योगमंदसौरमध्यप्रदेश

नये रोगों से मुक्ति दिलायेगा योग- योग गुरू बंशीलाल टांक

प्रदूषित पर्यावरण से बचायेगा वृक्षारोपण-जिला न्यायाधीश श्री सिद्धार्थ तिवारी

श्री जवाहरलाल विधि महाविद्यालय में हुआ योग पर्यावरण नशामुक्ति कार्यशाला कार्यक्रम

मन्दसौर। श्री जवाहरलाल विधि महाविद्यालय में 21 जून विश्व योग दिवस के एक दिन पूर्व योग कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव व जिला न्यायाधीश श्री सिद्धार्थ तिवारी और विशेष अतिथि म.प्र. पुलिस नारकोटिक्स प्रकोष्ठ के डीएसपी श्री विजय गुप्ता और निरीक्षक राकेश चौधरी थे। योग क्रिया पतंजलि योग संगठन के जिला प्रभारी योग गुरू बंशीलाल टांक ने कराई।
उपस्थित रहे- विधि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. कुणाल सारस्वत, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राकेश सोनी, डॉ. दिनेश तिवारी, विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती रामकुंवर राठौर एवं श्रीमती मोहिनीसिह, नारकोटिक्स हेड कांस्टेबल रूपेश शर्मा और विवेकसिंह, समाजसेवी गोपाल पारवानी, जिला शांति समिति सदस्य अनिल संगवानी थे।
माननीय न्यायाधीश श्री सिद्धार्थ तिवारी ने वर्तमान प्रदूषित पर्यावरण से बचने के लिए वृक्षारोपण को अनिवार्य बताते हुए कहा कि भयंकर गर्मी की तपन से परेशान होकर जब हम किसी घने वृक्ष की शीतल छाया में बैठ जाते है तो जहां हमें परम सुख शांति आनन्द की अनुभूति होती है वहीं दूसरी ओर जिस प्रदूषित पर्यावरण के कारण नित्य नवीन रोगों से हम ग्रसित   हो रहे है तो इससे बचने का एकमात्र उपाय जो है वह है वृक्ष और इसलिये हमें जिस प्रकार हम परस्पर एक दूसरे के प्रति प्रेम से मानव संबंध रखते है वृक्षों से भी हमें परिवार के सदस्य की तरह संबंध बनाकर वृक्षों का संरक्षण करना चाहिये।
श्री विवेक गुप्ता ने कहा कि नशे के कारण व्यक्ति अपने परिवार समाज से दूर हो जाता है। कहीं भी नशे करने वाले व्यक्ति को सम्मान नहीं मिलता सबसे बड़ी हानि नशा करने वाले  के स्वास्थ्य की होती है। नशा करने वाले युवा कई प्रकार की बीमारियों के शिकार हो जाते है और असमय मृत्यु के गाल में समा जाते है। इसलिये हमें स्वयं को नशे से दूर रखकर दूसरांे को नशे से दूर रहने के लिये प्रेरित करना चाहिये।
योग गुरू श्री टांक ने कहा कि वर्षभर में जितने भी अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाये जाते है। वै सभी पश्चिम विदेशों से प्रस्तावित है जबकि पूर्व से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर एक मात्र भारत को 21 जून विश्व योग दिवस के रूप में यूएसए से जो मान्यता मिली यह भारत के लिये बहुत बड़ा सम्मान व गौरव है। इसलिये करोड़ों वर्ष पूर्व हमारी ऋषि महर्षियों को धरोहर विरासत को अपना कर सम्पूर्ण विश्व जहां शारीरिक मानसिक रोगों से मुक्ति पाकर दृष्टि स्वास्थ्य लाभ ले रहा है हमें भी 21 जून से प्रतिदिन योग करने का संकल्प जरूर लेना चाहिए। टांक ने सभी को 21 जून प्रोटोकॉल सहित योग का अभ्यास कराया जिसे सभी ने सराहा।

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