-लाखों के शासकीय भवन हो रहे हैं खंडहर, लोकार्पण के अभाव में लाखों की चपत, कौन है जिम्मेदार
-12 वर्षों से लोकार्पण के इंतजार में भवन... जनप्रतिनिधि मोन...?

-लाखों के शासकीय भवन हो रहे हैं खंडहर, लोकार्पण के अभाव में लाखों की चपत, कौन है जिम्मेदार
-12 वर्षों से लोकार्पण के इंतजार में भवन… जनप्रतिनिधि मोन…?
पालसोड़ा-शान लाखों करोड़ों की लागत से जनता के लिए सुलभ हो ऐसी व्यवस्था तो करवाता है लेकिन राशि लगाकर वापस भूल जाता है!
जनता की सुविधा के लिए बने शासकीय भवन जब जनता के ही काम ना आए तो शासन के नुमाइंदे का आप क्या कर सकते हैं!
हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत नीमच के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पालसोड़ा की! जहां सरकार द्वारा लाखों की लागत से शासकीय भवन बनाए थे जिसमें शासकीय दूग्ध डेरी भवन, पशु चिकित्सालय भवन, महिला स्वच्छता परिसर, पटवारी कार्यालय भवन और साथ ही आंगनवाड़ी अधूरे पड़े भवन, आदि का निर्माण कर भवन तैयार तो कर दिए गए परंतु इन्हें कैसे प्रारंभ करें यह शायद शासन के जनप्रतिनिधि भूल गए। एक तरफ शासन, प्रशासन जनप्रतिनिधि और सरकार जनता के लिए विकास के दावों का डिंडोरा जोर-जोर से पीट रहे हैं वहीं दूसरी ओर धरातल पर कार्य देखा जाए तो सारे अरमानों पर पानी फीरता दिख रहा है तभी तो कहा जा रहा है अंधेरी नगरी चौपट राजा की तर्ज पर चल रहे है हमारे जनप्रतिनिधि….? शासकीय दुग्ध डेरी भवन, पटवारी भवन बनकर खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं इन भावनाओं को बने करीब 12 वर्ष से भी अधिक हो गए हैं इस मामले में जनप्रतिनिधियों को भी कई बार समाचार पत्रों, आवेदनों के माध्यम से अवगत करा दिया गया है लेकिन किसी ने इस और ध्यान नहीं दिया।ऐसे में देखा जाए तो जनता का पैसा पानी की तरह बहा दिया लेकिन उसका कोई मोल नहीं आया। यह बने भी भाजपा सरकार में और भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधि इनका लोकार्पण भी नहीं करवा पाए। वर्तमान में सांसद से लेकर विधायक, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत भाजपा शासन की फिर भी विकास कार्यों के “पर” नहीं लग रहे हैं। हजारों की संख्या में निवासरत ग्राम पालसोडा जहां मतदाताओं की संख्या भी काफी अच्छी हैं ऐसे में आमजन को अच्छी सुविधा मिलना चाहिए लेकिन इसके बजाय जनप्रतिनिधि अपनी ही सरकार के विकास कार्यों को गीनाने में कल्टी काट रहे हैं। *
-लाखों के भवन फिर भी किराए के भवन में कार्यालय*-वर्तमान में दुग्ध डेरी भवन एवं पटवारी भवन किराए के भवन में चल रहे हैं पशु चिकित्सालय भवन जो बनकर तैयार है जिसका अभी तक लोकार्पण भी नहीं हुआ!
*-ग्राम पंचायत ने दिए कई बार नोटिस*-ग्राम पंचायत पालसोड़ा द्वारा कई बार इन विभागों को नोटिस दिए भवन में शिफ्ट होने के लिए मगर अभी तक कोई जाने को तैयार नहीं।
इसका मुख्य कारण पटवारी भवन एवं दुग्ध डेरी भवन गांव से दूर बने हुए हैं इसलिए यह कार्यालय वहां नहीं जाना चाहते।