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संत कृपा से भगवान की भक्ति प्राप्त होती है- पं. दशरथ भाईजी

श्री राम कथा में सुंदर भजनों की प्रस्तुति से पंडाल हुआ भक्तिमय
मन्दसौर। भगवत प्राप्ति के संसाधनों में भगवान के मंगलमय पावन नाम कीर्तन, उनके दिव्य स्वरूप के चिंतन और उनकी ऐश्वर्यमय माधुर्य मई मनोरम लीलाओं के गुण तथा चरित्र श्रवण की जितनी महिमा है उससे भी कहीं अधिक महिमा भगवान के अनन्य प्रेमी भक्तों की पवित्र गाथाओं के पठन श्रवण और मनन की है।
उक्त उद्गार प्रसिद्ध कथा प्रवक्ता पं. दशरथभाईजी ने स्थानीय संजय गांधी उद्यान में श्री सुयश रामायण मंडल के तत्वावधान में आयोजित हो रही संगीतमय श्रीराम कथा में कहें। आपने कहा कि भगवान ही जब भक्तों की महिमा का मुक्त कंठ से गान करते हैं , तो ऐसे सौभाग्यशाली भक्तों की महिमा की क्या सीमा ? इतना ही नहीं भगवान कहते हैं कि मैं भक्त जनों के पीछे-पीछे यह सोचकर निरंतर विचरण किया करता हूं कि उनके चरणों की पवित्र धूल राशि उड़कर मेरे ऊपर पड़ जाए और मैं पवित्र हो जाऊं।
आपने कहा कि संतों की महती कृपा से भक्ति की प्राप्ति होती है और वही भक्ति परमात्मा तक पहुंचाती है ।
कथा प्रसंग के दौरान राजा दशरथ जी के जीवन में राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न जैसी दिव्य संतानों का आना एवं दशरथ जी के जीवन का परिपूर्ण होना। विश्वामित्र जी का राम लक्ष्मण को अपने साथ ले जाना तथा राम और लक्ष्मण के द्वारा विश्वामित्र जी के यज्ञ को पूर्ण करना तथा अहिल्या उद्धार की कथा का मंगलमय गान किया गया।
मोबाइल के दुष्परिणाम तथा आने वाली पीढ़ियों को रील के जीवन से निकल कर रीयल जीवन की ओर आने का मार्गदर्शन भी व्यासपीठ के माध्यम से भाई श्री ने किया। सुंदर भजनों की प्रस्तुति पर पंडाल भक्ति में हुआ बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर मानस महादेव कथा श्रवण का लाभ लिया।
कथा के दौरान तीन छत्री बालाजी के संत श्री रामचरण दास जी महाराज का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि मालवा के माटी के संत दशरथ भाई जी शिक्षाविद होकर शिक्षा के साथ-साथ धर्म की गंगा भी बहा रहे है। हम बड़े भाग्यशाली है यह विभूति हमारे शहर में है।
कथा में पौथी पूजन मुख्य यजमान पूर्व पार्षद सुरेश माया भावसार परिवार ने किया। इस अवसर पर समाजसेवी शिवनारायण श्रीवास्तव अल्हेड़, सोनी समाज के अध्यक्ष अर्जुन डाबर, भूपेंद्र सोनी, महेश सोनी एरा वाला, किशोर सोनी, विनोद सोनी, राजा सोनी, दीपक सोनी, दिलीप सोनी नाहरगढ़ वाले, जिला धार्मिक उत्सव समिति के जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, विनय दुबेला, विनोद मेहता, पटेल मुकेश चनाल, ओमप्रकाश सोनी, राजेन्द्र चाष्टा, वीरेन्द्रशंकर भट्ट, नटवर पारीख, हरिशंकर जाधव, संतोष जैन, मोहनसिंह राणावत, प्रकाश कल्याणी, पत्रकार निरंजन भारद्वाज, प्राचार्य राजेशचन्द्र शर्मा, श्रीमती शशि झलोया, संगीता मण्डोवरा, अर्चना गुप्ता, श्रीमती मोदी, नीमच से पधारे राधेश्याम धाकड़, जगदीश चौधरी, हीरालाल चौधरी, शंभुलाल, भंवरलाल चौधरी सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजनों ने कथा श्रवण का लाभ लिया।
उक्त उद्गार प्रसिद्ध कथा प्रवक्ता पं. दशरथभाईजी ने स्थानीय संजय गांधी उद्यान में श्री सुयश रामायण मंडल के तत्वावधान में आयोजित हो रही संगीतमय श्रीराम कथा में कहें। आपने कहा कि भगवान ही जब भक्तों की महिमा का मुक्त कंठ से गान करते हैं , तो ऐसे सौभाग्यशाली भक्तों की महिमा की क्या सीमा ? इतना ही नहीं भगवान कहते हैं कि मैं भक्त जनों के पीछे-पीछे यह सोचकर निरंतर विचरण किया करता हूं कि उनके चरणों की पवित्र धूल राशि उड़कर मेरे ऊपर पड़ जाए और मैं पवित्र हो जाऊं।
आपने कहा कि संतों की महती कृपा से भक्ति की प्राप्ति होती है और वही भक्ति परमात्मा तक पहुंचाती है ।
कथा प्रसंग के दौरान राजा दशरथ जी के जीवन में राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न जैसी दिव्य संतानों का आना एवं दशरथ जी के जीवन का परिपूर्ण होना। विश्वामित्र जी का राम लक्ष्मण को अपने साथ ले जाना तथा राम और लक्ष्मण के द्वारा विश्वामित्र जी के यज्ञ को पूर्ण करना तथा अहिल्या उद्धार की कथा का मंगलमय गान किया गया।
मोबाइल के दुष्परिणाम तथा आने वाली पीढ़ियों को रील के जीवन से निकल कर रीयल जीवन की ओर आने का मार्गदर्शन भी व्यासपीठ के माध्यम से भाई श्री ने किया। सुंदर भजनों की प्रस्तुति पर पंडाल भक्ति में हुआ बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर मानस महादेव कथा श्रवण का लाभ लिया।
कथा के दौरान तीन छत्री बालाजी के संत श्री रामचरण दास जी महाराज का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि मालवा के माटी के संत दशरथ भाई जी शिक्षाविद होकर शिक्षा के साथ-साथ धर्म की गंगा भी बहा रहे है। हम बड़े भाग्यशाली है यह विभूति हमारे शहर में है।
कथा में पौथी पूजन मुख्य यजमान पूर्व पार्षद सुरेश माया भावसार परिवार ने किया। इस अवसर पर समाजसेवी शिवनारायण श्रीवास्तव अल्हेड़, सोनी समाज के अध्यक्ष अर्जुन डाबर, भूपेंद्र सोनी, महेश सोनी एरा वाला, किशोर सोनी, विनोद सोनी, राजा सोनी, दीपक सोनी, दिलीप सोनी नाहरगढ़ वाले, जिला धार्मिक उत्सव समिति के जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, विनय दुबेला, विनोद मेहता, पटेल मुकेश चनाल, ओमप्रकाश सोनी, राजेन्द्र चाष्टा, वीरेन्द्रशंकर भट्ट, नटवर पारीख, हरिशंकर जाधव, संतोष जैन, मोहनसिंह राणावत, प्रकाश कल्याणी, पत्रकार निरंजन भारद्वाज, प्राचार्य राजेशचन्द्र शर्मा, श्रीमती शशि झलोया, संगीता मण्डोवरा, अर्चना गुप्ता, श्रीमती मोदी, नीमच से पधारे राधेश्याम धाकड़, जगदीश चौधरी, हीरालाल चौधरी, शंभुलाल, भंवरलाल चौधरी सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजनों ने कथा श्रवण का लाभ लिया।