयरिंग, म्यूज़िक सिस्टम, पावर विंडोज़ और सेंट्रल लॉकिंग जैसे फीचर्स भी जोड़े गए। हालांकि, शुरुआती मॉडल्स काफी बेसिक थे और सुविधा के मामले में ग्राहकों की उम्मीदों पर पूरी तरह खरे नहीं उतर पाए।
Tata Nano के स्पेसिफिकेशंस
Tata Nano ने भारत के ऑटोमोबाइल इतिहास में नई शुरुआत की और कार खरीदने के सपने को आम लोगों तक पहुंचाया। लेकिन सुरक्षा फीचर्स की कमी, प्रतिस्पर्धी कारों का बेहतर विकल्प होना और प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ने जैसी वजहों से इसकी लोकप्रियता धीरे-धीरे घटने लगी। 2018 के बाद इसका उत्पादन लगभग बंद हो गया। इसके बावजूद Tata Nano हमेशा याद की जाएगी एक ऐसी कार के रूप में जिसने साबित किया कि कार सिर्फ लग्ज़री नहीं, बल्कि हर परिवार की ज़रूरत भी हो सकती है।