आयुष्मान योजना में बढ़ा इलाज का दायरा, अब न्यूरो, कैंसर का इलाज भी मुफ्त में होगा
भोपाल। भारत योजना के दायरे में आने वाले लोगों के लिए खुशी की खबर है। आयुष्मान योजना के तहत अब बोनमेरो ट्रांसप्लांट और न्यूरो रेडियोलॉजी जैसे आधुनिक उपचार पद्धति और दवाओं को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान जोखिम होने पर गंभीर स्थिति में ग्रामीण स्तर पर भी आयुष्मान योजना के तहत इलाज मिल सकेगा इस योजना के लिए नई पैकेज सूची भी जारी की गई जिसमें जटिल बीमारियों के इलाज को जोड़ा गया है। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के मुताबिक इससे आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
कैंसर, न्यूरो सर्जरी का इलाज भी आयुष्मान से होगा
आयुष्मान भारत निरामयम योजना के तहत राज्य में हेल्थ बेनिफिट पैकेज में गंभीर बीमारियों, इलाज की विधियों और दवाओं को शामिल किया गया है। आयुष्मान भारत योजना की मुख्य कार्यपालन अधिकारी अदिति गर्ग ने बताया कि नए हेल्थ पैकेज को जल्द ही संबंद्ध हॉस्पिटल में लागू किया जाएगा नए हेल्थ बेनिफिट पैकेज में कुल 1952 प्रक्रियाओं को जोड़ा गया है जो पहले 1670 थी नए पैकेज में रिकॉम्बिनेंट टिशू प्लास्मिनोजेन एक्टिवेटर, टेनेक्टेप्लेस, लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन, इम्यूनोग्लोबिन्स दवाएं शामिल हैं ये दवाएं गंभीर और जटिल बीमारियों के इलाज में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
इसके अलावा अब गंभीर बीमारी के लिए जरूरी अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी हाई रेजोल्युशन भी इसके तहत कराया जा सकेगा इसके अलावा ट्यूमर के इलाज में जरूरी माने जाने वाले परक्यूटेनियस रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन और सीटी गाइडेड पर्क्यूटेनियस माइक्रोवेव एब्लेशन को भी नए पैकेज में जोड़ा गया है। अब आयुष्मान योजना के तहत इंटरवेंशनल न्यूरो रेडियोलोजी और बोन मेरो ट्रांसप्लांट भी कराया जा सकेगा।
ग्रामीण स्तर पर भी मिल सकेगा लाभ
अब प्राथमिक एवं सामुदायिक शासकीय चिकित्सालयों में भी आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत ग्रामीण स्तर तक उपचार मिल सकेगा अब गर्भावस्था के दौरान जटिल ऑपरेशन को भी आयुष्मान के दायरे में लाया गया है। इससे मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य की सुरक्षा हो सकेगी साथ ही प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।
इलाज के पैकेज के रेट्स बढ़ाए गए
आयुष्मान भारत निरामय योजना के अंतर्गत नई पैकेज सूची में 274 पैकेज के रेट्स को बढ़ाया गया है साथ ही इस सूची में 355 नए प्रक्रियाओं (प्रसीजरों) को भी जोड़ा गया है जिसमें गंभीर सेप्सिस (सेप्टिक शॉक), पीईटी स्कैन और प्लेटलेट फेरिसिस को जोड़ा गया है। इसमें ऑन्कोलॉजी यानी कैंसर रोग में 52 प्रोसीजर, जनरल सर्जरी में 72 प्रोसीजर, न्यूरोसर्जरी में 29 प्रोसीजर और गाइनिक में 21 प्रोसीजर, और यूरोलॉजी में 83 प्रोसीजर को जोड़ा गया है।