पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक की हत्या एवं चिकित्सकों पर हुए हिंसक पर मंदसौर चिकित्सकों ने जताया विरोध, कठोर दण्ड कि मांग की

मंदसौर।कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में दिनांक 09 अगस्त 2024 को पीजी महिला चिकित्सक के साथ ड्यूटी पर घटित हृदय विदारक घटना और हत्या के पश्चात देश के सभी रेजिडेंट डॉक्टर, मेडिकल टीचर्स और अन्य सभी चिकित्सक संगठन आंदोलनरत हैं।
दिनांक 14 अगस्त 2024 की रात को पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में शांतिपर्वक आंदोलन कर मृतक चिकित्सक को न्याय दिलाने की मॉग कर रहे चिकित्सको पर हजारो की संख्या मे आकर भीड द्वारा डॉक्टर्स पर हमला किया एवं अस्पताल एवं प्रदर्शन स्थल पर तोड फोड की गई ।
मध्य प्रदेश चिकित्सक महासंघ पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ रेप की घटना और हत्या तथा न्याय की गुहार लगाने वाले चिकित्सकों के साथ भीड़ के द्वारा बर्बरता की कड़ी आलोचना कर कठोर दंड की मांग करता है।
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना शासन एवं प्रशासन की विफलता है, एवं चिकित्सकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है, प्रदेश में भी आए दिन अस्पतालों में चिकित्सकों के साथ हिंसक घटनाएं होती रहती हैं, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट प्रभावी ढंग से लागू किये जाने की आवश्यकता है।
आखिर जान बचाने वाले चिकित्सक की जान की रक्षा करने की जिम्मेदारी किसकी है ? क्यों न एक केंद्रीय कठोर नॉन बेलेबल डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट तुरंत बनाया जाए।
चिकित्सक महासंघ एवं उसके सभी घटक एसोसिएशन पश्चिम बंगाल सरकार एवं केंद्र सरकार से निम्न विषयों पर तत्काल कार्यवाही की मांग करता है :-
1. पश्चिम बंगाल में न्याय की गुहार लगाते शांतिपूर्वक आंदोलनरत चिकित्सकों को 24 घंटे उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।
2. सेंट्रल डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट तैयार कर डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून लागू किया जाए।
3. सीबीआई द्वारा पश्चिम बंगाल की इस घटना की निश्चित समय अवधि में जांच पूरी की जाए और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द न्याय की कार्यवाही पूर्ण की जाए।
4. मृतक चिकित्सक के परिजनों एवं कल की घटना में घायल चिकित्सकों को कंपनसेशन प्रदान किया जाए।
5. मध्यप्रदेश में लागू डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट को प्रभावी रूप से लागू किया जाए।
6. मेडिकल कॉलेज एवं मेडिकल गर्ल्स हॉस्टल, जिला अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला चिकित्सकों को पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था की जाए ।
मध्य प्रदेश चिकित्सक महासंघ के तत्वावधान मे दिनांक 16 अगस्त 2024, शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की महिला चिकित्सक की हत्या एवं चिकित्सकों पर हुए हिंसक हमले के विरोध स्वरूप संपूर्ण मध्य प्रदेश के सभी चिकित्सक (मेडिकल ऑफिसर्स, चिकित्सा शिक्षक, चिकित्सा छात्र पीजी, यूजी, एसआर, ईएसआई के चिकित्सक, संविदा चिकित्सक एवं अन्य सभी साथी चिकित्सा) द्वारा दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे के बीच जिला चिकित्सालय मंदसौर एवं जिले की सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओ मे पेन डाउन आंदोलन किया गया तथा दोपहर 12 से 1 के बीच ओपीडी बंद कर सभी अपने संस्थान मे एकत्रित होकर महिला चिकित्सक की आत्मा की शांति एवं शासन प्रशासन को एक कड़ा संदेश देने हेतु अपने संस्थान के नजदीक बाहर आकर विरोध स्वरूप एकत्रित हुए ।
जिसमे सिविल सर्जन डॉ. डी.के.शर्मा, एमपीएमओए अध्यक्ष डॉ. सौरभ मण्डवारिया, सचिव डॉ. सिद्धार्थ पाटीदार, डॉ. प्रीती मानावत, डॉ. आर.के.द्विवेदी, डॉ.के.सी.दवे, डॉ. अरविन्द वर्मा, डॉ. विक्रम अग्रवाल, डॉ.संजय शर्मा, डॉ. ईशान चौरसिया, डॉ. रनसिंह तवर, डॉ. रिंकु भगोरा, डॉ. श्वेताप पाण्डे, डॉ. करूणा मरावी, डॉ. नितिन चंदवानी, डॉ. निलेश नदायज, डॉ. रंजन, डॉ. सलोनी जैन, डॉ. आकाश चौधरी, डॉ. सिद्धार्थ शिन्दे, मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर , असिस्टेंट प्रोफेसर एवं अन्य चिकित्ससा अधिकारी बडी संख्या मे उपस्थित रहे।