महासभा को मिलेगा विराट स्वरूप: राष्ट्रीय अध्यक्ष युधिष्ठिर कुमावत
भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा (रजि.) का दो दिवसीय अधिवेशन मंदसौर में संपन्न, हुआ मंथन, किए समाज विकास के निर्णय
मंदसौर। भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा को अब विराट स्वरूप मिलेगा। महासभा को मजबूत बनाने के उद्देश्य से ही संविधान संशोधन किया गया है।
भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा (रजि.) की मंत्रिमंडल व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष युधिष्ठिर कुमावत ने कहा कि महासभा हमारी मां है, हमें आधिकारिक सदस्यों को जोड़कर समाज को मजबूत बनाना है। संविधान में संशोधन कर नए प्रकोष्ठो के गठन से संगठन को एक नई दिशा मिलेगी।
मंदसौर में रेवास देवड़ा मार्ग स्थित मनमोहन वाटिका में आयोजित दो दिवसीय बैठक के तहत शुक्रवार शाम 7 बजे शुरू हुई बैठक में गत वर्ष 18-19 मार्च 2023 को बैठक में संविधान संशोधन के बिंदुओं को स्वीकृत किया गया। बैठक की शुरूआत भगवान श्रीराम की छवि के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई। सभी सदस्यों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष युधिष्ठिर कुमावत की अगुवाई में ध्वज गान किया गया। मध्यप्रदेश जोन पदाधिकारीगणों ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों का स्वागत किया।
भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संदीप कुमावत ने बताया कि भगवान श्री पशुपतिनाथ की पावन नगरी में शुरू हुई बैठक में देश भर से मंत्रिमंडल सदस्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, राष्ट्रीय प्रतिनिधि, परामर्शक सहित महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली-हरियाणा व राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम व उत्तर-पूर्व जोन अध्यक्ष व महामंत्री सहित मंत्रिमंडल सदस्यों ने भाग लिया।
शनिवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष युधिष्ठिर कुमावत ने कहा कि यह समय समाज को संगठित करने का समय है। सदस्यता बढ़ाने के साथ ही महासभा में प्रतिनिधित्व भी बढेगा। देश के सातों जोन में समाज को संगठित करने का दायित्व महासभा के साथ सभी सदस्यों का है।
भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री सूरजमल अडानिया ने मंत्रिमंडल का कोरम पूर्ण होने की घोषणा के साथ सदस्यता अभियान व आगामी वर्ष 2025 के राष्ट्रीय व जोन चुनाव पर चर्चा की।
बैठक में गत वर्ष राजस्थान के उदयपुर शहर में हुई बैठक के मिनट्स का वाचन संविधान संशोधन समिति समन्वयक हरिशंकर खंडारिया ने किया, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया।
सहायक कोषाध्यक्ष दिल्ली के रामकरण वर्मा ने वर्ष 2024-25 का अनुमानित आय-व्यय पर मंथन के बाद अनुमानित बजट प्रस्तुत किया, जिसे पारित किया गया।
धन्यवाद से पूर्व ज्ञात/ अज्ञात दिवंगत समाज बन्धुओं को श्रद्धांजलि के तहत राष्ट्रीय परामर्शदाता मुम्बई निवासी विद्याधर मोरवाल, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान जोन अध्यक्ष रमेशचंद्र झालवार, पत्रकार मनोहर कुमावत को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। राष्ट्रगान के साथ बैठक का समापन हुआ।
इस दौरान भारतीय कुमावत क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीरज घनेरिया (मध्यप्रदेश), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बरमुंडा (गुजरात), पूनम अजमेरा ( उत्तर-पूर्व राजस्थान), वित्त मंत्री दुर्गालाल बंबोरिया, कार्यालय मंत्री भीमसिंह सिरोहिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री पार्वती किरोड़ीवाल, सहायक शिक्षा मंत्री ईश्वर लाल कुमावत, संगठन व प्रचार मंत्री बसंत कुमार दौराया, कानून व सुरक्षा मंत्री इंद्र कुमार बधानिया, शंकरलाल मामोडिया, सहायक कोषाध्यक्ष शिवदयाल धुंधारिया, विक्रमराय अजमेरा, प्रवीण बधानिया, रामकरण वर्मा, जनगणना मंत्री हरिसिंह घटेलवाल, सहायक जन गणना मंत्री दयानंद आर्य, परामर्शदाता अभय मोरवाल, राष्ट्रीय प्रतिनिधि सुलक्षणा नाईक, श्रीकांत विजय परदेशी, विजयानंद परदेशी, रानी बाबूलाल अजमेरा, भैरूलाल मुंडेल, मदनसिंह बाबरवाल, जगदीश मामोङिया, गणेशलाल नराणिया, गिरिराज खनाङिया, नारायणलाल चांदोरा, पिंकी बधानिया, नवलकिशोर बबेरीवाल, छोटीलाल जलिंद्रा, राकेश कुमार मारवाल, मनोज जाखङ, राजेन्द्र वारीवाल दिलीप गोठवाल, मालीराम कारगवाल, रजनी सिरोहिया सहित मध्यप्रदेश जोन अध्यक्ष लीलाधर दौराया, महामंत्री दिलिप टिकोलिया, अहमदाबाद जोन अध्यक्ष शंकरलाल मेरावंडिया, महामंत्री बालुराम पिलोदिया आदि थे। आयोजन स्थल पर पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री छोटूराम बड़ीवाल, भरत कुमावत, भंवरलाल सुरास, जगदीश मामोङिया, बालूलाल कुंडलवाल आदि थे।
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प्रतिभाओं का सम्मान-
प्रमुख अतिथियों व प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान मन्दसौर जिला संगठन द्वारा किया गया। श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी श्री ज्ञानदासजी महाराज (कुलगुरु कुमावत समाज भारत) श्री पंच निर्मोही अड़ी अखाड़ा श्री दादूराम आश्रम, उज्जैन थे। जिलाध्यक्ष वर्दीचंद छापरवाल सहित उपाध्यक्ष भरत ऐनीयां, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजू मून्डेल, महामंत्री राजेश अडानीयाँ, कोषाध्यक्ष मदनलाल अड़ानीयाँ, भरत छापोला, भैरूलाल अन्यावड़ा गोपाल छापोला, बाबु डुंगरवाल सहित परमानंद भदानीया, महेश छापोला, लाला मुंडेल, हरिशंकर माचीवार, सत्यनारायण मण्डलियां, रवी मारिवार, विकाश कडवार, माणक अडानियां, नरेन्द्र माण्डेला, संतोष मुंडेल, राजु नागदा, भोलाशंकर, गोवर्धन कुराड़िया, वर्षा मून्डेल, निशा, कृष्णा डुंगरवाल, भावना टांक आदि ने प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया। इस दौरान बच्चों के अभिभावक भी थे।