पुलिस ने छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी, पीड़ित छात्रा शहर के एक बड़े बिल्डर की बेटी
लसूड़िया टीआई तारेश सोनी ने बताया कि सोमवार को एक बिल्डर और उनकी पत्नी अपनी 11 साल की बेटी को लेकर थाने पर आए थे। उन्होंने शिकायत की कि उनकी बेटी दोपहर में स्कूल से घर आई। वह डरी-सहमी दिख रही थी, जब उससे इसका कारण पूछा था उसने बताया कि गौरांग रावल सर स्कूल के बरामदे में घूमते रहते हैं और आते-जाते मुझे ही देखते हैं। सोमवार को ब्रेक मिलने पर वह क्लास से बाहर जाने लगी, तभी गौरांग सर ने दरवाजे पर ही मुझे रोक लिया और बात करने लगे। इस दौरान गौरांग सर मुझे कई जगह बैड टच करने लगे। मुझे यह सब अच्छा नहीं लग रहा था। जैसे-तैसे उनसे छूटकर भागी और क्लास में पहुंची।
महिला टीचर को बताया लेकिन उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया
पीड़ित मासूम ने मां को बताया कि गौरांग सर की गंदी हरकत से वह इतनी ज्यादा घबरा गई थी कि जब लंच हुआ तो डर के मारे क्लास से बाहर ही नहीं निकली। लंच खत्म होने के बाद क्लास में आई टीचर को मैंने गौरांग सर की हरकत के बारे में बताया। इस पर टीचर ने मुझसे कहा कि क्लास होने के बाद एक्शन लेते हैं, लेकिन उसके बाद भी किसी ने ध्यान नहीं दिया।
गुस्से से भरे हुए थे माता-पिता
बच्ची स्कूल से घर पहुंची और पूरी घटना की जानकारी मां को दी। इसके बाद पिता को फोन पर सूचना देकर घर बुलाया। बेटी को लेकर माता-पिता लसूड़िया थाने पहुंचे और आरोपी टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। थाने में माता-पिता के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था। उनका कहना था कि लॉरेंस स्कूल इंटरनेशनल स्कूल जैसे बड़े स्कूल में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं है। आरोपी टीचर गौरांग रावल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए।