एक माह कांवरियों की निशुल्क सेवा कर अपने घर को लौटे नीलकंठ के सेवादार
बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता
नीलकंठ महादेव सेवा समिति औरंगाबाद के सेवादार एक माह कांवरियों की निशुल्क सेवा कर अब अपने घर को लौट चले हैं। सभी सेवादार औरंगाबाद से 300 किलोमीटर दूर बांका जिला में जाकर पैदल बाबा धाम जाने वाले कांवरियों की पूरे सावन महीने सेवा किए हैं। समिति हर वर्ष सावन महीने में यह कार्य करती है जो औरंगाबाद जिले के लिए गर्व की बात है। इस वर्ष तो समिति ने स्थायी धर्मशाला बनाने के लिए अपनी जमीन में ही शिविर लगाई थी। समिति का लक्ष्य है कि सावन माह के अलावा पूरे वर्ष पैदल बाबा धाम जाने वाले कांवरियों की सेवा की जाए।
समिति के पदाधिकारी नीरज कुमार उर्फ लप्पू गुप्ता ने बताया कि शिविर का समापन विधि विधान से यज्ञ हवन कर किया गया। वहीं शिविर के सफल संचालन में समिति के जितने भी सदस्यों और पदाधिकारियों ने तन–मन–धन से सहयोग किया है उन्हें सम्मानित भी किया गया। उन्होंने बताया कि यह शिविर सभी लोगों के सहयोग से ही संचालित होता है और भगवान भोलेनाथ की कृपा शिविर पर विशेष रूप से रहती है। समिति हर संभव यह प्रयास करती है कि सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर पैदल बाबा धाम जाने वाले सभी कांवरियों की हर तरह से सेवा की जा सके ताकि उन्हें भगवान भोलेनाथ के दरबार में जाने में कोई कठिनाई नहीं हो।
विदित हो कि नीलकंठ महादेव सेवा समिति औरंगाबाद के द्वारा बांका जिला अंतर्गत कुमारसार नदी से 3 किलोमीटर आगे जोरी पार के पास कांवरिया पथ पर सेवा शिविर संचालित किया जाता है। यहां पर आने वाले सभी कांवरियों को तीन टाइम निशुल्क भोजन, फलाहार के लिए अलग से व्यवस्था, महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्नानागार, भक्ति जागरण की व्यवस्था, हर तरह की दवाएं, मालिश, दर्द निवारक मशीन, गर्म पानी, नींबू चाय, शुद्ध पेयजल समेत अनेक तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाती है।