जावरा – पत्रकारिता साहित्य परिवार की विद्या का ही एक अंग है और साहित्य से ही पत्रकारिता का प्रादुर्भाव हुआ है। पत्रकारिता की अवधारणा तत्काल लिखा जाने वाला साहित्य है जो समाज के हित में कार्य करता है।
उपरोक्त विचार समग्र मालवा द्वारा आयोजित मालवा विचार मंथन कार्यक्रम के द्वितीय दिवस पर मालवा की पत्रकारिता का इतिहास विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए मंदसौर के पत्रकार श्री बृजेश जोशी ने व्यक्त किया।
श्री जोशी ने कहा कि पत्रकारिता के चार रूप हैं जिनमें प्रथम देव ऋषि नारद की पत्रकारिता है जो लोक कल्याण एवं सृष्टि से धर्म का पालन करवाना एवं जनहित एवं राष्ट्र का कल्याण करना दूसरी पत्रकारिता महाभारत के संजय की है जो जैसा दिखता है वैसा बताना, तीसरी पत्रकारिता सूर्पनखा वाली पत्रकारिता है जिसमें समाचारों को एवं घटनाओं को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने वाली होती है और चोथी पत्रकारिता मंथरा वाली है जो झूठ पर आधारित होती है
श्री बृजेश जोशी ने कहा कि पत्रकारिता के वर्तमान में दो स्वरूप है एक आजादी के पहले की पत्रकारिता और दूसरी आजादी के बाद की पत्रकारिता ने आजादी के आंदोलन को ध्रुव करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके सशक्त हस्ताक्षर पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी रहे हैं।
मालवा के पत्रकारिता की इतिहास की चर्चा करते हुए अपने कई पत्रकारों के नाम का उल्लेख किया जिनमे इंदौर उज्जैन प्रमुख रहे इंदौर आज मालवा की पत्रकारिता की राजधानी है तथा अनेक समाचार पत्र वहां से निकलते हैं और वहां के प्रकाशनों मैं देश में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है हिंदी पत्रकारिता को भी मालवा ने विशेष बल दिया है। मंदसौर की चर्चा करते हुए आपने कहा कि 1936 में ही श्री राजमल लौढा ने दैनिक ध्वज का प्रकाशन प्रारंभ किया जो आज भी विश्वसनीयता के धरातल पर खड़ा हुआ है। इसी प्रकार नीमच में भी अनेक समाचार पत्रों का प्रकाशन हो रहा है।
श्री राम विद्या मंदिर मे आयोजित उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता समग्र मालवा मंदसौर के सचिव श्री विजय अग्निहोत्री ने की ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलिन के साथ हुआ संस्था प्रमुख अभय कोठारी कार्यक्रम संयोजक जगदीश उपमन्यु कार्यक्रम समन्वयक रमेश मनोहरा महामंत्री महेश शर्मा जगदीश धनोतिया मोहम्मद रफीक मुन्ना ने श्री जोशी का पुष्प माला से स्वागत किया। स्वागत भाषण संस्था प्रमुख काव्य कोठारी ने देते हुए कहा कि पत्रकारों को समाज में उचित सम्मान का अभाव रहता है आपने कहा कि समग्र मालवा मालवा के पत्रकारों का एक इस स्मारिका का प्रकाशन करने की योजना बना रहा है जिसमें नए और पुराने सभी पत्रकारों का उल्लेख हो। अतिथि परिचय वरिष्ठ पत्रकार जगदीश राठौर ने प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री विजय अग्निहोत्री ने मालवा विचार मंथन कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा इस संपूर्ण मालवा क्षेत्र के लिए अनुकरणीय बताया।
कार्यक्रम में जावरा नगर के पत्रकारों की ओर से श्री जोशी का स्वागत शाल श्रीफल एवं पुष्प माला से श्री जगदीश राठौर, श्री अशोक सेठिया ,श्री वाजिद पठान ,विजय राठौड़ ,उमेश शर्मा फोटो व वीडियो जर्नलिस्ट सचिन पारख मंदसौर,पत्रकार एजाज शेख पिपलोदा, डॉ जाकिर कुरैशी, रमेश धाकड़, मोहम्मद शरीफ कुरैशी आदि ने किया। वहीं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के श्री बाबूलाल नाहर, श्री अभय श्रीवास्तव आदि ने भी शाल श्रीफल से श्री जोशी का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन समग्र मालवा के संयोजक श्री मनोहर सिंह चौहान मधुकर ने एवं आभार प्रदर्शन समिति संयोजक श्री जगदीश उपमन्यु ने किया इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, पत्रकार उपस्थित थे ।आगामी 10 जून को पर्यावरणविद् श्री कुशाल सिंह पुरोहित का व्याख्यान होगा।